क्या फायदा ऐसी आईएएस एसोसिएशन का जो न बचा पाए अपने अध्यक्ष को

  • एक शानदार अफसर की मौत ने हिला दिया सभी को
  • अध्यक्ष राजस्व परिषद दीपक त्रिवेदी हर किसी के थे पसंदीदा अफसर
  • कोविड होने के बाद घंटों तक परेशान रहे उनके परिजन एडमिट कराने को
  • 4 पीएम के वीडियो ने खोली पोल तो मचा हड़कंप
  • बदायूं के सहसवान के एसडीएम की भी कोरोना से मौत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। अध्यक्ष राजस्व परिषद दीपक त्रिवेदी नहीं रहे। वे आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे मगर उनके कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी एसोसिएशन उनकी कोई मदद नहीं कर पायी और वे घंटो परेशान रहे जिसके बाद उनको एडमिट कराया जा सका। उनको पीजीआई में एडमिट कराया गया था। दीपक त्रिवेदी के साथ सिस्टम ने जो किया उसका वीडियो 4 पीएम के यू ट्यूब चैनल 4क्कद्व हृद्ग2ह्य हृद्गह्ल2शह्म्द्म पर प्रसारित किया गया जिससे हड़कंप मच गया। इस पर जिम्मेदार अपनी सफाई देने में जुट गये कि ऐसा नहीं हुआ जबकि हकीकत यही थी। उत्तर प्रदेश आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और राजस्व परिषद के अध्यक्ष दीपक त्रिवेदी का कोरोना संक्रमण से आज सुबह निधन हो गया। वह इलाज के लिए संजय गांधी पीजीआई में भर्ती थे। वे मूलत: राजस्थान के भरतपुर के निवासी थे। राजस्व परिषद के अध्यक्ष दीपक त्रिवेदी सभी के पसंदीदी अफसर थे। एक शानदार अफसर की मौत ने सभी को हिला दिया है। वहीं उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। दूसरी ओर बदायूं के सहसवान के एसडीएम किशोर गुप्ता को भी इस महामारी ने अपना निवाला बना लिया। एसडीएम पिछले सप्ताह कोरोना की चपेट में आए थे और हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। शहर के लालपुल स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी वहां मौजूद रहे।
दीपक त्रिवेदी के असामयिक निधन से मन बहुत व्यथित है। वे बहुत सरल व्यक्तित्व के नेक दिल इंसान थे। विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वे हमारे बीच से हमेशा के लिए चले गए हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करे और परिवार को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
दीपक सिंघल, पूर्व मुख्य सचिव
संक्रमण की चपेट में एक दर्जन से अधिक अफसर
कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में उत्तर प्रदेश सरकार के एक दर्जन से ज्यादा आईएएस अधिकारी हैं। अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, वित्त सचिव संजय कुमार, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव बीएल मीना, नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे, श्रम विभाग के अपर मुख्य सचिव सुरेश चंद्रा, उच्च शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला, खाद्य एवं रसद नागरिक आपूॢत विभाग की प्रमुख सचिव वीणा कुमारी, सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव अनिल गर्ग और विशेष सचिव प्रशांत शर्मा, मुख्य सचिव के स्टाफ अफसर अमृत त्रिपाठी और हमीरपुर समेत तीन जिलों के डीएम कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण का असर मुख्यमंत्री के दफ्तर तक पहुंच गया है। उनके अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल के साथ सचिव अमित सिंह और ओएसडी अभिषेक कौशिक को भी संक्रमण हुआ है। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के स्टाफ के भी दो लोग कोरोना के शिकार हुए हैं।

