विपक्ष के बहकावे में न आएं किसान : केशव मौर्य
- डिप्टी सीएम बोले- सरकार उनके लिए काम कर रही है, गुमराह कर रहा है विपक्ष
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा किसानों को आंदोलन करना ठीक नहीं है। वे गलत रास्ते पर जा रहे हैं कई महीनों से। मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत के मचे बवाल पर यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि प्रदेश सरकार पूरी तरह किसानों के साथ है। वो किसी के बहकावे में न आएं, खासकर विपक्ष के बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के इशारे पर कुछ लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश की पुलिस पूरी तरह सक्षम है। जो राजनीतिक दल किसानों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। वो जब सत्ता में थे तो कुछ नहीं किया। भाजपा सरकार किसानों को समर्पित सरकार है। किसानों को किसी बहकावे में नहीं आना चाहिए। बता दें कि मुजफ्फरनगर की महापंचायत में भारी भीड़ उमड़ी, लाखों किसानों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार बिना शर्त तीनों काले कृषि कानूनों को वापस ले। जब तक सरकार उनकी बात नहीं सुनेगी आंदोलन चलता रहेगा। बता दें कि किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत ने भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मिशन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड नहीं, मिशन देश बचाने का होगा। देश और संविधान दोनों को बचाना होगा। आज लड़ाई इस मोड़ पर आ गई कि जो 14 करोड़ लोग बेरोजगार है, उनके कंधों पर ये आंदोलन है। दरअसल, किसान महापंचायत पर पूरे देश की नजर है और अगले साल के शुरू में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सियासी नफा-नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है।
चुनाव के बाद केन्द्रीय नेतृत्व और विधायक करेंगे मुख्यमंत्री का फैसला
केशव प्रसाद मौर्य ने अगले साल की शुरुआत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में 2017 की तरह बीजेपी के पक्ष में चुनाव परिणाम आने का दावा किया। उन्होंने कहा 2022 के चुनाव में 2024 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई होने वाली है क्योंकि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है। उत्तर प्रदेश के चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही लड़े जाने की बात कहते हुए उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव बाद मुख्यमंत्री का फैसला केन्द्रीय नेतृत्व और निर्वाचित विधायक करेंगे। 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले में 2022 में उनकी भूमिका को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि वह अध्यक्ष नहीं हैं, लेकिन 2022 में उनका दायित्व अध्यक्ष से कम नहीं रहेगा।
धोखा देना बीजेपी की पुरानी आदत : राकेश टिकैत
डिप्टी सीएम के बयान पर पलटवार करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने तीन बड़े धोखे दिए हैं। पहला धोखा यह कि रेल व हवाई अड्डे बेचे जाएंगे, यह घोषणा पत्र में नहीं लिखा गया था। फिर किसने यह ताकत दी? दूसरा धोखा यह किया कि बिजली बेचेंगे, प्राइवेट करेंगे, यह उनके घोषणा पत्र में नहीं था। जब लोगों से वोट मांगा, तब नहीं कहा कि बिजली बेचेंगे, फिर अब ऐसा क्यों? तीसरा धोखा यह किया कि सड़कें बेचेंगे, उस पर टैक्स लगाएंगे। यह भी घोषणा पत्र में नहीं लिखा था। अब देख लो क्या-क्या चीजें बिक रही हैं। एलआईसी जो देश की बड़ी कंपनी है लेकिन अब ये सब बिक रहे हैं। इनके खरीदार अडानी और अंबानी हैं, कोई और नहीं।