भगोड़े चंद्र प्रकाश को भाजपा ने गौरीगंज से बनाया प्रत्याशी

कोर्ट ने दिया कुर्की का आदेश, विपक्ष हमलावर

  • केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के करीबी हैं पूर्व विधायक दिल्ली की पटियाला हाउस हाईकोर्ट ने घोषित किया था भगोड़ा
  • नौ वर्ष पूर्व मामले में कुर्की के आदेश का पालन नहीं करने पर डीएम को नोटिस भेजकर कार्रवाई के दिए आदेश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। स्वच्छ राजनीति का दावा करने वाली भाजपा की पोल फिर खुल गयी है। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के करीबी पूर्व विधायक और कोर्ट से भगोड़ा घोषित चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी को गौरीगंज से अपना प्रत्याशी बनाया है। नौ वर्ष पुराने मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस हाईकोर्ट ने अमेठी के डीएम को चंद्र प्रकाश के खिलाफ कुर्की का आदेश दिया था लेकिन कार्रवाई न होने पर सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने 4 अप्रैल तक कार्रवाई कर सूचित करने और ऐसा नहीं करने पर डीएम को तलब किया है। चंद्र प्रकाश मिश्र छह फरवरी को नामांकन करेंगे। कोर्ट से नोटिस आने के बाद विपक्षी दलों ने भाजपा पर हमला बोला है। विपक्ष ने कहा कि भाजपा

हमेशा से अपराधियों को संरक्षण देती रही है। इनके तमाम विधायकों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
दिल्ली के पटियाला हाउस हाईकोर्ट में अमेठी के गौरीगंज से विधायक रहे चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी के विरूद्ध दिल्ली की महर्षि रेनेवबली इनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से चेक बाउंस के चार मामले विचाराधीन हैं। इस केस में कोर्ट ने 5 दिसंबर 2013 को पूर्व विधायक को भगोड़ा घोषित किया था। साथ ही कोर्ट ने पुलिस को गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे, लेकिन पुलिस ने कोर्ट में कोई रिपोर्ट फाइल नहीं की। इसके बाद कोर्ट ने अमेठी के डीएम को 19 मार्च 2021 को कुर्की की कार्रवाई कर रिपोर्ट पेश करने को कहा था लेकिन अधिकारियों ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। इस पर 24 जनवरी को दिल्ली पटियाला हाउस हाईकोर्ट में जज उद्धव कुमार जैन ने डीएम अमेठी को सख्त निर्देश दिए कि 4 अप्रैल तक कार्रवाई करके कोर्ट को अवगत कराएं अन्यथा स्वयं कोर्ट में हाजिर हों। इस मामले में जब अमेठी के डीएम राकेश कुमार मिश्रा से जानकारी के लिए संपर्क किया गया तो उनके कार्यालय से जवाब मिला कि डीएम साहब मीटिंग में हैं बात नहीं हो सकती। वहीं, जब पूर्व विधायक चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आप लोग मेरा संरक्षण कीजिए।

स्मृति ईरानी की चुनाव में की थी मदद

2007 में बसपा के टिकट पर चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी ने चुनाव लड़ा था और विधानसभा पहुंचे थे। 2012 में वे चुनाव हार गए। इसके बाद मार्च 2019 में भाजपा ज्वाइन की थी। बताते हैं कि इन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के चुनाव में जमकर मदद की थी। अब विधान सभा चुनाव में उन्हें इनाम मिला है। भाजपा ने उन्हें गौरीगंज सीट से प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, हाईकोर्ट के आदेश के बाद उनकी उम्मीदवारी पर संकट मंडरा रहा है।

भाजपा अपराधियों और भगोड़ों को संरक्षण देती है। इनके प्रत्याशियों की लिस्ट ही इनके चाल-चरित्र और चेहरे की गवाही दे रही है। इनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क है।
सुनील सिंह साजन, एमएलसी, सपा

अब माननीय न्यायालय को भाजपा के दफ्तर में आदेश भेजकर पूछना चाहिए कि उनके यहां कितने भगोड़ प्रत्याशी हैं। कोर्ट के आदेश का पालन नहीं होना दर्शाता है कि अधिकारी भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे।
दीपक सिंह, एमएलसी, कांग्रेस

भाजपा सरकार के तमाम विधायकों-मंत्रियों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। सत्ता में आने के बाद इन्होंने अपने मुकदमे वापस करा लिए। अब फिर से अपराधियों को चुनाव में उतारा है। सुशासन के नाम पर भाजपा ने अपराधियों का राज यूपी में कायम किया है।
अनुपम मिश्रा, राष्टï्रीय संयोजक, टीम आरएलडी

देश भर में भाजपा ने अपराधियों को सत्ता में लाने का कीर्तिमान बनाया है। गृहमंत्री खुद किसानों के हत्यारे के पिता को बगल में बैठाते हैं। अपराधी होना भाजपा के टिकट के लिए आवश्यक शर्त बन गयी है। बड़े से बड़ा अपराधी भाजपा में जाने के बाद पाक-साफ हो जाता है। लोकतंत्र के लिए इस पार्टी से बड़ा कोई खतरा नहीं है।
वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता, आप

डबल इंजन की सरकार ने जनता को दिया धोखा: अखिलेश

  • पहले चरण का माहौल बता रहा है कि यूपी से भाजपा का होगा सफाया
  • सपा प्रमुख ने अलीगढ़ में चुन-चुनकर किए वार लोगों से वोट देने की अपील

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

अलीगढ़। आज अलीगढ़ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह चुनाव यूपी के भविष्य का चुनाव है। आने वाले समय में संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। पहले चरण का माहौल बता रहा है कि यूपी से भाजपा का सफाया होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने किसानों को बर्बाद किया। उन पर अत्याचार किए गए। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने आंदोलन किया और चुनाव के करीब आते ही सरकार ने इनको वापस ले लिया। भाजपा बताये कि यदि कृषि कानून किसानों के हित में थे तो वापस क्यों लिए गए। किसानों को खाद नहीं मिली। खाद की बोरी में चोरी हुई। महंगाई बढ़ती जा रही है। ऐसे में प्रदेश में खुशहाली कैसे आएगी। कोरोना काल में मजदूरों की भाजपा सरकार ने मदद नहीं की। दवा और इलाज नहीं दे पायी। सपा सरकार में कानून व्यवस्था बेहतर थी। डबल इंजन की सरकार ने जनता को धोखा दिया है। लोगों के पास रोजगार नहीं है। कारखाने लगने थे, वे लगे नहीं हंै। अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर कहां है। पश्चिम यूपी में भाजपा के दरवाजे पर ताला लगाने का काम अलीगढ़ के लोग करेंगे।

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