यूपी विधानसभा : महंगाई और कृषि कानूनों को लेकर सड़क से सदन तक विपक्ष का हंगामा

  • बजट सत्र से पहले विपक्ष का प्रदर्शन व नारेबाजी
  • सपा, कांग्रेस और बसपा ने किया सदन से वॉकआउट
  • पेट्रोल-डीजल से भरी बोतलों के साथ किया प्रदर्शन और कानून व्यवस्था पर योगी सरकार पर साधा निशाना
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। बजट सत्र के पहले दिन महंगाई और कृषि काननों को लेकर विपक्ष ने सड़क से सदन तक हंगामा किया। सपा विधायक ट्रैक्टर पर गन्ना लेकर विधानसभा के सामने पहुंचे। विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन तथा आनंद भदौरिया की इस दौरान पुलिस से झड़प भी हुईं। इस दौरान विधानसभा मार्ग पर यातायात बाधित रहा। बजट सत्र का पहला दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण हंगामे की भेंट चढ़ गया। समाजवादी पार्टी के साथ बसपा तथा कांग्रेस के नेताओं ने राज्यपाल के सामने नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया। समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के नेताओं ने सदन में कार्यवाही शुरू होने से पहले किसानों के मुद्दों के साथ पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी को लेकर विधानसभा के गेट पर ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। सपा के विधायकों तथा विधान परिषद सदस्यों ने विधान भवन प्रांगण में हंगामा किया। ये लोग चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास बैठकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। पेट्रोल तथा डीजल से भरी बोतलों के साथ प्रदर्शन किया। सदन में विधान सभा सदस्यों तथा विधान परिषद सदस्यों के सामने जैसे ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अभिभाषण शुरू किया, वैसे ही सपा, बसपा व कांग्रेस के सदस्य उनके आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद सभी ने एक साथ वॉकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था बर्बाद हो चुकी है। यहां पर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है। प्रदेश में तो में जंगलराज है।
राज्यपाल ने गिनाईं सरकार की उपलब्धियां
राज्यपाल ने अभिभाषण के दौरान हंगामे के बीच कहा कि कोरोना काल में सरकार ने अच्छा काम किया। इसको लेकर देशभर में प्रदेश सरकार की प्रशंसा की गई है। यहां हर जिले में आईसीयू की स्थापना हुई। प्रदेश में तो एक्सप्रेस-वे तेजी से बनाए जा रहे हैं। नोएडा के जेवर में एशिया से सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है। प्रदेश में तय समय पर गेहूं व धान की सरकारी खरीद हुई है। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर पुलिस में भर्तियां हुई। शिक्षकों की भर्ती भी रिकॉर्ड संख्या में हुई है। अभिभाषण से पूर्व राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

व्यापारी हत्याकांड के खुलासे में भूमिका निभाने वाले को पुलिस कमिश्नर का प्रशस्ति पत्र
  • सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी एसटीएफ को डीके ठाकुर ने किया प्रशस्ति पत्र से सम्मानित
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। पीजीआई इलाके के वृंदावन कॉलोनी निवासी उद्यमी अविनाश सिंह (38) की हत्या के खुलासे में सहयोग करने वाले सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी एसटीएफ पीके मिश्रा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी एसटीएफ पीके मिश्रा से पीजीआई पुलिस ने सहयोग मांगा था। इसके बाद से एसटीएफ की टीम पीके मिश्रा के नेतृत्व में मामले के खुलासे में जुट गई। पीके मिश्रा ने बताया कि इस घटना को आत्महत्या का रूप दिया गया था इसलिए इसका खुलासा कर पाना मुश्किल हो रहा था। सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी एसटीएफ पीके मिश्रा के मुताबिक पीजीआई के वृंदावन योजना सेक्टर-4 निवासी अविनाश सिंह की औद्योगिक क्षेत्र सरोजनीनगर में नमकीन की फैक्टरी है। 30 जनवरी की शाम वह फैक्टरी से घर के लिए निकले लेकिन वापस नहीं पहुंचे। देर रात पत्नी निधि कटियार ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। रविवार सुबह अविनाश का शव दरोगा खेड़ा के पास जंगल में एक पेड़ से लटकता मिला था। फिर मामले की छानबीन एसटीएफ ने शुरू की तो पता चला कि उसकी पत्नी के मौसेरे भाई सुमित कटियार ने ही उसकी हत्या कराई थी। हत्या के लिए उसने तीन लाख की सुपारी भी दी थी। वारदात का खुलासा बीते 9 फरवरी को एसटीएफ की टीम ने सुमित कटियार समेत चार को गिरफ्तार किया था। उनके पास से एक कार, डेढ़ लाख रुपये, तीन एटीएम कार्ड, सात मोबाइल व सिमकार्ड, दो आधार कार्ड के अलावा एक बाइक भी बरामद की थी।

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