लखनऊ कैंट से राजू गांधी, पश्चिम में अरमान और पूर्व में अनुराग भदौरिया सपा प्रत्याशी

  • टिकटों को लेकर असमंजस में भाजपा, सीटें अभी क्लीयर नहीं
    सपा ने लखनऊ के छह प्रत्याशियों सहित 10 उम्मीदवारों की घोषणा की

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की 9 विधानसभा सीटों के लिए नामांकन खत्म होने में महज दो दिन बचे हैं। बसपा और कांग्रेस ने इन सीटों के लिए अपने-अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, लेकिन बीजेपी ने अपने पत्ते अभी तक नहीं खोले हैं। जबकि सपा ने अपने उम्मीदवारों का आज ऐलान कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने आज सुबह लखनऊ के छह उम्मीदवारों सहित कुल 10 प्रत्याशियों की घोषणा की है। लखनऊ पूर्व से पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा को दोबारा उम्मीदवार बनाया गया है जबकि लखनऊ पूर्वी से पार्टी प्रवक्ता अनुराग भदौरिया पर फिर दांव लगाया गया है। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के छह उम्मीदवारों की घोषणा की। प्रत्याशियों में बीकेटी से पूर्व विधायक गोमती यादव, लखनऊ पश्चिम से अरमान, लखनऊ उत्तरी से पूजा शुक्ला को मैदान में उतारा गया है। इसी तरह लखनऊ कैंट से पार्षद राजू गांधी को टिकट दिया गया है। सपा के अनुसार लखनऊ की 9 विधानसभा सीटों में अब तक आठ पर उम्मीदवार उतारे जा चुके हैं।

मोहनलालगंज में विधायक अमरीश पुष्कर को टिकट दिया गया है। इसी तरह मलिहाबाद से पूर्व सांसद सुशीला सरोज को मैदान में उतारा गया है लेकिन सुशीला के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस बरकरार है। खास बात यह है कि अभी तक सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। बता दें कि 2017 में लखनऊ की 9 सीटों में से बीजेपी ने 8 जीती, जबकि एक सीट पर सपा को जीत मिली थी। लखनऊ की मोहनलालगंज सीट छोड़कर सभी सीटें बीजेपी के पास है। सपा ने लखनऊ की मोहनलालगंज और मलिहाबाद सीट सहित आठ सीटों का ऐलान किया है जबकि बीजेपी ने किसी भी सीट पर किसी भी नाम की घोषणा नहीं की है जबकि बसपा और कांग्रेस उम्मीदवार चुनावी प्रचार में जुटे हैं। लखनऊ की ज्यादातर सीटें बीजेपी के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती हैं। सूबे की योगी कैबिनेट के तीन बड़े मंत्री आशुतोष टंडन, ब्रजेश पाठक और स्वाति सिंह राजधानी से विधायक हैं जबकि दिनेश शर्मा और मोहसिन रजा एमएलसी हैं। इसके बाद भी भाजपा अपने दिग्गज नेताओं के टिकट को अभी तक फाइल नहीं हो सके हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी लखनऊ में अपने कई मंत्रियों की सीटें बदल सकती है।

सरोजनी नगर सीट पर सस्पेंस

राजधानी में सबसे ज्यादा सस्पेंस सरोजनी नगर और लखनऊ कैंट सीट पर है। सरोजनी नगर सीट पर स्वाति सिंह का अपने पति दयाशंकर सिंह के साथ टिकट को लेकर विवाद है। दोनों ही इस सीट पर दावे कर रहे हैं। योगी कैबिनेट के मंत्री के साथ ही सांसद रीता बहुगुणा जोशी भी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए लखनऊ कैंट सीट से दावा कर रही हैं। वहीं हाल ही में बीजेपी में एंट्री करने वाली मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव भी इस सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। वहीं बीजेपी लखनऊ की विधानसभा सीटों के लिए टिकट नहीं घोषित कर रही है, जिसके चलते पार्टी के दावेदारों की उलझनें बढ़ गई है। लखनऊ कैंट, मोहनलालगंज, बख्शी का तालाब, सेंट्रल लखनऊ, नार्थ लखनऊ, पश्चिमी लखनऊ, पूर्वी लखनऊ, मलिहाबाद और सरोजनीनगर सीट है। बीजेपी से एक-एक सीट पर कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं।

बृजेश पाठक को टिकट मिलना तय

पिछली बार लखनऊ मध्य सीट से जीतकर कानून मंत्री ब्रजेश पाठक भी इस बार अपनी सीट बदलने के मूड में है। वो भी कैंट सीट से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं और अपनी सीट से पत्नी को चुनाव लड़ाने की तैयारी में है। वहीं, लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन की सीट बदलने की चर्चा है, लेकिन वो अपनी परंपरागत सीट से चुनावी किस्मत आजमाने के मूड में है।

पंजाब में आप के बाद कांग्रेस का सर्वे

4पीएम न्यूज नेटवर्क. जालंधर। पंजाब में सीएम चेहरा के लिए आम आदमी पार्टी के बाद कांग्रेस ने भी पंजाब में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर लोगों की राय जाननी शुरू कर दी है। इसके लिए प्रदेश के लोगों को फोन भी किए जाने लगे हैं। पूछा जा रहा है कि आप मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी को देखना चाहते हैं या नवजोत सिंह सिद्धू को। या फिर आप चाहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस बिना मुख्यमंत्री चेहरे के ही चुनाव लड़े। लोगों को 1409804440, 1725248211, 1725338250 नंबर से यह काल की जा रही है। कांग्रेस द्वारा करवाए जा रहे सर्वे से साफ है कि मुख्यमंत्री चेहरे की लड़ाई में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ नहीं हैं। कांग्रेस सिर्फ सिद्धू या चन्नी पर ही दांव खेलेगी।

भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं राजेश्वर!

  • ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह का वीआरएस मंजूर

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) की अपील मंजूर हो गई है। राजेश्वर सिंह ने ट्विटर पर इस बारे में लिखा है। उनके ट्वीट के बाद चर्चा है कि वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। राजेश्वर ने टवीट किया कि 24 वर्षों का यह कारवां आज एक पड़ाव पर रुक गया है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा वित्त मंत्री सीतारमण, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ईडी के डायरेक्टर एसके मिश्रा तथा उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि इतने वर्षों तक इन संस्थाओं के साथ कार्य करते हुए काफी कुछ सीखने को मिला।

मैं आप सभी महानुभावों एवं संस्थाओं को यह विश्वास दिलाता हूं कि आपकी दी हुई शिक्षा का सदुपयोग मैं जनता की सेवा व देश की अखंडता सुरक्षित करने में लगाऊंगा। उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति पर बाद में बताऊंगा। ईडी में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद से वीआरएस लेकर जल्द राजनीति पारी की शुरुआत करने वाले राजेश्वर सिंह 1996 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं। राजेश्वर उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी एसपी रैंक के पद पर तैनात रह चुके हैं, उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर भी जाना जाता था। सुल्तानपुर के राजेश्वर सिंह धनबाद में इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स से डिग्री इंजीनियर हैं।

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