एनडीए सरकार पर विपक्ष का तीखा प्रहार, कांग्रेस बोली- देश को ऑपरेशन सिंदूर का सच बताए सरकार

- हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
- ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग
- भाजपा अध्यक्ष व कांग्रेस अध्यक्ष में तीखी बहस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने एनडीए सरकार को जमकर घेरा। हालांकि लगातार नारे लगाने के कारण लोकसभा की कार्यवाही 2 व 4 बजे तक स्थगित कर दी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। वहीं, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चर्चा के एजेंडे पर निर्णय लेने के लिए बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक की।
सरकार चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन वे (विपक्षी सांसद) यहां (सदन के वेल में) विरोध कर रहे हैं। मानसून सत्र के पहले दिन इस तरह विरोध करना सही नहीं है। उधर राज्य सभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार से पहलगाम से लेकर ट्रंप तक मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछा। राज्यसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की, जिस पर भाजपा अध्यक्ष और सदन के नेता जेपी नड्डा ने भी जोरदार जवाब दिया।
सदन नियम-कानून के अनुसार चलता है : ओम बिरला
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर जवाब देना चाहती है। सदन चलना चाहिए। आप यहां नारे लगाने नहीं आए हैं। सदन नियम-कानून के अनुसार चलता है। विपक्ष से उन्होंने कहा कि यदि उन्हें नारेबाजी करनी है तो वे सदन से बाहर चले जाएं क्योंकि सदन के भीतर ऐसा करना उचित नहीं है। नियमानुसार उठाए गए सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। विपक्ष ने उन्होंने कहा कि आप नोटिस दीजिए और जो भी मुद्दा हो, उस पर प्रश्नकाल के बाद चर्चा होगी। पहले दिन सदन चलना चाहिए और अच्छी चर्चा होनी चाहिए। मैं हर सांसद को उचित समय और अवसर दूँगा।
मैं विपक्ष का नेता हूं लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया जा रहा : राहुल
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि रक्षा मंत्री को सदन में बोलने की अनुमति है, लेकिन विपक्ष के सदस्यों, जिनमें मैं भी शामिल हूं, जो विपक्ष का नेता हूं, को बोलने की अनुमति नहीं है। यह एक नया दृष्टिकोण है। परंपरा कहती है कि यदि सरकार की ओर से लोग बोल सकते हैं, तो हमें भी बोलने की जगह दी जानी चाहिए।
पहलगाम हमले के आरोपियों को कब पकड़ेगी सरकार : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर राज्यसभा में सवाल उठाते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के आरोपी अभी तक न पकड़े गए हैं और न ही मारे गए हैं। सभी पार्टियों ने एकजुट होकर सरकार को इस मुद्दे पर समर्थन दिया, ऐसे सरकार की तरफ से हमें पहलगाम हमले पर और उसके बाद के घटनाक्रम पर हमें जानकारी दी जानी चाहिए। खरगे ने कहा कि पहलगाम हमले में सरकार से सुरक्षा लापरवाही हुई और ये खुद एलजी ने स्वीकार किया है। साथ ही कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने भी कई खुलासे किए। ऐसे में सरकार को हमें जानकारी दी जानी चाहिए। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप 24 बार कहा कि मेरी मध्यस्थता से समझौता हुआ, तब भारत-पाकिस्तान का संघर्ष थमा। ये देश के लिए अपमानजनक है कि एक बाहर का आदमी ऐसा दावा कर रहा है।
विपक्ष के नेता को बोलने देना चाहिए : प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अगर वे (सरकार) चर्चा के लिए तैयार हैं, तो उन्हें विपक्ष के नेता को बोलने देना चाहिए। वह बोलने के लिए खड़े हुए हैं, इसलिए उन्हें बोलने दिया जाना चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिये सरकार को सकारात्मक रहना चाहिए : मायावती
बसपा प्रमुख मायवती ने कहा कि संसद के वर्तमान मानसून सत्र के दौरान पहलगाम नरसंहार के मामले में भारत के आपरेशन सिन्दूर पर चर्चा के लिये सरकार को सकारात्मक होना चाहिये तो यह बेहतर होगा। क्योंकि देश की जनता व सीमाओं की सुरक्षा अन्तत: सरकार का पूर्ण उत्तरदायित्व बनता है, जिसके प्रति प्रतिपक्ष द्वारा भी पार्टी हित से ऊपर उठकर सरकार से सहयोग का रवैया अपनाना जरूरी अर्थात सरकार व विपक्ष दोनों के लिए देश व जन सुरक्षा सर्वोपरि है।
सुरक्षा में नाकामी की जिम्मेदारी कौन लेगा : राजीव
सपा सांसद राजीव राय ने कहा कि हमारे लिए राष्ट्रहित सर्वोच्च है। पूरा विपक्ष और जनता सशस्त्र बलों और सरकार के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले आतंकवादी कहां हैं? सुरक्षा में इस नाकामी की जिम्मेदारी कौन लेगा?
आजादी के बाद नहीं हुआ ऐसा ऑपरेशन : जेपी नड््डा
सदन के नेता और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि इस सदन के माध्यम से देश में ये संदेश नहीं जाना चाहिए कि हम ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा नहीं चाहते, हम चर्चा करेंगे और इस मुद्दे पर हर बात को सदन के पटल पर रखा जाएगा। मैं ये भी कहना चाहूंगा कि देश की आजादी के बाद देश में आज तक ऐसा ऑपरेशन नहीं हुआ, जैसा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर में हुआ। सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए नोटिस दिया गया है और जो भी समय तय किया जाएगा, सरकार इस पर चर्चा करेगी और हर सवाल का जवाब दिया जाएगा।




