आखिर हो ही गया भाजपा के सभी प्रत्याशियों का नामांकन, सभी की निगाहें टिकीं अरविंद शर्मा पर

  • स्वतंत्रदेव सिंह, अरविंद शर्मा व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने भी दाखिल किया पर्चा
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रहे मौजूद
  • विधान परिषद की 12 सीटों पर होना है चुनाव, 28 जनवरी को होगा मतदान
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। आखिरकार उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में भाजपा ने अपने दस प्रत्याशी मैदान में उतारे दिए। सीएम योगी आदित्यनाथ तथा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में भाजपा के दस प्रत्याशियों ने विधान भवन में अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। विधान परिषद चुनाव के लिए मतदान 28 जनवरी को होना है। आज नामांकन का अंतिम दिन है। 19 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी। उम्मीदवार 21 जनवरी तक नाम वापस ले सकेंगे। भाजपा के दस प्रत्याशियों ने आज विधान भवन में विधान परिषद सदस्य पद के लिए अपना नामांकन किया। भाजपा के प्रदेश कार्यालय से बड़ी संख्या में विधायकों तथा कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा के विधान परिषद प्रत्याशी विधान भवन में पहुंचे। सबसे पहले उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने पर्चा दाखिल किया। इसके बाद विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य, कुंवर मानवेंद्र सिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, अश्विनी त्यागी, सलिल विश्नोई, सुरेंद्र चौधरी व धर्मवीर प्रजापति के साथ पीएम नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी सेवानिवृत्त आईएएस अफसर अरविंद कुमार शर्मा ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने से पहले भाजपा के सभी प्रत्याशी पार्टी के राज्य मुख्यालय में एकत्रित हुए। इस दौरान महामंत्री संगठन सुनील बंसल सहित अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे। विधायकों के संख्या बल के हिसाब से भाजपा की दस सीट पर जीत पक्की है।
स्वतंत्र देव के बाद लिया सीएम का नाम
एके शर्मा ने विधान परिषद चुनाव में नामांकन से पहले रोड शो किया। इसमें एके शर्मा ने भारत माता की जय के बाद नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, स्वतंत्र देव सिंह के बाद योगी आदित्यनाथ की जय का नारा लगाया। इसे लेकर चर्चा गर्म है।
सपा घोषित कर चुकी है दो प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद चुनाव के लिए अपने दो प्रत्याशियों अहमद हसन तथा राजेंद्र चौधरी को मैदान में उतारा है। 100 सदस्यीय विधान परिषद में सपा के अभी 55 सदस्य हैं। जिन 12 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें सपा के 6 सदस्य थे। उसे दो सदस्यों के जीतने का भरोसा है। ऐसे में सपा को 4 सदस्यों का नुकसान हो सकता है। 30 जनवरी के बाद उच्च सदन में सपा के 51 सदस्य रह जाएंगे। तब भी परिषद में बहुमत सपा का ही रहेगा।

