पुराने साथियों के साथ सत्ता में वापसी की तैयारी में सपा
- पार्टी के पुराने नेताओं को जोड़ने में जुटे सपा प्रमुख अखिलेश
- तेजी से बढ़ रहा है सपा का कुनबा, योगी सरकार पर हमलावर हैं सपा प्रमुख
- यात्राओं के जरिए प्रदेश सरकार की नाकामी गिना रहे पार्टी पदाधिकारी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। जैसे-जैसे विधान सभा चुनाव की आहट तेज होती जा रही है वैसे-वैसे प्रदेश में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। सपा ने भाजपा सरकार को अभी से चारों ओर से घेरना शुरू कर दिया है। महंगाई, किसान और कोरोना कुप्रबंधन समेत तमाम मुद्दों को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखे हमले कर रहे हैं। इसके अलावा सपा प्रमुख ने पार्टी के पुराने नेताओं को भी जोड़ना शुरू कर दिया है। पुराने कद्दावर नेताओं की घर वापसी करायी जा रही है। इन नेताओं का सपा को फायदा मिलना तय है। वहीं अखिलेश अपने सहयोगियों से भी बेहतर तालमेल बनाकर एक बार फिर सत्ता में वापसी करने की तैयारी में जुटे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव विधान सभा चुनाव से पहले बेहद सधी सियासी चाल चल रहे हैं। एक ओर वे सपा के पुराने साथियों को एकजुट करने में जुटे हैं तो दूसरी ओर छोटे दलों के साथ बेहतर तालमेल बिठाकर योगी सरकार के खिलाफ जनता में फैले असंतोष को आवाज भी दे रहे हैं। अपनी इसी रणनीति के तहत उन्होंने प्रदेश भर में सियासी यात्राएं शुरू करायी हैं। इन यात्राओं के जरिए एक ओर जनता के बीच समाजवादी सरकार के समय हुए विकास कार्यों की जानकारी दी जा रही है तो दूसरी ओर महंगाई, बेरोजगारी, कोरोना समेत तमाम मुद्दों पर भाजपा सरकार की नाकामी भी गिनाई जा रही है। अखिलेश यादव ने ऐलान किया है कि ये यात्राएं तब तक जारी रहेगी जब तक प्रदेश से भाजपा सरकार को हटा नहीं दिया जाता है। सबको साथ लेकर चलने की रणनीति के तहत ही सपा प्रमुख ने पिछले दिनों पार्टी के पुराने नेता और पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी की सपा में वापसी करायी और ऐलान किया कि वे पार्टी के पुराने साथियों को जोड़ेंगे। यही नहीं विभिन्न दलों के तमाम नेता भी सपा का दामन लगातार थाम रहे हैं।
मुलायम सिंह की सक्रियता बढ़ी
पिछले दिनों जनक्रांति यात्रा के समापन मौके पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव अचानक कार्यक्रम में पहुंचे थे और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया था। इसके बाद से वे एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों से वे समाजवादी पार्टी कार्यालय में घंटों बैठकर कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे रहे हैं। कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो वह भी 2022 के विधान सभा चुनाव में पार्टी का प्रचार करने से भी नहीं चूकेंगे। मुलायम सिंह यादव की ये सियासी क्लास समाजवादी पार्टी के दफ्तर में बने लोहिया सभागार में लग रही है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि नेताजी इन दिनों अति सक्रिय हैं और विधान सभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रहे हैं। वे कार्यकर्ताओं से जनता के बीच समाजवादी विचारधारा का प्रचार करने की हिदायत दे रहे हैं।
यूपी चुनाव से पहले आंदोलन को धार देने में जुटे किसान संगठन
- कल मुजफ्फरनगर में होगी महापंचायत, 300 से अधिक संगठन होंगे शामिल
- हरियाणा की अधिकतर खाप भी होंगी शामिल, कृषि कानूनों के खिलाफ भरेंगे हुंकार
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी विधान सभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार को घेरने और कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को धार देने के लिए किसान संगठन एकबार फिर जुटने लगे हैं। आंदोलन को तेज करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने कल मुजफ्फरनगर में महापंचायत बुलाई है। इसमें देशभर के 300 से ज्यादा संगठन शामिल होंगे, जिनमें करीब 60 किसान संगठन होंगे। वहीं इस महापंचायत पर सरकार से लेकर विपक्षी दलों तक की नजर है। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान संगठनों ने एक बार फिर दबाव बनाने की तैयारी शुरू की है। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों के मुताबिक पंजाब व हरियाणा के किसान संगठनों के नेताओं ने अपने साथ हजारों की संख्या में किसानों को लेकर आने का लक्ष्य तय किया है। यूपी के बाहर से आने वाले किसान संगठनों के नेता व किसान मुजफ्फरनगर पहुंचने लगे हैं। इस महापंचायत में हरियाणा की अधिकतर खाप शामिल होंगी। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि इस महापंचायत से सरकार को दिखाया जाएगा कि किसान कृषि कानून रद्द कराकर ही अपने घर जाएगा।
वालंटियर संभालेंगे व्यवस्था
मुजफ्फरनगर की महापंचायत में हरियाणा व पंजाब के किसान संगठन वालंटियर व्यवस्था संभालेंगे क्योंकि महापंचायत में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है और ऐसे में व्यवस्था बनाने के लिए ज्यादा वालंटियर की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए भारतीय किसान यूनियन लखोवाल पंजाब, भारतीय किसान यूनियन दोआबा पंजाब, भारतीय किसान यूनियन चढूनी हरियाणा ने अपने वालंटियर तय कर दिए है। सभी मुजफ्फरनगर पहुंच गए हैं।