भाजपा को सबक सिखाएगी लाल टोपी और लाल पोटली : अखिलेश
किसानों को अपमानित किया सरकार ने, भाजपा को हटाने के लिए लिया अन्न संकल्प
- अस्सी करोड़ लोगों को बना दिया गरीब, कोरोना काल में नहीं की किसी की मदद
- गाजियाबाद में सपा प्रमुख ने भाजपा पर जमकर साधा निशाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गाजियाबाद। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ देश के किसानों ने जो आवाज उठायी उससे भाजपा सरकार को झुकना पड़ा। भाजपा ने किसानों को आतंकवादी और मवाली कहा। किसान आंदोलन को कुचलने की कोशिश की गयी लेकिन किसान काले कृषि कानून के खिलाफ तब तक डटे रहे जब तक इनको वापस नहीं ले लिया गया। मैं अपने साथ अन्न की लाल पोटली लेकर चलता हूं और अन्न संकल्प लेता हूं कि यह लाल टोपी और लाल पोटली भाजपा को हराने और भगाने का काम करेगी। जनता भाजपा को सबक सिखाएगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी के कारण देश और प्रदेश में गरीबी बढ़ती जा रही है। भाजपा कहती है कि 80 करोड़ लोगों को राशन दे रही है यानी इन्होंने इतने लोगों को गरीब बना दिया। कोरोना काल में मजदूरों की कोई मदद नहीं की गयी। कई मजदूरों ने रास्ते में दम तोड़ दिया। प्रदेश में नब्बे से ज्यादा मजदूरों की मौत हुई। सपा और आरएलडी ने मजदूरों की मदद की। सपा ने मृतक परिजनों को एक-एक लाख की मदद की। मैं और जयंत किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों को एक किया और उनके हित के लिए काम किया। यूपी की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है। ये चुनाव गरीब, किसान और मजदूरों का है। यह चौधरी चरण सिंह की विरासत को बचाने का भी चुनाव है। उन्होंने कहा कि भाजपा नकारात्मक राजनीति करती है। नफरत फैलाती है। हम गंगा-जमुनी तहजीब को बढ़ाना चाहते हैं। सपा सरकार बनने पर उद्योगों को मदद दी जाएगी। इसके लिए अलग से पैकेज लाएंगे। सपा सरकार बनने पर यहां के साइकिल कारखाने को दोबारा शुरू करेंगे। इससे तमाम लोगों को रोजगार मिलेगा। अन्न संकल्प के लिए यह पोटली तब तक लेकर चलेंगे जब तक भाजपा को प्रदेश से हटा नहीं लेंगे। भाजपा ने प्रदेश के विकास का रास्ता रोका है।
प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाएगा सपा-रालोद गठबंधन : जयंत
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि कानून वापस भले हुए हों लेकिन लखीमपुर में किसानों पर गाडिय़ां चढ़ाई गयीं। एक ओर वह सरकार है जो किसानों को मारती और अपमानित करती है दूसरी ओर रालोद और सपा का तरक्की पसंद गठबंधन हैं। अब प्रदेश के मतदाता को इसका फैसला करना होगा। सपा-रालोद गठबंधन झूठ मुक्त सरकार देगी।
जाति और परिवार की राजनीति करता है विपक्ष: शाह
- जयंत और अखिलेश का गठबंधन महज दिखावा
- सपा सरकार में था गुंडाराज, योगी राज में माफिया प्रदेश छोडक़र भागे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुजफ्फरनगर। भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष जाति और परिवार की राजनीति करती है। सपा सरकार में प्रदेश में गुंडाराज था लेकिन योगी राज में माफिया और गुंडे प्रदेश छोडक़र भाग गए। मुजफ्फरनगर के लोग दंगों की पीड़ा नहीं भूले हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2017 से पहले हालात खराब थे। सपा सरकार में प्रदेश में माफिया और गुंडाराज था। भाजपा सरकार ने प्रदेश की तस्वीर बदल दी। प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया। दंगाइयों को जेल भेजने का काम किया। प्रदेश में 2017 के बाद एक भी दंगा नहीं हुआ। मुजफ्फरनगर के लोगों ने भाजपा का हमेशा साथ दिया है। अखिलेश और जयंत का गठबंधन दिखावे का है। सरकार बनी तो जयंत हट जाएंगे और आजम खां आ जाएंगे। उत्तर प्रदेश को सपा, बसपा और कांग्रेस सुरक्षा नहीं दे सकती। प्रदेश में कई सालों तक सपा का शासन था लेकिन वे बताएं कि उन्होंने किसानों के लिए कितना काम किया। भाजपा ने किसानों की कर्जमाफी की। किसानों को गन्ने बकाये का भुगतान कराया। मोदी सरकार किसानों को किसान सम्मान निधि के तहत अब तक कई हजार करोड़ दे चुकी है। यूपी कई क्षेत्रों में आज नंबर वन है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अच्छा झूठ बोलते हैं। सपा शासन में वे लोगों को बिजली तक नहीं दे पाए और अब फ्री बिजली की बात कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर में प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि बहन जी एक जाति की बात करती थीं, कांग्रेस परिवार की बात करती थी और अखिलेश की सपा तो गुंडा-माफिया की बात करती थी। उन्होंने कहा कि यही मुजफ्फरनगर है, जिसने 2014, 2017 और 2019 में भाजपा की उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत की नींव डालने का काम किया है। यहीं से लहर उठती है जो काशी तक जाती है और हमारे विरोधियों का सूपड़ा साफ कर देती है। उत्तर प्रदेश का जब मैं प्रभारी बना था, तब शुरू में ही यहां दंगे हुए थे तब की सरकार में आरोपी ही पीडि़त बन गए थे और जो पीडि़त थे, उन्हें आरोपी बना दिया गया था। सपा सरकार जब भी आती थी तो गुंडा, माफिया और तुष्टिकरण की बात होती थी।