राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली

कांग्रेस दिल्ली के रामलीला मैदान में 'वोट चोर, गद्दी छोड़' रैली कर रही है. राहुल गांधी के नेतृत्व में यह अभियान चुनाव आयोग और भाजपा पर वोट चोरी व चुनावी धांधली के आरोपों के खिलाफ है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली कर रही है. राहुल गांधी के नेतृत्व में यह अभियान चुनाव आयोग और भाजपा पर वोट चोरी व चुनावी धांधली के आरोपों के खिलाफ है. पार्टी का लक्ष्य लोकतंत्र बचाना और जनता को चुनावी प्रक्रिया में कथित हेरफेर के प्रति जागरूक करना है.

कांग्रेस के वोट चोरी अभियान का फायदा भले ही बिहार में न मिला हो, लेकिन पार्टी रविवार को इस कैंपेन को एक बार फिर आगे बढ़ा रही है. इसके लिए वह दिल्ली के मशहूर रामलीला मैदान में ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली कर रही है. इस रैली में देश भर से कांग्रेस नेता शामिल हो रहे हैं, जिनमें विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य लोग शामिल हैं.

यह रैली राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस के वोट चोरी के दावों के खिलाफ इस तरह का पहला कार्यक्रम है. रविवार की रैली का ऐलान 18 नवंबर को किया गया था. यह घोषणा पार्टी हाईकमान की 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद की गई है, जहां चुनावी रोल का स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) चल रहा है. बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी सड़कों पर उतरेगी और चुनाव आयोग के देश में लोकतंत्र को खत्म करने के अभियान का पर्दाफाश करेगी.

वोट चोर, गद्दी छोड़ के नारे के साथ निकली कांग्रेस
वोट चोर, गद्दी छोड़ का नारा राहुल गांधी की बिहार में विधानसभा चुनावों में की गई वोटर अधिकार यात्रा के दौरान
लोकप्रिय हुआ. अब इसी नारे के साथ कांग्रेस पार्टी देशभर में लोकतंत्र बचाने और जनता को जागरुक करने का अभियान चलाने जा रही है.

इस रैली के ऐलान के बाद से ही कांग्रेस नेतृत्व, खासकर दिल्ली के पास वाले राज्यों में रविवार की रैली में अच्छी भीड़ जुटाने के लिए काम कर रहा है. दिल्ली में पार्टी के अकबर रोड ऑफिस में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है और यूपी, हरियाणा, बिहार, पंजाब और अन्य राज्यों में कांग्रेस नेता यह सुनिश्चित करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं कि रैली एक बड़ी सफलता हो.

कुछ पार्टी नेताओं का कहना है कि वोट चोरी का मुद्दा राहुल गांधी के बेहद करीब है और उन्हें उम्मीद है कि यह भविष्य में यह एक जन आंदोलन बनेगा. विपक्ष नेता ने वोट चोरी के ऊपर अब तक तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस की हैं और सबूतों के साथ EC और बीजेपी पर आरोप लगाए हैं.

EC के खिलाफ गांधी के आरोप पिछले साल नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद शुरू हुए, जहां उन्होंने
आरोप लगाया कि राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या में अप्रैल-मई में 2024 के लोकसभा चुनावों और नवंबर में
विधानसभा चुनावों के बीच काफी बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकांश मतदाता उन 85 निर्वाचन
क्षेत्रों में जोड़े गए थे जहां BJP ने लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था.

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