एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित का बड़ा बयान, कहा- ऑपरेशन सिंदूर में तकनीकि ने निभाई अहम भूमिका

एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने कहा, जब हम आर्मेनिया-अजरबैजान से लेकर रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास तक शुरू होने वाले वैश्विक संघर्षों को देखते हैं और ऑपरेशन सिंदूर में अपने खुद के अनुभव को देखते हैं,

4पीएम न्यूज नेटवर्कः एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अहम बात की. उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में तकनीक ने कितना अहम रोल निभाया. साथ ही आशुतोष दीक्षित ने कहा, जब हम आर्मेनिया-अजरबैजान से लेकर रूस-यूक्रेन तक शुरू होने वाले वैश्विक संघर्षों को देखते हैं और ऑपरेशन सिंदूर में अपने खुद के अनुभव को देखते हैं, तो एक सच्चाई सामने आती है कि जो पक्ष पहले देखता है, सबसे दूर तक देखता है.

एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित, डिप्टी वायुसेना प्रमुख ने बुधवार को सर्विलांस और इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सिस्टम की रणनीतिक भूमिका पर बातचीत की. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बात करते हुए उन्होंने बताया कि तकनीक और नए किस्म के हथियार ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने में कितनी अहम भूमिका निभाई.

एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने कहा, जब हम आर्मेनिया-अजरबैजान से लेकर रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास तक शुरू होने
वाले वैश्विक संघर्षों को देखते हैं और ऑपरेशन सिंदूर में अपने खुद के अनुभव को देखते हैं, तो एक सच्चाई सामने आती है कि जो पक्ष पहले देखता है, सबसे दूर तक देखता है और सबसे सटीक रूप से देखता है, वही विजयी होता है.

ऑपरेशन सिंदूर से क्या सीखा
सर्विलांस और इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स इंडिया सेमिनार में बोलते हुए कहा, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के सबक ने उस बात को मजबूत किया है जो सैन्य रणनीतिकारों ने लंबे समय से समझा है लेकिन शायद अब तक पूरी तरह से सराहना नहीं की गई है. वो है मॉर्डन युद्ध, जिसमें तकनीक ने अहम रोल निभाया. आज, स्कैल्प, ब्रह्मोस जैसे सटीक-निर्देशित हथियारों ने भौगोलिक बाधाओं को लगभग दूर कर दिया है.

कौन-कौन सी बाधाएं हो गईं दूर
एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने आगे कहा, जब हथियार सटीकता के साथ सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित टारगेट पर हमला कर सकते हैं, तो फ्रंट, रेर और फ्लैंक्स सभी अप्रासंगिक हो जाती हैं. अब हथियार एक पॉइंट से ऐसे टारगेट पर हमला करते हैं कि फ्रंट पर कौन है, बैक में कौन है महत्व नहीं रखता. उन्होंने अंतरिक्ष-आधारित निगरानी के बढ़ते महत्व पर भी जोर दिया, उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि हम आने वाले साल में 52 सैटेलाइट लॉन्च करने के लिए तैयार हैं, जिनमें से 31 निजी क्षेत्र की फर्म बनाएंगी.

ऑपरेशन सिंदूर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हमला हुआ था. आतंकवादियों ने निहत्थे टूरिस्ट पर गोलियां बरसाई थी. धर्म पूछकर लोगों को मारा गया था. इस अटैक में 26 लोगों की मौत हो गई थी. इसी आतंकवादी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर सख्त कदम उठाए. पाकिस्तान में पल रहे आतंकवाद की जड़ों को कमजोर करने के लिए भारत ने जहां पहले सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया. वहीं, दूसरी तरफ 7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर को लॉन्च किया.

इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकवादी ठिकानों को टारगेट किया और इन्हें तबाह कर दिया. इसी ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने भी भारत पर हमला करने की नाकाम कोशिश की, लेकिन भारत ने करारा जवाब दिया. दोनों देशों के बीच 10 मई को युद्धविराम हुआ.

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