पूरे प्रदेश में नाइट कर्फ्यू का ऐलान शनिवार, रविवार को लॉकडाउन


कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए योगी सरकार ने लिया निर्णय

वीकली लॉकडाउन के दौरान सभी साप्ताहिक बाजार और कॉम्प्लेक्स रहेंगे बंद

होगा सैनेटाइजेशन, बाधित नहीं होंगी आवश्यक सेवाएं


4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए योगी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब पूरे यूपी में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है जबकि शनिवार और रविवार को लॉकडाउन रहेगा। वीकली लॉकडाउन के दौरान सभी साप्ताहिक बाजार और कॉम्प्लेक्स बंद रहेंगे जबकि आवश्यक सेवाएं बाधित नहीं रहेंगी। इस दौरान प्रदेश भर में सैनेटाइजेशन का काम किया जाएगा।

टीम-11 के साथ को हुई समीक्षा बैठक के दौरान आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा की। साथ ही उन्होंने नाइट कर्फ्यू को पूरे प्रदेश में लागू करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीकली लॉकडाउन में भीड़-भाड़ वाले तमाम जगहें बंद रहेंगी। दोनों दिन यहां सैनिटाइजेशन का काम होगा। प्रदेश में शनिवार और रविवार दोनों दिन बंदी रहेगी। वीकली लॉकडाउन के दौरान सभी साप्ताहिक बाजार और शॉपिंग काम्प्लेक्स बंद रहेंगे। वीकली लॉकडाऊन के दौरान सैनिटाइजेशन का काम होगा। इस दौरान आवश्यक सेवाएं बाधित नहीं होंगी।

 

पांच शहरों में लॉकडाउन नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर लगाई रोक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित पांच शहरों में 19 अप्रैल की रात से लॉकडाउन के इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर देश की शीर्ष अदालत ने रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाकर उत्तर प्रदेश सरकार को बड़ी राहत दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर तत्काल रोक लगाने के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से कोरोना वायरस संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए उठाए गए सभी कदम की दो हफ्ते में रिपोर्ट भी मांगी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश के पांच शहरों में स्थिति बदतर होते देख लखनऊ, कानपुर शहर, प्रयागराज, वाराणसी तथा गोरखपुर में लॉकडाउन का निर्देश दिया था। इसके विरोध में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। एसजी तुषार मेहता ने उत्तर प्रदेश सरकार की अपील पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से तत्काल सुनवाई के लिए उल्लेख किया था। उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का यह निर्देश कार्यपालिका के क्षेत्र में अतिक्रमण है। सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण काल में बेहतर से बेहतर करने का प्रयास कर रही है अगर सरकार को लगता है कि बिना लॉकडाउन के बात नहीं बनेगी तो लॉकडाउन भी होगा। जैसा पहले भी किया गया था।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा संक्रमित

नई दिल्ली। देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। सूत्रों ने बताया कि कुछ उप चुनाव आयुक्त भी कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद क्वारंटीन हैं। पॉजिटिव होने के बाद भी इलेक्शन कमिश्नर लगातार वीडियो कॉल के जरिए संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं ताकि पश्चिम बंगाल चुनावों के बाकी तीन चरणों का मतदान बिना रुकावट हो सके। सुशील चंद्रा को बीते हफ्ते ही मुख्य चुनाव आयुक्त यानी सीईसी के तौर पर नियुक्त किया गया था। उन्होंने सुनील अरोड़ा का स्थान लिया है, जिनका कार्यकाल पूरा होने के बाद सुशील चंद्रा देश के नए सीईसी बने। वह 14 मई 2022 तक इस पद पर बने रहेंगे।

एक दिन में रिकॉर्ड 1761 लोगों की मौत, ढाई लाख के पार नए मामले

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमितों के साथ-साथ मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बीते एक दिन में 1700 से अधिक नई मौतों के साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 1.80 लाख को पार कर गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 2 लाख 59 हजार 170 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1 करोड़ 53 लाख 21 हजार से अधिक हो गई है। इस दौरान हुई 1,761 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,80,530 हो गई है।

दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हनुमान स्वरूप मिश्रा का पीजीआई में निधन


पिछले साल चुने गए थे प्रदेश कोऑपरेटिव यूनियन के सभापति

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में यूपी सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हनुमान स्वरूप मिश्रा का निधन हो गया है। वह लखनऊ के एसजीपीजीआई में एडमिट थे। उनका कई दिनों से इलाज चल रहा था।

हनुमान मिश्रा भाजपा के कद्दावर नेता माने जाते थे। उनका लखनऊ में काफी दिन से इलाज चल रहा था। हनुमान मिश्रा लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। आज सुबह उन्हांने एसजीपीजीआई में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। पिछले साल दिसंबर में ही हनुमान स्वरूप मिश्रा प्रदेश कोऑपरेटिव यूनियन की प्रबंध समिति के चुनाव में सभापति चुने गए थे। हनुमान मिश्रा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों बुखार आने के बाद उनकी कोरोना की जांच कराई गई थी। परिजनों का कहना है कि उन्हें कोरोना के लक्षण थे, जिसके बाद उन्हें लखनऊ शिफ्ट कराया गया। यहां उनकी मौत हो गई।

कोविड मरीजों की भर्ती के लिए सीएमओ के पत्र की अनिवार्यता खत्म करे सरकार: संजय सिंह

प्रदेश में बढ़ते संक्रमण पर आप सांसद ने योगी सरकार पर बोला हमला

ऑक्सीजन की कमी से लोग परेशान, कई लोगों की चली गई जान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण और कोविड मरीजों की भर्ती के लिए सीएमओ के पत्र की अनिवार्यता को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से प्रार्थना है कि वे कोविड मरीजों की भर्ती के लिए सीएमओ के पत्र की अनिवार्यता को खत्म करें क्योंकि लोग अपनों के इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रयागराज के डॉ. जेके मिश्रा इलाज के अभाव में मर गए। उन्हें स्वरूपरानी अस्पताल में मरने के लिए छोड़ दिया गया। पत्नी डॉ. रमा जीवन के लिए संघर्ष कर रही हैं। प्रदेश की योगी सरकार जनता को मरने के लिए छोड़कर खुद आइसोलेशन में चली गई है। मुख्यमंत्री ने जनता को अनाथ छोड़ दिया है। सरकार की कुव्यवस्था के कारण लोग मर रहे हैं। पूरे उत्तर प्रदेश से ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतों की खबरें आ रही हैं। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में एक और महामारी लोगों की जान ले रही है तो दूसरी तरफ सरकार का कुप्रबंधन उन्हें मार रहा है। प्रदेश के 43 कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट हैं। झांसी में ऑक्सीजन का अकाल है। राजधानी में लोगों को बेड के लिए सीएमओ का पत्र लेना पड़ रहा है। अगर अब भी मुख्यमंत्री नहीं जागे तो आने वाले दिनों में गांव गांव का यही हाल होगा।

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