टिकट बेचने का आरोप अत्यधिक गंभीर : रावत
लखनऊ। उत्तराखंड में हार के बाद कांग्रेस में हाहाकार मचा हुआ है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत की ओर से टिकट बेचने के आरोप लगाए जाने से आहत पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए अपना दर्द जाहिर किया है। हरीश रावत ने कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि कांग्रेस उन्हें निकाल दे। उन्होंने यह भी कहा कि होलिका दहन में हरीश रावत रूपी बुराई का भी कांग्रेस को दहन कर देना चाहिए?। कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत द्वारा टिकट बेचने के आरोप पर पूर्व सीएम ने कहा कि भगवान करे कांग्रेस मुझे निष्कासित कर दे। रावत ने कहा कि पद और पार्टी टिकट बेचने का आरोप अत्यधिक गंभीर हैं। और यदि वह आरोप एक ऐसे व्यक्ति पर लगाया जा रहा हो, जो मुख्यमंत्री रहा है। जो पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहा है। जो पार्टी का महासचिव रहा है और कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य है। आरोप लगाने वाला व्यक्ति भी गंभीर पद पर विद्यमान व्यक्ति हो।
पूर्व काबीना मंत्री रामवीर उपाध्याय को राहत
लखनऊ। पूर्व कैबिनेट मंत्री रामवीर उपाध्याय को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है। मंत्री ने हाईकोर्ट में एससी/एसटी कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी। मंत्री पर प्रतिवादी की ओर से अपरहरण और एससी/एसटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सत्र न्यायाधीश के समक्ष आवेदन किया गया था, जिस पर कोर्ट ने उसे शिकायत के रूप में स्वीकार करते हुए मंत्री को समन जारी कर दिया था। मंत्री ने हाईकोर्ट में समन को अवैध बताते हुए उसे रद्द करने की मांग की थी। कोर्ट ने उस पर सुनवाई करते हुए याचिका को रद्द कर दिया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत मामले की सुनवाई के लिए एमपीएमएलए कोर्ट भेज दिया।
याची मंत्री रामवीर उपाध्याय की ओर से तर्क दिया गया कि एससी/एसटी सत्र न्यायाधीश की ओर से जारी समन गलत है। एसटी/एसटी कोर्ट को याची के मामले में सुनवाई का अधिकार नहीं है। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने केबाद पाया कि एससी/एसटी कोर्ट के द्वारा की गई कार्रवाई विधि सम्मत है। उसे निरस्त नहीं किया जा सकता है। लिहाजा, कोर्ट ने पूर्व मंत्री की याचिका को खारिज करते हुए मामले की सुनवाई के लिए हाथरस जिले के एमपीएमएल कोर्ट को भेज दिया।