अमरिंदर ही रहेंगे कैप्टन, सिद्धू कर रहे टीम में जगह की तलाश
नई दिल्ली। पंजाब में कैप्टन के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वाले सिद्धू के हाथ अभी तक क्या लगा है इसका अंदाजा अब सभी को लग गया है। पार्टी हाईकमान ने जिस तरह से पंजाब की कमान कैप्टन के हाथों में बरकरार रखते हुए उनको आगे के लिए रोडमैप दिया है, उसने साबित कर दिया है कि कैप्टन की पकड़ किस हद तक मजबूत है। हलांकि आरोपों की इस बारिश में कैप्टन को ऊपर से निर्देश मिले हैं कि जल्द से जल्द इन समस्याओं का निपटारा किया जाए। वहीं सिद्धू अभी भी अपनी बात मनवाने के लिए भटक रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा गया है कि वे उन सभी फाइलों पर काम करें, जिन पर उनकी सरकार पर रोक लगाने या दबाने का आरोप है। कांग्रेस नेतृत्व भले ही पंजाब में कैप्टन को बदलना नहीं चाहता हो, लेकिन वह भी अपने खिलाफ आ रही शिकायतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहता। गुरु ग्रंथ साहिब के अपवित्रीकरण में कैप्टन सरकार को आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया है। कैप्टन को करीब 18 बिंदुओं पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। नेतृत्व ने तीन सदस्यीय कमेटी के माध्यम से कैप्टन को एक्शन मोड में आने और प्रदेश में ड्रग्स, ट्रांसपोर्ट और रेत माफिया के सिंडिकेट पर नकेल कसने को कहा है। दरअसल, कांग्रेस ने इन सभी समस्याओं को मुद्दा बनाकर राज्य में पिछला चुनाव जीता था।
कैप्टन के मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी के भीतर इन माफिया से निपटने की लगातार मांग की जा रही है। कांग्रेस विधायक कैप्टन पर माफिया के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाते रहे हैं। कैप्टन को विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने पर भी अपना रुख स्पष्ट करना होगा क्योंकि पार्टी अध्यक्ष सुनील जाखड़ समेत कई नेताओं ने इस फैसले पर भी सवाल उठाए हैं।
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने पंजाब यात्रा में मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है। इसी तर्ज पर कैप्टन सरकार भी सभी उपभोक्ताओं को दो सौ यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा करने जा रही है। कैप्टन को बिजली वितरण कंपनियों पर अंकुश लगाने और कुछ को बाहर का रास्ता दिखाने को कहा गया है। घोषणा पत्र में कैप्टन को एक लाख नौकरियां देने, अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने, सफाईकर्मियों को नियमित करने के वादे को पूरा करने पर तत्काल काम करने को कहा गया है। विशेष घटक योजना में अनुसूचित जाति के लोगों के लिए ऋण माफी के लिए छात्रवृत्ति को वैध बनाने, लागू करने और कानून बनाने को कहा गया है।
पंजाब प्रभारी महासचिव हरीश रावत को बात कर असंतुष्ट नेता नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने का काम सौंपा गया है। रावत कैप्टन के खिलाफ सार्वजनिक बयानबाजी से बचने की बात करेंगे नेतृत्व ने सिद्धू की शिकायतों को गंभीरता से लिया है। सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को चुनाव से जुड़ी कमेटियों या संगठनों में जगह मिल सकती है। लेकिन जिस अंदाज में सिद्धू ने कैप्टन के खिलाफ आगाज किया था उनको खुद पता नहीं होगा कि उसका अंजाम ऐसा होगा।