बड़ा फैसला : अब शुक्रवार रात से मंगलवार सुबह तक रहेगा लॉकडाउन
  • जारी रहेगी आवश्यक सेवाएं, बेवजह घूमने वालों पर होगी कार्रवाई
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन की अवधि एक दिन और बढ़ा दी है। अब प्रदेश में शुक्रवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक संपूर्ण बंदी रहेगी। वीकेंड लॉकडाउन के बाद से कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी देखने को मिली है। लिहाजा तीन दिन का लॉकडाउन प्रदेश में लगाया है। इस दौरान सभी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। बेवजह घूमने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। हालांकि सरकार ने संपूर्ण लॉकडाउन से इनकार किया है, लेकिन तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब इसे धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। पिछले चार दिन से यूपी में कोरोना संक्रमण के मामले में गिरावट देखने को मिल रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के नए मामलों ने पुराने सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटों में 3,79,257 नए मामले दर्ज किए गए वहीं 3,645 संक्रमितों की मौत हो गई। इस अवधि में 2,69,507 लोगों ने कोरोना को मात दे दी और अस्पताल से स्वस्थ हो वापस अपने घर लौट गए। वहीं मरने वालों की संख्या 2,04,832 हो गई है।
रजिस्ट्रेशन के लिए उमड़ी भीड़
देश में कोरोना टीकाकरण का अगला चरण एक मई से शुरू होने जा रहा है। पहली मई से टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए पहली बार रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया। इस चरण में 18 साल से ऊपर की उम्र वालों का टीकाकरण किया जाएगा। रजिस्ट्रेशन शुरू होते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ ने यह भी दिखा दिया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में अब कोई हिचक नहीं है। पहले दिन रजिस्ट्रेशन कराने वालों का आंकड़ा सवा करोड़ के पार पहुंच गया। उत्तर प्रदेश में 18 साल से ऊपर वालों को मुफ्त में टीका लगाए जाएंगे।
20 मई तक कक्षा एक से 8 तक के सभी सरकारी विद्यालय बंद
लखनऊ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए 20 मई 2021 तक कक्षा एक से आठ तक के समस्त परिषदीय/ सहायता प्राप्त/ मान्यता प्राप्त /कस्तूरबा विद्यालय एवं अन्य बोर्ड के विद्यालयों में शैक्षिक कार्य पूरी तरह बंद करने का आदेश जारी किया गया है। बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने बताया कि 20 मई 2021 तक छात्र-छात्राएं विद्यालय में उपस्थित नहीं होंगे।
टेंडर पाम अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से मरीज की मौत मामले को दबाने की कोशिश
लखनऊ। शहीद पथ स्थित टेंडर पाम अस्पताल में एक बड़ी दुर्घटना हुई है मगर सभी उसको छिपाने में लगे हैं। कल रात अचानक इस अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गयी और इसके बाद कई मरीजों के मौत की सूचना आयी। आक्सीजन खत्म होने की खबर से प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस प्रशासन ने आनन-फानन में कई सिलेंडर भिजवाये तब तक कुछ मरीजों की मौत हो चुकी थी। अस्पताल प्रशासन मामले को छिपाने में लग गया है और लोगों से कहा कि आपके मरीज को हार्ट अटैक हुआ है। हालांकि कुछ मरीज़ों के परिजनों का विडियो वायरल होने से मामले की पोल खुल गयी। तीमारदारों ने बताया कि ऑक्सीजन खत्म होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने सभी को बाहर निकाल दिया। रोहित सिंह ने बताया कि ऑक्सीजन खत्म होने से मां आशा समेत कई अन्य मरीजों की मौत हो गई।
22 राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत
नई दिल्ली। कोरोना ने भारत पर किस कदर सितम ढाया है, इसका अंदाजा सिर्फ इससे ही लगाया जा सकता है कि देश में 15 से 24 अप्रैल के बीच यानी 9 दिनों में ही मेडिकल ऑक्सीजन की मांग 67 प्रतिशत बढ़ गई। इतना ही नहीं जहां पहले सिर्फ 12 राज्यों को ऑक्सीजन की किल्लत थी तो वहीं अब केंद्र से ऑक्सीजन मांगने वाले राज्यों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 15 अप्रैल को 12 राज्यों के अतिरिक्त सचिवों/ प्रमुख सचिवों/ स्वास्थ्य सचिवों को चिट्ठी लिखकर 20 अप्रैल से शुरू होने वाले हफ्ते के लिए उनकी ओर से आई ऑक्सीजन की मांग के बाद किए गए आवंटन के बारे में सूचित किया था। इन राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल थे। बाद में अन्य राज्य भी शामिल हो गए।

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