कमिश्नर व आईजी की मौजूदगी में किशोरियों का अंतिम संस्कार
- उन्नाव में खेत में दो किशोरियों के शव मिलने का मामला
- तीसरी किशोरी की हालत नाजुक, 24 घंटे निगरानी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उन्नाव जिले के बबुरहा गांव में दो दिन पहले संदिग्ध हालातों में खेत में मरीं पाई गईं दलित नाबालिग किशोरियों का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया। लखनऊ मंडल के कमिश्नर रंजन कुमार, आईजी लक्ष्मी सिंह, डीएम रविंद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी की मौजूदगी में अंतिम संस्कार हुआ। मंडलायुक्त ने बताया कि शांति तरीके से शव दफनाने की प्रक्रिया पूरी की गई, इस दौरान परिवार के लोग मौजूद रहे। वहीं इस घटना में तीसरी किशोरी कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती है, जिसकी हालत नाजुक है। डॉक्टर 24 घंटे उसकी निगरानी में लगे हुए हैं। पुलिस को घटनाक्रम के खुलासे में उसके होश में आने का इंतजार है। उसके बयान से ही पता चलेगा कि आखिर किशोरियों ने क्या खाया? उन्हें जहर किसने और क्यों दिया? इससे पहले सुबह जब शव यात्रा निकली तो गांव वाले फफक पड़े। गांव से बाहर दोनों शवों को दफनाया गया है। गांव में सियासी दलों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीणों का जमावड़ा रहा। बता दें कि पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों का कहना है कि दोनों लड़कियों की मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि मृृत लड़कियों के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले। डॉक्टरों ने इसे सस्पेक्टेड केस ऑफ पॉइजनिंग बताया है। हालांकि विसरा सुरक्षित रखा गया है। पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
टीम ने फिर किया घटनास्थल का निरीक्षण
घटना के तीसरे दिन किशोरियों के अंतिम संस्कार हो जाने के बाद फील्ड यूनिट की टीम फिर घटनास्थल पर पहुंची और एक-एक जगह का बारीकी से निरीक्षण किया।
उद्यमियों को हर संभव मदद देने के लिए सरकार तत्पर : सहगल
- सिद्धार्थनगर का चावल सिंगापुर में निर्यात होगा
- काला नमक महोत्सव का आयोजन भी कराएंगे
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन डॉ. नवनीत सहगल ने कहा सरकार किसानों व उद्यमियों को हर सम्भव मदद व सुविधा देने के लिए तत्पर है। सहगल ने यह भी कहा प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद का काला नमक चावल सिंगापुर में निर्यात किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा एक जिला-एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) के तहत किसानों को दी गई सुविधाओं के फलस्वरूप इस प्रकार की सफलता मिल रही है। सहगल ने निर्यात प्रोत्साहन भवन में ओडीओपी कार्यक्रम की समीक्षा में कहा आकर्षक पैकेजिंग और चावल के अंदर मौजूद सभी खूबियों को जानकारी रैपर के माध्यम से उपलब्ध कराई गई। साथ ही चावल के जार पर बारकोड की सुविधा दी गई है, जिससे चावल खरीदने वाले व्यक्ति बारकोड स्कैन कर काला नमक चावल के बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। डा. सहगल ने कहा कि शीघ्र ही अंतरराष्टï्रीय चावल अनुसंधान केंद्र (आईआरआरआई) वाराणसी के सहयोग से सिद्धार्थनगर में अनुसंधान केन्द्र खोला जाएगा। इसके माध्यम से चावल की वैरायटी, ब्रीड तथा उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही आसपास के जिलों के किसानों को भी इससे लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त काला नमक चावल के उत्पादन से जुड़े किसानों को स्थानीय स्तर पर बड़ा बाजार मुहैया कराने के लिए काला नमक महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा।
नेपाल ने नो मेन्स लैंड पर बसाए गांव, प्रशासन को खबर नहीं
- नेपाल के लोगों का कब्जा लगातार जारी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। चीन से भारत रिश्तों में आई तल्खी का असर अब नेपाल के सीमा पर भी दिख रहा है। नेपाल सीमा पर खाली पड़ी जमीनों पर अपने लोगों को बसा रहा है और शासन को सूचना देना तो दूर श्रावस्ती का जिला प्रशासन खुद इससे अनजान है। श्रावस्ती और बहराइच जिले की लगभग 170 किमी लंबी सीमा नेपाल से लगी है। सीमा पर एक दर्जन जगहें ऐसी हैं, जहां 10-15 परिवार आकर बसे हैं। सीमा पर तकरीबन 43 फीट चौड़ा (दोनों तरफ सात-सात गज) नो मेन्स लैंड है। यहां नेपाल के लोगों का अवैध कब्जा लगातार जारी है। रिश्तों में तनातनी के बाद पिछले चार माह में यहां गतिविधियां तेज हुई हैं। कुछ वर्ष पहले भारतीय क्षेत्र में स्थित पिलर संख्या 617 को क्षतिग्रस्त कर माओवादी लाल झंडा फहरा चुके हैं। 62वीं बटालियन एसएसबी सोनपथरी के कंपनी कमांडर अजय कुमार इस बात की पुष्टि करते हैं कि नेपाल सीमा पर आबादी का विस्तार कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भैंसाही नाका, भउवा नाका, गुज्जर गौरी, खिड़की नाका, सुकैया नाका जैसे दर्जन भर पथरीले स्थानों पर नेपाल बस्तियां बसा रहा है। सोनपथरी पिलर संख्या 617 और 618 पर नो मेन्स लैंड के पास टेंट व घर बने हुए हैं। लगातार ठक-ठक की आवाजें सुनाई देतीं हैं।
नेपाल सीमा पर बस्तियां बसाए जाने की जानकारी नहीं है। इस पर पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक की जाएगी। नो मेन्स लैंड पर अवैध कब्जा है तो हटवाने के लिए शासन को लिखा-पढ़ी की जाएगी। साथ ही सीमा पर विस्तारवाद की भी तहकीकात की जाएगी।
टीके शिबु जिलाधिकारी, श्रावस्ती
हसनगंज में दंपति ने अपने ही बेटे को मार डाला, केस दर्ज
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। हसनगंज थाना क्षेत्र के खदरा स्थित लकड़मंडी में दंपती सहित परिवार के छह लोगों ने मिलकर अपने ही बेटे मो.हलीम को मार डाला। एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने बताया मामले में केस दर्ज करने के बाद आरोपी पिता नसीर उर्फ कल्लू को हिरासत में ले लिया गया जबकि अन्य लोग मौके से फरार है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पत्नी रहनुमा ने पैसे के विवाद को लेकर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। मृतक की पत्नी के मुताबिक हलीम को घर में रहने के बदले खर्च देना पड़ता था। आज सुबह हलीम और उसके पिता नसीर के बीच इसी बात को लेकर फिर से झड़प हो गई। इसी में परिवारवालों ने उसकी हत्या कर दी।