तेज प्रताप और तेजस्वी में नही सुलझ रहा विवाद, लालू के परिवार में ही जारी है वर्चस्व की जंग
नई दिल्ली। बिहार के मुख्य विपक्षी दल राजद में सब कुछ ठीक नहीं है। पिछले कुछ समय से दोनों भाइयों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के बीच टकराव की स्थिति लगातार पार्टी में देखने को मिल रही है। दरअसल, तेज प्रताप लंबे समय से पार्टी के सम्मानित नेता जगदानंद सिंह पर हमला कर रहे थे। तेजस्वी ने उन्हें इस बारे में चुप रहना और बड़ों का सम्मान करनो की नसीहत दी थी। हालांकि तेज प्रताप ने अपने एक ट्वीट के जरिए इशारों-इशारों में तेजस्वी को ही सलाह दे डाली है।
तेज प्रताप ने शनिवार को ट्वीट कर राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की रचना रश्मिरथी का श्लोक लिखा। उन्होंने कहा, हे अर्जुन! मन बेचैन है और इसे नियंत्रित करना मुश्किल है, लेकिन अभ्यास के साथ इसे नियंत्रित किया जा सकता है । तेज प्रताप ने इस ट्वीट में एक फोटो भी पोस्ट की है, जिसमें भगवान कृष्ण अपने साथ बैठे अर्जुन को नसीहत देते नजर आ रहे हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब तेज प्रताप ने इस तरह के ट्वीट कर पार्टी नेतृत्व को कुछ संदेश भेजने की कोशिश की है। वह पहले भी गीता में दिए गए कृष्ण-अर्जुन के वार्तालाप से संबंधित ट्वीट कर चुके हैं। अपने आखिरी ट्वीट में उन्होंने लिखा था- सिर्फ कर्म करने वाला आदमी फल की इच्छा छोडक़र अपने जीवन को सफल बनाता है। इतना ही नहीं उन्होंने जन्माष्टमी की बधाई देते हुए अपने ट्वीट में जो फोटो पोस्ट की है, उसमें उनकी तस्वीर सबसे बड़ी दिखाई गई थी, जबकि लालू प्रसाद यादव से लेकर राज्य में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और मां राबड़ी देवी तक की छोटी सी फोटो थी।
बता दें कि तेज प्रताप यादव खुद को कृष्ण और तेजस्वी यादव को अर्जुन बताते हैं। कुछ दिन पहले किए गए अपने एक ट्वीट में उन्होंने अपनी और तेजस्वी की एक फोटो भी पोस्ट की थी और अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा था- आप चाहे कितना भी प्लॉट कर लें, आप कृष्णा-अर्जुन की इस जोड़ी को तोड़ नहीं पाएंगे।
तेज प्रताप यादव छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटाए जाने से नाराज हैं। इसके लिए वे प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह और संजय यादव पर हमला बोल रहे हैं। तेज प्रताप संजय यादव को प्रवासी सलाहकार कह रहे हैं। यहां तक कहा कि संजय यादव दोनों भाइयों के बीच विवाद पैदा करना चाहते है। इतना ही नहीं तेज प्रताप ने संजय यादव पर दिल्ली में मॉल बनाने का भी आरोप लगाया है। इसके साथ ही तेजस्वी को बच्चा तो जगदानंद सिंह को महाभारत का शिशुपाल और यहां तक कि संजय यादव को दुर्योधन तक कहा है।