श्रीलंका आर्थिक संकट में घिरता दिख रहा हैं
Sri Lanka seems to be engulfed in economic crisis
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दिल्ली। श्रीलंका के लिए नए साल की शुरुआत किसी दुःस्वप्न की तरह हुई है, पिछले कुछ सालों से श्रीलंका जिस आर्थिक संकट में घिरता दिख रहा था। वो अब भयावह रूप ले चुका है और दिवालिया होने की कगार पर है, श्रीलंका की जीडीपी में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 10 फीसदी से ज्यादा है। कोविड महामारी ने पहले पर्यटन को चौपट किया और रही सही कसर चीन के कर्जों से पूरी हो रही है। चीन के बारे में यह धारणा सच के करीब है कि वो कर्ज डिप्लोमैसी से कमजोर देशों को फंसाता है और फिर अपने हिसाब से उस देश में नीतियां नवाता है।
श्रीलंका को हंबनटोटा पोर्ट चीन को कर्ज नहीं चुका पाने के बदले में ही 100 साल की लीज पर देना पड़ा था, लेकिन चीनी कर्ज का यह अंत नहीं था। श्रीलंका का आर्थिक संकट गंभीर मानवीय संकट के रूप में बदलता दिख रहा है। महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ रही है, खाने-पीने की चीजें भी लोगों की पहुंच से हर दिन बाहर होती जा रही हैं।
कोविड महामारी, पर्यटन उद्योग की तबाही, बढ़ते सरकारी खर्च और टैक्स में जारी कटौती के कारण सरकारी खजाना खाली हो चुका है। 2022 में श्रीलंका दिवालिया घोषित हो जाए तो इसमें कोई हैरानी नहीं होगी, सरकार की कमान राजपक्षे परिवार के पास है।