घर पर हमले के बाद बोले संजय सिंह- चाहे मेरी हत्या हो जाये चंदा चोरी नहीं करने दूंगा
- आप सांसद ने ट्वीट कर दी जानकारी, भाजपा पर बोला हमला
- चार-पांच हमलावरों ने घर में घुसने का किया प्रयास, नेम प्लेट पर कालिख पोती
- संजय सिंह ने राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर जमीन खरीद घोटाले का लगाया था आरोप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. नई दिल्ली। राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाने वाले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के घर पर हमला हुआ है। सांसद ने बताया कि कुछ लोगों ने उनके घर पर कालिख पोती और हमला किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कान खोलकर सुन लो भाजपाइयों चाहे जितनी गुंडागर्दी कर लो प्रभु श्रीराम के नाम पर बनने वाले मंदिर में चंदा चोरी नहीं करने दूंगा। इसके लिए चाहे मेरी हत्या हो जाय। आप सांसद ने कहा कि मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं भाजपा सरकार और उनके गुंडों से, आप जितने चाहे हमले करवा लें, चाहे मेरी हत्या करवा दें लेकिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम पर बनने वाले मंदिर में अगर चंदा चोरी करोगे तो एक नहीं एक हजार बार बोलूंगा। यह 115 करोड़ हिंदुओं का अपमान है। ये करोड़ों राम भक्तों का अपमान है जिन्होंने अपना पेट काटकर श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए चंदा दिया है। अगर उस चंदे में चोरी हो रही है तो बार-बार उस पर सवाल उठाउंगा। चंदा चोरों को पकड़ कर जेल में डाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमलावर उनके खिलाफ और रामजन्मभूमि ट्रस्ट को लेकर नारे लगा रहे थे। गौरतलब है कि संजय सिंह ने कुछ दिन पहले ही राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था।
क्या है मामला
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने दो दिन पूर्व कुछ दस्तावेजों को पेश कर राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया था कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपतराय ने करोड़ों रुपए चंपत कर दिए। अयोध्या सदर तहसील के बाग बिजैसी गांव में पांच करोड़ 80 लाख रुपये की मालियत वाली गाटा संख्या 243, 244 और 246 की जमीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी नामक व्यक्तियों ने कुसुम पाठक और हरीश पाठक से 18 मार्च को दो करोड़ रुपए में खरीदी थी और शाम सात बजकर 10 मिनट पर हुई इस जमीन खरीद में राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह बने थे। उसके ठीक पांच मिनट के बाद इसी जमीन को ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी से साढ़े 18 करोड़ में खरीदा, जिसमें से 17 करोड़ रुपए आरटीजीएस के जरिए पेशगी के तौर पर दिए गए। मजे की बात यह है कि जो ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय बैनामा कराने में गवाह थे, वे ही इस जमीन को ट्रस्ट के नाम पर खरीदने में भी गवाह बन गए।
राष्टï्रपति आवास के करीब है सांसद का घर
संजय सिंह ने कहा कि मेरा घर महामहिम राष्ट्रपति के आवास से कुछ दूरी पर है। यह वीआईपी इलाका है। यहां अन्य सांसद भी रहते हैं। ऐसी जगह पर मेरा घर है फिर भी मेरे घर पर हमला हो गया। जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है वे घर के अंदर घुस रहे थे मुझ पर हमले के लिए लेकिन मेरे साथियों ने उन्हें रोक लिया फिर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हमलावरों में चार-पांच लोग शामिल थे।
बसपा में बगावत, निलंबित विधायकों ने नया दल बनाने का किया ऐलान
- लालजी वर्मा के नेतृत्व में नया दल बनाने का फैसला, सतीश मिश्रा पर लगाए गंभीर आरोप
- मायावती ने नौ को पार्टी से निलंबित और दो को किया था निष्कासित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश का सियासी पारा गर्म हो गया है। बसपा के 11 बागी विधायकों ने लालजी वर्मा के नेतृत्व में नया दल बनाने का ऐलान कर दिया है। बसपा में कुल 18 विधायकों में से नौ को पार्टी ने निलंबित और दो को निष्काषित किया है। परिषद चुनाव में बसपा से बगावत करने के बाद निलंबन झेल रहे विधायक असलम राईनी ने कहा कि बसपा के बागी सभी विधायक मिलकर अपनी नई पार्टी बनाएंगे। हमारे नेता लालजी वर्मा होंगे। उनके साथ ही रामअचल राजभर भी हमारे साथ हैं। हम लालजी वर्मा को अपनी पार्टी का मुखिया बनाएंगे। 11 विधायक अब एक साथ हैं। राईनी ने कहा कि हमें बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती से कोई शिकायत नहीं है लेकिन राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का व्यवहार ठीक नहीं है। वह जितना कहते हैं, मायावती सिर्फ उतना ही करती हैं। सतीश चंद्र मिश्रा पार्टी को खाक में मिलाने में लगे हैं। अभी हमारे पास एक विधायक की कमी है, जिसके कारण तत्काल नया दल नहीं बन पा रहा है। इस बीच अगर एक और विधायक साथ आया तो पार्टी बनाएंगे। नए दल का नाम लालजी वर्मा को डिसाइड करना है। गौरतलब है कि बसपा के कद्दावर नेता लालजी वर्मा और रामअचल को हाल ही में मायावती ने पार्टी से निष्कासित किया है।
अखिलेश से मुलाकात पर सियासत गर्म
इसके पहले बसपा के बागी विधायकों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। बसपा के बागी विधायक असलम राईनी ने कहा कि हम किसी भी नेता से मिल सकते हैं। पहले भी निलंबित नौ विधायक अखिलेश यादव से मिले थे और आज भी मिले हैं। अखिलेश यादव ने आज इन बागी विधायकों की भेंट के दौरान 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई। पहले छह विधायक गए बाद में तीन और पहुंचे थे। जिन विधायकों ने अखिलेश से मुलाकात की उनमें असलम राईनी, असलीम अली चौधरी, मुजतबा सिद्दकी, हाकिम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव, सुषमा पटेल, वंदना सिंह, रामवीर उपाध्याय और अनिल सिंह शामिल हैं। इस मुलाकात के बाद प्रदेश में सियासत गर्म हो गई है।