किसान पंचायत से पहले बोलीं प्रियंका- सरकार को वापस लेने होंगे कृषि कानून
- कांग्रेस महासचिव सहारनपुर दौरे पर
- यूपी में पार्टी को मजबूती देने की तैयारी, भाजपा ने साधा निशाना
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। नए कृषि कानूनों के खिलाफ दो महीने से अधिक समय से चल रहे किसानों के आंदोलन के बीच कांग्रेस ने सहारनपुर में किसान पंचायत बुलाकर उत्तर प्रदेश का सियासी पारा गरमा दिया है। खुद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहारनपुर दौरे पर हैं। किसान पंचायत के जरिए प्रियंका प्रदेश में कांग्रेस को मजबूती देने की तैयारी कर रही हैं। वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया। रालोद के बाद अब कांग्रेस ने किसान पंचायत का आगाज किया है। यह पंचायत सहारनपुर के चिलकाना में हो रही है। इसमें शिरकत करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा पहुंची। इसके पहले उन्होंने शाकंभरी देवी के दर्शन-पूजन किए। किसान पंचायत में पहुंचने से पहले प्रियंका ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएं बांटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूंगी। भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे। गौरतलब है अगले साल उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव होने हैं। लिहाजा कांग्रेस, भाजपा से दो-दो हाथ करने और प्रदेश में अपना जनाधार मजबूत करने की कोशिश कर रही है। वहीं किसान पंचायत को लेकर भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसानों को गुमराह कर रहे हैं। कृषि कानूनों पर दो दिन चर्चा हुई लेकिन राहुल ने प्रावधानों के तहत कोई सवाल नहीं पूछे।
धारा 144 लागू
जिला प्रशासन ने बताया कि त्यौहारों व किसान आंदोलन के मद्देनजर जिले में धारा 144 लगाई गई है ताकि किसी तरह की अव्यवस्थता न फैले। डीएम ने जानकारी दी कि धारा 144 पहले से ही लागू की गई है जिसे किसान महापंचायत और आंदोलन अंतर्गत आगे बढ़ा दिया गया है जोकि होली तक लागू रहेगा।
पुलिस बल की तैनाती
कांग्रेस की किसान पंचायत के दौरान शांति व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर छह एसएचओ, 10 सब इंस्पेक्टर, 40 कांस्टेबल, एक प्लाटून पीएसी, एक व्रज वाहन, 10 महिला कांस्टेबल, पांच ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल के अलावा थाना चिलकाना की पुलिस भी शामिल है।
इंदिरा और राजीव गांधी ने भी की थीं चिलकाना में जनसभाएं
कांग्रेस नेताओं का चिलकाना से पुराना नाता रहा है। चिलकाना में वर्ष 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी आई थीं और उन्होंने तत्कालीन सिंचाई मंत्री महमूद अली खान के चुनाव के लिए प्रचार किया था। इसके बाद 1983 में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राजीव गांधी भी यहां पहुंचे थे और जनसभा को संबोधित किया था।
लाल किला हिंसा का एक और आरोपी इकबाल सिंह गिरफ्तार
- 50 हजार का था इनाम पुलिसकर्मियों पर किया गया था हमला
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। केंद्र द्वारा पास किये गये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा और लाल किले पर एक धार्मिक ध्वज फहराये जाने के मामले में मुख्य आरोपी दीप सिद्धू के पकड़े जाने के बाद अब एक और गिरफ्तारी हुई है। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि इकबाल सिंह को स्पेशल सेल ने मंगलवार रात पंजाब के होशियारपुर से गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम रखा गया था। किसानों ने इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इस दौरान लाल किले पर लोगों की भीड़ ने एक धार्मिक ध्वज फहरा दिया। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी में गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के मामले में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया था। इस घटना के मुख्य आरोपी दीप सिद्धू के अलावा सुरजीत उर्फ दीपू, सतवीर सिंह उर्फ सचिन, संदीप सिंह, देवेंद्र सिंह और रवि कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है। गौरतलब है कि 26 जनवरी को हजारों की संख्या में आईटीओ पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था।
कासगंज हत्याकांड: मुठभेड़ में एक आरोपी एलकार ढेर, दूसरा फरार
- गांव की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चला रही पुलिस
- सीएम योगी ने एनएसए लगाने के दिए आदेश, दारोगा की हालत गंभीर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. कासगंज। जनपद कासगंज में मंगलवार को शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने गई पुलिस पर हमला किया गया। इसमें एक सिपाही की बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी तो वहीं एक दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद एक्शन में आई यूपी पुलिस ने आज तड़के एक एनकाउंटर में इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोती के भाई एलकार सिंह को मार गिराया जबकि अन्य की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। एलकार सिंह हिस्ट्रीशीटर है और वह जेल भी जा चुका है। सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला धीमर में दारोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने गए थे, तभी उन पर हमला किया गया था। सीएम योगी ने आरोपियों पर एनएसए लगाने के निर्देश दिए हैं। मृतक सिपाही के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। घटना का मुख्य आरोपी मोती धीमर बताया जा रहा है।