गोंडा: कृषि महाविद्यालय के निर्माण में भ्रष्टïाचार का खेल, धनराशि जारी करने को मांग रहे घूस
  • राजकीय निर्माण निगम ने निर्माण के लिए जारी 70 करोड़ में से 35 करोड़ खर्च कर दिए दूसरे कामों में
  • प्रोजेक्ट मैनेजर और लेखा प्रभारी पर कंपनी ने घूस मांगने का लगाया आरोप की शिकायत
  • प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग ने अभी तक नहीं की कोई ठोस कार्रवाई
  • 2014 में जारी की गई थी धनराशि, एक साल में पूरा होना था निर्माण कार्य
मनीष पांडेय
लखनऊ । प्रदेश में भ्रष्टïाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति को खुद सरकार के अधिकारी ही पलीता लगा रहे हैं। ताजा मामला गोंडा में बन रहे कृषि महाविद्यालय से जुड़ा है। इसके निर्माण के लिए 70 करोड़ जारी किए गए थे और एक साल के अंदर काम को पूरा करना था। राजकीय निर्माण निगम ने इस धनराशि का पचास फीसदी दूसरे कामों में खर्च कर दिया और अब अधिकारी निर्माण काम को जारी रखने के लिए कंपनी से घूस मांग रहे हैं और न देने पर टेंडर को निरस्त करने की धमकी दे रहे हैं। कंपनी की शिकायत के बाद भी प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। गोंडा के करनैलगंज में पांच साल से कृषि महाविद्यालय का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसका निर्माण का काम लोक निर्माण विभाग की नोडल एजेंसी राजकीय निर्माण निगम ने बीआर कंस्ट्रक्शन कंपनी को दे रखा है। 2014 में इसके निर्माण के लिए 70 करोड़ जारी किए गए थे और इसका निर्माण एक साल में पूरा करना था लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। हैरानी की बात यह है कि महाविद्यालय के निर्माण के लिए मिली राशि से करीब 35 करोड़ राजकीय निर्माण निगम ने दूसरे कार्यों में खर्च कर दिये। लिहाजा कंपनी बीआर कंस्ट्रक्शन ने प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण से इस संबंध में लिखित शिकायत की है। कंपनी ने आरोप लगाया है कि राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर एसपी खंडूरी और एकाउंटेंट अजय कुमार मिश्रा द्वारा इस काम को करवाने के लिए कंपनी से रिश्वत मांग रहे हंै। यही नहीं धमकी दी जा रही है कि अगर उन्हें पैसा नहीं दिया गया तो वे कंपनी का टेंडर निरस्त करवा देंगे। बीआर कंस्ट्रक्शन की शिकायत पर प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग ने एमडी राजकीय निर्माण निगम और प्रोजेक्ट मैनेजर अयोध्या एसपी खंडूरी को तलब किया है। हालांकि इस मामले में प्रमुख सचिव की ओर से क्या करवाई की गई है उसकी जानकारी नहीं है लेकिन सूत्रों का कहना है कि प्रमुख सचिव द्वारा इस मामले में राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई गई है।
सीएम और डिप्टी सीएम की खींचतान से बर्बादी की कगार पर निर्माण निगम
यह चर्चा भी है कि सीएम और डिप्टी सीएम की खींचतान के कारण राजकीय निर्माण निगम जैसी एजेंसी बर्बादी की कगार पर है। नोडल एजेंसी की यूनिट्स सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नही बल्कि देश के अन्य राज्यो में भी हैं लेकिन कुछ महीने पहले एक शासनादेश ने निर्माण निगम को ध्वस्त कर दिया। दरअसल, पहले उत्तर प्रदेश के बड़े से बड़े प्रोजेक्ट राजकीय निर्माण निगम द्वारा करवाये जाते थे लेकिन वित्त विभाग की तरफ से फरमान जारी किया गया कि अब 50 करोड़ से ऊपर के काम का टेंडर सीधे लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा।
एमडी का कार्यभार देख रहे सत्यप्रकाश घर से निपटाते हैं काम
राजकीय निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक की कुर्सी पिछले कई महीनों से खाली है। आगरा डिवीजन के चीफ इंजीनियर सत्यप्रकाश को राजकीय निर्माण निगम के एमडी की जिम्मेदारी दी गई है। जब अतिरिक्तकार्यभार देख रहे सत्यप्रकाश से इस मामले में संपर्क करने की कोशिश की तो उनका मोबाइल नंबर 9870655097 काल के बाद भी नहीं उठा। कैम्प ऑफिस में फोन किया गया तो पता चला कि साहब दो महीने से ऑफिस ही नहीं आये और उनके निजी सचिव एमडी का काम संभाल रहे हैं और जरूरी फाइलें एमडी घर से ही निपटाते हैं ।
कंपनी की बैंक गारंटी एक्सपायर हो गई थी और कंपनी के द्वारा एडवांस पेमेंट का दबाव बनाया जा रहा था जो हमने नहीं किया। इसी वजह से प्रमुख सचिव से शिकायत की गई है। मामले से एमडी को अवगत करा दिया गया है।
एसपी खंडूरी, प्रोजेक्ट मैनेजर, अयोध्या यूनिट
मेरे पास शिकायत आई थी। मैंने उसे राजकीय निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक को भेज दिया है । बाकी की जानकारी आप उनसे लीजिये ।
नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग

एनटीपीसी के वरिष्ठ प्रबंधक ने की खुदकुशी

4पीएम न्यूज नेटवर्क. सोनभद्र। एनटीपीसी शक्तिनगर के वरिष्ठ प्रबंधक प्रभात कुमार बरनवाल ने आज भोर अपने आवास सेकेंड सी 73 में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। स्थानीय लोगों के अनुसार वे प्रतिदिन सुबह टाउनशिप में टहलने निकलते थे। आज भोर उन्होंने पत्नी व छोटे लड़के के रुम की आगे से सिटकनी बन्द कर दी और ड्राइंग रूम में दुपट्टे के सहारे पंखे मे लटक कर फांंसी लगा ली। सुबह पत्नी बच्चे उठे तो उनका कमरा बाहर से बन्द था। सिटकनी खोली गयी। सूचना पाकर मौके पर पुलिस और परियोजना अधिकारी पहुंच गये। गौरतलब है कि वरिष्ठ प्रबंधक प्रभात कुमार बरनवाल इसी महीने नगर प्रशासन से हटाकर प्लांट में भेजे गये थे। थाना प़भारी मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि कोई सुसाइड नोट नही मिला है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button