बजट में जम्मू-कश्मीर के दर्द को समझने की थी जरूरत: कर्रा

  • कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बोले- बेरोजगारी को किया गया नजर अंदाज
  • कहा- केंद्र ने राजनीतिक कारणों से बिहार और दिल्ली पर ज्यादा दिया ध्यान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। केंद्रीय बजट पर प्रदेश कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि बजट में जम्मू-कश्मीर को नजर अंदाज किया गया है। केंद्र ने बजट में राजनीतिक कारणों से बिहार और दिल्ली पर ज्यादा ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर बेरोजगारी में देश में दूसरे नंबर पर है। बड़ी संख्या में युवा अल्प वेतन पर काम कर रहे हैं और नौकरी के नियमितीकरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं। युवाओं के प्रति विशेष ध्यान देने के लिए अधिक संवेदनशील होना चाहिए था।
आयकर स्लैब में वेतनभोगी वर्ग के लिए लंबे समय से प्रतिक्षित मामूली राहत को छोडक़र, मध्य और गरीब वर्ग को कोई राहत नहीं है, जो दैनिक उपयोग की सभी वस्तुओं की अब तक की सबसे बड़ी मूल्य वृद्धि का सामना कर रहे हैं। मोदी सरकार सालाना दो करोड़ नौकरियां देने का वादा करके सत्ता में आई थी, लेकिन अब इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि दस साल में कितनी नौकरियां दी गईं। मोदी सरकार बड़े बैंक डिफॉल्टरों को 16 लाख करोड़ से अधिक की ऋ ण माफी दे सकती है, लेकिन किसानों को ऋ ण माफी और जीएसटी के तहत कर लगाए गए अधिकांश कृषि उपकरणों को छूट देने पर विचार नहीं किया।

बजट पर अब्दुल्ला से लेकर नेकां के सभी नेता तक मौन

सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से लेकर कई मंत्रियों से मुलाकात की। उद्योग पैकेज का विस्तार करने के लिए केंद्रीय सहायता बढ़ाने का आग्रह किया। बजट के बाद न तो मुख्यमंत्री और न ही नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) पार्टी के किसी पदाधिकारी की कोई प्रतिक्रिया आई है।

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