सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षण की तैयारी में लगे प्रिंसिपल-टीचर्स
15 जुलाई तक ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने के निर्देश
बच्चों को अभी स्कूल आने की छूट, फीस में भी मिलेगी राहत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच स्कूल खुल गए हैं। स्कूलों में अभी बच्चों को नहीं बुलाया गया है। सिर्फ प्रिंसिपल, शिक्षक तथा स्टॉफ ही स्कूल पहुंचकर अपना कामकाज संभालेंगे। प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों ने भी ऑनलाइन शिक्षण कार्य शुरू करने की तैयारी की है, उसी को अमलीजामा पहनाने के लिए शिक्षकों को बुलाया गया है। प्रिंसिपल के साथ टीचर्स तथा अन्य सहयोग स्टॉफ अब ऑनलाइन क्लास की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही बच्चों से फीस लेने की भी योजना तैयार होगी।
अभी सिर्फ सामथ्र्यवान अभिभावकों से फीस लेने पर चर्चा होगी। साथ ही बच्चों से फीस को कई किस्त में लेने पर भी मुहर लग सकती है। वसूली जाएगी या असमर्थ पैरेंटïस से किश्तों में ली जाएगी फीस इस पर निर्णय होगा। प्रदेश के बेसिक तथा माध्यमिक शैक्षिक सत्र को पटरी पर लाने के साथ ही नियमित करने को लेकर प्रदेश सरकार ने आज से सभी स्कूल खोल दिए हैं। सरकार ने सभी शिक्षा बोर्डों के माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षण और नए सत्र के प्रवेश के लिए छह जुलाई से प्रिंसिपल, शिक्षकों और गैर-शिक्षणकर्मियों को बुलाने की अनुमति दी है। प्रदेश की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इस बारे में आदेश जारी किए हैं। स्कूल संचालक अभी सिर्फ प्रिसिंपल, शिक्षकों और कर्मचारियों को केवल ऑनलाइन क्लास और एडमिशन के लिए बुला सकेंगे। फिलहाल, छात्रों को नहीं बुलाया जाएगा। सरकार ने निर्देश दिया है कि सभी स्कूल 15 जुलाई तक ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करें।
फीस को लेकर कोई शासनादेश नहीं
फीस तथा इसके निर्धारण को लेकर कुछ दिन पहले लखनऊ में अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा से मुलाकात की थी। उनको अवगत कराया कि कुछ अभिभावक सरकारी शासनादेशों का हवाला देते हुए फीस जमा नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण शिक्षकों का वेतन देना उनके लिए मुश्किल है। ऐसे में डॉ. दिनेश शर्मा ने उनको बताया कि ऐसा कोई शासनादेश नहीं है।
भवन व फर्नीचर पूरी तरह से करें सेनेटाइज
15 जुलाई से ऑनलाइन क्लास शुरू करने से पहले सभी स्कूलों में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार से बचने के लिए सभी उपाय करने होंगे। सभी जगह पर सफाई के साथ स्कूल के भवनों व फर्नीचर आदि को पूरी तरह से सेनेटाइज किए जाने के निर्देश है। किसी भी स्कूल में किसी के आगमन से पहले उसकी थर्मल स्कैनिंग होगी। तापमान सामान्य से अधिक होने पर स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसकी सूचना सीएमओ को देनी पड़ेगी।
जो अभिभावक फीस देने में सक्षम हैं, उन्हेंं फीस जमा करनी चाहिए। जो अभिभावक फीस नहीं दे पा रहे हैं, उन्हेंं छूट दी गई है। उन्हेंं शुल्क जमा नहीं कर पाने के बारे में एक आवेदन देना होगा और इसका कारण भी बताना होगा। यदि कोई अभिभावक फीस जमा नहीं कर पाता है तो भी न तो छात्र को ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित किया जाएगा और न ही स्कूल से नाम काटा जाएगा।
आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा