आप भी तो नहीं खाते नाश्ते में ये…….तो बढ़ सकती है मुसीबत
नई दिल्ली। ज्यादातर लोग अपने सुबह के नाश्ते में ब्रेड खाते हैं। यह सबसे पसंदीदा नाश्ता है जिसका स्वाद भी अच्छा है। लेकिन जब पोषण की बात आती है, तो सभी ब्रेड अलग-अलग होते हैं। सुपरमार्केट में ब्रेड के कई विकल्प हैं जो विभिन्न प्रसंस्कृत प्रक्रियाओं से बने होते हैं। सैंडविच, पेस्ट्री आदि बनाने में वाइट ब्रेड का इस्तेमाल किया जाता है। कई लोग रोजाना सुबह के नाश्ते में सफेद ब्रेड का सेवन करते हैं। शायद आप नहीं जानते कि सफेद ब्रेड स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सफेद ब्रेड बनाने के लिए गेहूं के आटे में कई प्रकार के रसायन ब्लीच किए जाते हैं, जिसके कारण आटा सफेद दिखता है। बेजोइल पेरोक्साइड, क्लोरीन डाई ऑक्साइड और पोटेशियम ब्रोमेट और रिफाइंड स्टार्च को इसमें जोड़ा जाता है। इन चीजों को बहुत कम मात्रा में मिलाया जाता है जिससे ये सेहत के लिए नुकसानदेह नहीं होते।
सभी ब्रेड में कैलोरी की मात्रा सामान्य है। इन सभी में पोषक तत्वों में अंतर होता है। सफेद ब्रेड के एक स्लाइस में 77 कैलोरी होती है। लेकिन ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा है। सफेद ब्रेड सबसे अधिक प्रसंस्कृत होती है, इसलिए इसमें कम से कम पोषण तत्व होते हैं।
सफेद ब्रेड में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है जो शरीर में ग्लूकोज बढ़ाने का काम करता है। सफेद ब्रेड खाना मधुमेह के मरीज के लिए नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि इससे अचानक रक्त में शुगर लेवल बढ़ जाता है जो खतरनाक साबित हो सकता है। शरीर में ग्लूकोज का लगातार उच्च स्तर हाइपरग्लीसेमिक का कारण बन सकता है। इस वजह से दिल की बीमारियों और किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है।
यदि आप स्वस्थ और फिट रहना चाहते हैं, तो अपनी डाइट से सफेद ब्रेड को बाहर करें। सफेद ब्रेड खाने से आपका वजन बढ़ता है, क्योंकि यह रिफाइंड कार्ब्स से बना होता है जो शरीर में शुगर लेवल को बढ़ाने में मदद करता है। अतिरिक्त ग्लूकोज वसा के रूप में शरीर में जमने लगता है। शरीर में शुगर लेवल ज्यादा होने के कारण मीठी चीजें खाने की इच्छा होती है। जिसके कारण वजन बढ़ सकता है।
सफेद ब्रेड से बनी चीजें खाने में स्वादिष्ट हो सकती हैं लेकिन यह आपके मूड को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि सफेद ब्रेड खाने से 50 से अधिक उम्र की महिलाओं में अवसाद पैदा होता है। इसका सेवन करने के बाद थकान और अवसाद के अन्य लक्षणों का अनुभव हो सकता है।