पूरे यूवी में हाहाकार, न बेड है और न ऑक्सीजन, कहां सो रही सरकार

राजधानी समेत प्रदेश के तमाम अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत

बलरामपुर अस्पताल में कुछ घंटों की बची है सप्लाई, शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई


4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। कोरोना की नयी लहर ने पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा दिया है। राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के तमाम अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। बलराम अस्पताल में महज कुछ घंटों के लिए ऑक्सीजन बची है। वहीं कोरोना के इलाज में उपयोग में आने वाली दवाओं का टोटा पड़ गया है। वहीं सरकार सबकुछ जानते-बूझते सक्रिय होती नहीं दिख रही है। अधिकारी केवल आश्वासन देते नजर आ रहे हैं।

लखनऊ के अस्पतालों में ऑक्सीजन का भारी संकट खड़ा हो गया है। बलरामपुर अस्पताल में आक्सीजन की किल्लत हो रही है। कुछ घंटों की आक्सीजन सप्लाई रह चुकी है। यहां 290 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन के संकट को लेकर सीएमओ और डीएम को पिछले कई दिनों से लगातार मेल और फोन के माध्यम से सूचित कर रहा है। इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं जिला प्रशासन के मुताबिक ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही है। दूसरी ओर सीएमएस डॉ. आर के गुप्ता ने बताया ऑक्सीजन का स्टॉक जल्द खत्म होने वाला है। यही हाल प्रदेश के अन्य अस्पतालों का है। कई मरीज तो ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।

 

तीस अप्रैल तक भारत-ब्रिटेन की सारी उड़ानें रद्द

ब्रिटेन की तरफ से लगाए गए ताजा प्रतिबंधों के बाद एयर इंडिया ने अपनी फ्लाइट्स रद्द कर दी हैं। कंपनी के मुताबिक 24 से 30 अप्रैल के बीच उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हालांकि, कंपनी का कहना है कि वे इस दौरान हफ्ते में एक बार फ्लाइट संचालित करने की प्रक्रिया में हैं। कंपनी ने कहा था कि जो यात्री भारत और यूके के बीच यात्रा करने वाले थे, वे ध्यान दें कि यूके की तरफ से घोषित हालिया प्रतिबंधों के चलते 24 से 30 अप्रैल तक ब्रिटेन के लिए और वहां से आने वाली उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

धोनी के माता और पिता कोरोना पॉजिटिव

विख्यात क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के घर तक कोरोना पहुंच चुका है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान के माता-पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनका रांची के एक निजी अस्पताल में इलाज जारी है। डॉक्टर्स के मुताबिक धोनी के पिता पान सिंह और माता देविका देवी की स्थिति फिलहाल ठीक है। ऑक्सीजन स्तर भी अभी सामान्य है। राहत की बात है कि संक्रमण फेफड़ों तक नहीं पहुंचा है। यह जानकारी सीटी स्कैन से पता चली। 

एक दिन में रिकॉर्ड दो हजार से अधिक मौतें करीब तीन लाख संक्रमित

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से रिकॉर्ड 2023 लोगों की मौत हुई है जबकि दो लाख 95 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद देश में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,56,16,130 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 21,57,538 है और कुल ठीक हुए मरीजों की संख्या 1,32,76,039 पहुंच गई है। महामारी के चलते अब तक 1,82,553 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि, रिकॉर्ड मौतों के बावजूद मृत्युदर में लगातार गिरावट आ रही है और वर्तमान में यह 1.17 फीसद पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि दूसरी लहर संक्रामक ज्यादा घातक कम है यानी इसमें संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है, लेकिन उनके अनुपात में मौतें कम हो रही हैं।

आठ राज्यों में 77 फीसदी मौतें

77 फीसदी मौतें केवल आठ राज्यों में हुई हैं। देश में 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 519 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। इसके बाद दिल्ली में 277, छत्तीसगढ़ में 191, यूपी में 162, गुजरात 121, कर्नाटक में 149, पंजाब में 60 और मध्य प्रदेश में 77 लोगों की मौत हुई। इन आठ राज्यों में कुल 1556 मौतें कुल हुई 2020 मौतों का 77.02 फीसदी है।

भर्ती के लिए सीएमओ के लेटर की बाध्यता खत्म

लखनऊ। राजधानी के कोविड अस्पतालों में भर्ती होने के लिए अब कोरोना मरीजों को सीएमओ के सामने हाथ-पैर नहीं जोड़ने होंगे क्योंकि उप्र. मानवाधिकार आयोग ने अब भर्ती के लिए रेफरल लेटर की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। इसके बाद अब वह किसी भी कोविड अस्पताल में बेड खाली होने पर सीधे भर्ती हो सकेंगे। अभी तक अस्पतालों में मरीज की भर्ती तभी हो पाती थी, जब सीएमओ दफ्तर से उसको अनुमति पत्र दिया जाता था। इसके लिए मरीज कई दिनों तक कोविड कंट्रोल रूम व सीएमओ दफ्तर का चक्कर काटते थे। मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार को इस बाबत कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा है कि गंभीर कोरोना मरीजों को रेफरल सिस्टम का चक्कर खत्म कर तत्काल बेड उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही प्रत्येक अस्पताल के बाहर कोविड मरीजों के लिए कितने बेड खाली? कितने भरे हैं? इसकी सूचना भी स्पष्ट रूप लिखवाई जाए। न्यायमूर्ति केपी सिंह और सदस्य ओपी दीक्षित की ओर से यह आदेश जारी किया गया है।

ऑक्सीजन लाने टैंकर रवाना

लखनऊ। बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। राजधानी से कई टैंकर ऑक्सीजन लेने के लिए बोकारो रवाना की गए हैं। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थाी ने व्यवस्थाओं को जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिए।

कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत तय

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को तेज करते हुए 1 मई से वैक्सीनेशन का दायर बढ़ रहा है। राज्य सरकारों और प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन कितने रुपए में मिलेगी, इसका ऐलान हो गया है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों के लिए वैक्सीन के एक डोज की कीमत तय कर दी है, जिसके मुताबिक, कोविशील्ड की एक खुराक प्राइवेट अस्पताल में जहां 600 रुपए में मिलेगी, वहीं सरकारी अस्पताल में इसकी कीमत 400 रुपए होगी। यानी सरकारी अस्पताल में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग 400 रुपए देकर तो प्राइवेट अस्पताल में 600 रुपए देकर वैक्सीन लगवा सकते हैं।

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