लालकिला हिंसा का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू गिरफ्तार

  • 15 दिन से फरार मुख्य आरोपी को पुलिस ने चंडीगढ़ से खोज निकाला
  • गर्लफ्रेंड हैंडल कर रही थी दीप सिद्धू का ट्वीटर और फेसबुक एकाउंट
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। किसान आंदोलन के बीच 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किला पर हुई व्यापक हिंसा मामले में आरोपित पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू गिरफ्तार हो गया है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने पीएम मोदी व अमित शाह के साथ फोटो खिंचवाने वाले व भाजपा का कार्यकर्ता कहलाने वाले दीप सिद्धू को चंडीगढ़ के पास जीरकपुर से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पूछताछ में दीप सिद्धू लाल किला हिंसा मामले में कई अहम खुलासे कर सकता है। उसने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि अगर उसने मुंह खोला तो कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। वहीं दीप सिद्धू की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा दीप की तस्वीरें सार्वजनिक थीं और उस पर एक लाख रुपए का इनाम भी था। इससे पहले दिल्ली हिंसा में एक और आरोपित सुखदेव सिंह को हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया था, उस पर 50,000 रुपए का इनाम था। दिल्ली पुलिस ने कुल 8 आरोपितों की गिरफ्तारी पर इनाम का एलान किया था, जिसमें दीप सिद्धू समेत अन्य आरोपित शामिल थे। बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने बताया था कि फरार दीप सिद्धु का फेसबुक अकांउट उसकी एक महिला मित्र संभाल रही है, जो विदेश में रहती है। दीप वीडियो रिकॉर्ड कर उसे भेज देता है और महिला दोस्त उसे फेसबुक पर अपलोड कर देती है।
दीप सिद्धू पर क्या है आरोप
किसान आंदोलन के मद्ïदेनजर 26 जनवरी को उपद्रवियों की भीड़ ने लालकिले पर पहुंचकर उत्पात मचाया था और अपना झंडा फहरा दिया था। प्राचीर पर निशान साहिब फहराए जाने की घटना की पूरे देश में आलोचना हुई थी। किसान संगठनों ने खुद को इस घटना से अलग करते हुए दीप सिद्धू को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था सिद्धू बीजेपी का आदमी है। गुरदासपुर से बीजेपी के सांसद और अभिनेता सनी देओल के साथ सहित कई भाजपा नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें है। इसलिए किसान को बदनाम न किया जाए।
छिपने में किसने मदद की
दिल्ली पुलिस का कहना है दीप सिद्धू से पूछा जाएगा कि वह 26 जनवरी के बाद से कहां-कहां रहा? कौन-कौन सहयोगी थे? छिपने में किसने मदद की? लालकिले पर उपद्रव की साजिश में कौन लोग शामिल थे? फंडिंग कहां से हुई? पूरा नेक्सस क्या है? बाकी साथी कहां-कहां है? बताया जाता है कि दीप सिद्घू लाल किले पर हिंसा करने के बाद हरियाणा भाग गया था और अपने साथी की मद््द से वह जीरकपुर पहुंचा और 15 दिनों से उसीके प्लैट में छिपा था।
तिरंगे का अपमान राष्ट्र का अपमान है, कोई भी करे उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अब सच सामने आ जाएगा।
संजय राउत, शिवसेना सांसद
दीप सिद्धू को ढाल बनाकर विपक्ष हम पर वार कर रहा था, अब वो एक्सपोज हो गए हैं।
अनिल जैन, सांसद बीजेपी

राज्यसभा में जब रो पड़े पीएम मोदी
  • संसद में सालों पुरानी फोन कॉल की चर्चा सबको बताई
  • गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसद आज रिटायर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र जारी है। कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसद आज राज्यसभा से रिटायर हो रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सदन को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी कई मौके पर भावुक हो गए। पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद के रिटायर होने के मौके पर उनकी खूब तारीफ की और उन्हें अपना मित्र बताया। पीएम मोदी गुलाम नबी आजाद के साथ फोन कॉल पर हुई सालों पहले की बातचीत को याद कर रो पड़े। जब गुलाम नबी आजाद ने अपना विदाई भाषण दिया तो वह भी इस फोन कॉल को याद कर भावुक हो गए और उन्होंने पूरी कहानी सदन को सुनाई। आजाद की कहानी सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पूरा सदन सब भावुक हो गया।
197 लोग अभी भी लापता : शाह
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने की घटना पर राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा 197 लोग अभी भी लापता है। केंद्र और राज्य की सभी संबंधित एजेंसियां स्थिति की निगरानी कर रही हैं। आईटीबीपी के 450 जवान, एनडीआरएफ की पांच टीमें, भारतीय सेना की आठ टीमें, एक नेवी टीम और वायुसेना के पांच हेलीकॉप्टर खोज और बचाव अभियान में लगे हुए हैं। इससे पहले राज्यसभा के सदस्यों ने इस आपदा के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।

राजद्रोह मामले में संजय सिंह की गिरफ्तारी पर लगाई रोक

  • सुप्रीमकोर्ट ने दी आप सांसद को बड़ी राहत
  • आगे सावधानी से बोलने की दी सलाह
  • अगली सुनवाई मार्च के तीसरे सप्ताह में होगी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह को राजद्रोह मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने आप नेता संजय सिंह को अंतरिम राहत देते हुए उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। साथ ही संजय सिंह के खिलाफ यूपी के कई जिलों में दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई मार्च के तीसरे सप्ताह में होगी। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी में राजद्रोह समेत कई आरोपों के तहत संजय सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्ïद करने की बात कही है। बता दें कि संजय सिंह ने इस मामले पर आरोप लगाया था कि ये एफआईआर दुर्भावनापूर्ण तरीके से राजनीतिक बदले की भावना के तहत दर्ज की गई थीं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी को लखनऊ में दर्ज एक एफआईआर के आधार पर राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट से सुरक्षा देने से इंकार कर दिया। संजय सिंह ने पिछले साल 12 अगस्त को एक सम्मेलन में आरोप लगाया था कि यूपी सरकार समाज के एक विशेष वर्ग का समर्थन कर रही है, जिसके बाद लखनऊ में उनके खिलाफ राजद्रोह की यह एफआईआर दर्ज की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने संजय सिंह पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आप सांसद हैं, आपको इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए था। आप लिमिट क्रॉस करेंगे तो कानून के मुताबिक आपके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। संजय सिंह की तरफ से वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए।

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