विभूति खंड पुलिस का कारनामा, आधी रात अर्द्घनग्न हालत में जान बचाती महिला की एफआईआर कराने की जगह बताया फैमिली विवाद
- बार मालिकों के चांदी के जूते के आगे नतमस्तक हो गई विभूति खंड पुलिस
- आधी रात अर्धनग्न हालत में जान बचाने को अपार्टमेंट में घुसी महिला का मामला बिना एफआईआर के निपटाया
- रोज आधी रात को होता है विभूति खंड की बार में हंगामा, पुलिस को मिलता है पैसा तो नियम रख दिए जाते है ताक पर
- ओमेक्स अपार्टमेंट के लोगों का जीना दूभर हो गया है इस हंगामे से
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राजधानी में विभूति खंड पुलिस के कारनामे से इस क्षेत्र में रहने वाले निवासी परेशान हैं। ओमेक्स अपार्टमेंट के लोगों का कहना है कि कल आधी रात भी अर्द्घनग्न हालत में एक बार से महिला जान बचाने को भागी। पीड़ित महिला की मदद करने के बजाय अपार्टमेंट में घुसी महिला का मामला पुलिस ने बिना एफआईआर के निपटा दिया और कहा फैमिली विवाद है। आरोप यह भी है कि यहां स्थित बार में आए दिन हंगामा होता है। पुलिस को पैसा मिलता है। इसीलिए विभूतिखंड पुलिस नियम ताक पर रखकर आरोपियों को पकड़ने के बजाए मामला रफा दफा कर देती है। इससे गोमतीनगर के बारों में आए शहर के शौकीन लोग उत्पात मचाते रहते हैं। जानकारी के मुताबिक घटना विभूतिखंड थाना क्षेत्र के म्यूनिख रेस्टोरेंट की है। रेस्टोरेंट में आए दो दंपतियों ने शराब के साथ डिनर पार्टी की। इस दौरान दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। पति ने महिला की धुनाई कर दी। इस दौरान महिला के कपड़े फट गए। वह अपनी आबरू बचाने के लिए अर्धनग्न अवस्था में ही ओमेक्स अपार्टमेंट की और भागी। इस दौरान मौके पर मौजूद गार्डों ने महिला को तन ढंकने के लिए तौलिया दी। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों को थाने ले आई। प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि दोनों दंपति विनीत खंड के रहने वाले हैं। देर शाम यह रेस्टोरेंट में खाना खाने आए थे। इस दौरान नशे में होने के कारण दोनों में कुछ आपसी विवाद हो गया। दोनों कार से घर जा रहे थे इस दौरान विवाद फिर बढ़ा और दोनों में झड़प शुरू हो गई। महिला खुद को बचाने के लिए कार से उतरकर भागी। इस दौरान उसके कपड़े फट गए। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक दोनों पक्षों में देर रात लिखित समझौता हो गया है।
राजधानी में बुजुर्गों व गंभीर रोगियों का टीकाकरण शुरू
- चार अस्पतालों में टीकाकरण जारी, सीएम ने किया निरीक्षण
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल हॉस्पिटल में तीसरे चरण के वैक्सीनेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा बुजुर्गों का खास ख्याल रखा जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए बुजुर्गों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाने का अभियान आज से शुरू हो गया। पहले दिन सभी 75 जिलों में तीन-तीन टीकाकरण केन्द्रों पर 100-100 लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इस तरह 225 केन्द्रों पर पहले दिन 22500 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। वर्ष 2021 में 60 वर्ष की उम्र पूरी करने वालों को भी वैक्सीन लगवाने की सुविधा दी गई है। इधर राजधानी लखनऊ के चार अस्पतालों में बुजुर्गों की सुविधा के लिए टीकाकरण शुरू हो गया। सीएमओ डॉॅ. संजय भटनागर ने बताया कि बुजुर्गों और 45 वर्ष से 59 वर्ष तक की उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की औपचारिक शुरुआत यहां भी हो गई है। जो लोग टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचेंगे उन्हेंं वहां मौजूद स्टाफ कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करवाएंगे। फिर उन्हेंं मौके पर ही वैक्सीन की पहली डोज लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड या कोई अन्य आईडी दिखाकर रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया केजीएमयू, लोहिया व सिविल अस्पताल में वैक्सीन पूरी तरह से मुफ्त लग रही है लेकिन एक निजी अस्पताल में लाभार्थियों को डोज के लिए 250 रुपए देने होंगे। लखनऊ में कुल नौ बूथों पर टीकाकरण जारी है। केजीएमयू के प्रवक्ता सुधीर सिंह ने बताया कि सुबह नौ बजे से ही चार बूथों पर बुजुर्गों के वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी है।
सालभर बाद स्कूल पहुंचे बच्चे, चेहरे पर लौटी रौनक
- मुख्यमंत्री पहुंचे प्राइमरी स्कूल, पढ़ाई के लिए बच्चों को प्रेरित किया, चॉकलेट भी दी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना महामारी के कारण ग्यारह महीने से बंद प्रदेश के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी प्राइमरी स्कूलों में आज फिर से रौनक लौट आई। राजधानी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सरकारी स्कूल का औचक निरीक्षण किया। बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। उपहार स्वरूप चॉकलेट भी दी। मुख्यमंत्री के साथ एसीएस सूचना नवनीत सहगल भी मौजूद थे। स्कूल सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक संचालित होंगे। बीकेटी के मुरलीपुरा प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका शोभना श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों के स्वागत के लिए स्कूल को गुब्बारों, झंडियों और रंगोली से सजाया गया। कोरोना आपदा के दौरान स्कूलों के बंद रहने की वजह से बच्चों की पढ़ाई का जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई के लिए शिक्षा विभाग से मिला निर्देशों के अनुसार प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान संचालित होगा। इसके तहत बच्चों के सीखने-समझने के स्तर का प्रारंभिक आकलन कर उन्हें उपचारात्मक शिक्षा देने पर जोर होगा। शहर के निजी स्कूलों में भी बच्चों के प्रवेश पर उनका स्वागत हुआ। कोरोना की गाइडलाइन का पालन भी दिखा।