बीजेपी कर रही 2022 के चुनाव की असली तैयारी : केशव मौर्य
- विपक्षी नेताओं को जनता के सुख-दुख से कोई लेना-देना नहीं
लखनऊ। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी नेताओं को पर्यटक बताया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को जनता के सुख-दुख के साथ कोई लेना-देना नहीं है। यूपी में अगले साल होने वाले वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तापक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग तेज हो गई है। प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने विरोधी दलों पर तंज कसा है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी ही विधानसभा चुनाव की असली तैयारी कर रही है। बाकी सब तो यहां पर्यटक के रूप में आते जाते हैं। उनका जनता से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा विपक्षी नेता ना कोरोना वायरस संकट के दौरान दिखे और ना ही बाढ़ के दौरान। इनका किसी के सुख-दुख से कोई लेना-देना नहीं है। विपक्ष सिर्फ मीडिया में खुद को बनाए रखने के लिए सोचता है। डिप्टी सीएम ने कहा फोटो खिंचवाने वाले कांग्रेसी जो कुछ बचे हैं उनके साथ फोटो खिंचवाते रहें। विपक्षी नेता जनता के लिए ना कुछ कर रहे हैं और ना ही कुछ कर सकते हैं। लोग कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, लेकिन कांग्रेस खुद ही मुक्त होती जा रही है।
सबका साथ, सबका विकास को सम्मान
डिप्टी सीएम ने बसपा सुप्रीमो मायावती के ब्राह्मण सम्मेलन पर कहा कि सबका साथ, सबका विकास को सम्मान है। हम लोग अनुसूचित जाति, अगड़ा-पिछड़ा की बातें नहीं करते हैं. हम शून्य से शिखर पर हैं, जो शिखर पर गए थे, उनका अब अता-पता नहीं है।
कौशांबी को दी 5 सौ करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आज अपने गृह जनपद कौशाम्बी पहुंचे। जहां उन्होंने जिले की तीनों विधानसभाओं में पांच अरब से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसमें कौशाम्बी-चित्रकूूट को जोड़ने के लिए यमुना नदी पर पुल, तीन रेलवे ओवरब्रिज व 163 सड़क परियोजनाएं शामिल हैं। डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे देश प्रदेश के युवा इतने समझदार हैं कि वह किसी के बहकावे में नही आएंगे। विपक्ष जातिवाद और गुंडागर्दी का रास्ता अपनाएगा हम विकासवाद का रास्ता अपनाएंगे।
ब्राह्मणों को साथ आने के लिए मनाएंगे : प्रमोद तिवारी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी और बसपा दोनों दलों में ब्राह्मणों का उत्पीड़न हुआ है। तिवारी ने सवाल किया कि क्या मायावती कह सकती हैं कि अगर वो सत्ता में आईं तो वे ब्राह्मण मुख्यमंत्री बनाएंगी? उन्होंने कहा कि ब्राह्मण हमेशा से कांग्रेस के साथ रहा है। कुछ हमारी गलतियों और परिस्थितियों की वजह से वह हमसे दूर हो गया। मगर अब हम उसे साथ आने के लिए मनाएंगे। इतिहास गवाह है कि न केवल यूपी बल्कि अन्य राज्यों में सबसे ज्यादा ब्राह्मण मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने ही दिए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि गठबंधन के रास्ते खुले हैं। हम अपनी रणनीति बनाएंगे और तय करेंगे कि किस दल के साथ जाना है।