स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी भईयालाल हटाए गए
लखनऊ। राज्य सरकार ने हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में नियुक्त मुख्य स्थायी अधिवक्ता चतुर्थ भईया लाल वर्मा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। उन्हें पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का करीबी बताया जाता है। यह आदेश न्याय विभाग के अनु सचिव विनय कुमार पाठक की ओर से जारी किया गया है। आदेश में कहा गया है कि भईयालाल की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाती है। बता दें कि मंगलवार को सरकार ने अपर महाधिवक्ता ज्योति सिक्का व स्थायी अधिवक्ता अमित मिश्रा को हटा दिया था। इससे पूर्व सरकार अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता एचपी श्रीवास्तव व कुछ अन्य सरकारी अधिवक्ताओं को भी हटा दिया था। महाधिवक्ता राघवेंद्र सिंह ने भी कई दिन पहले अपना सरकारी कार्यालय खाली कर दिया है। साथ ही आवंटित स्टॉफ भी वापस कर दिया है। इस बीच सचिवालय में ब्रीफ होल्डरों की चल रही स्क्रीनिंग को लेकर अवध बार एसोसिएशन के महासचिव अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी ने जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय व जस्टिस सुभाष त्रिपाठी की पीठ के सामने आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि ब्रीफ होल्डर्स हाई कोर्ट में आफिसर आफ कोर्ट माने जाते हैं ऐसे में सचिवालय में बुलाकर उनका इंटरव्यू लेना वकालत के पेशे की गरिमा को गिराने वाला है।
रोडवेज की बसों का सफर हुआ महंगा
लखनऊ। यूपी में टोल की दरों में बढ़ोतरी के बाद अब रोडवेज की बसों में सफर करने वाले यात्रियों को अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में एक रुपये से लेकर 7 रुपये तक किराया बढ़ा दिया गया है। बढ़ा हुआ किराया तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है। हालांकि यह बढ़ोतरी केवल टोल मार्गों पर होगी। इसका मतलब है कि कानपुर से दिल्ली लखनऊ, आगरा समेत उन सभी जगहों का किराया बढ़ा है, जहां जाने के लिए टोल देना पड़ता है। उधर, यात्री इस बढ़े हुए किराए से नाराज हैं। वह कहते हैं कि लगातार महंगाई बढ़ रही है, अब सफर भी महंगा हो गया। बता दें कि निगम ने साधारण बसों में 100 किलोमीटर तक का सफर करने वाले यात्रियों से 1 रुपये से लेकर डेढ़ रुपए तक किराए को बढ़ाया है। जबकि एसी बसों में किराया एकमुश्त में 7 रुपये तक बढ़ा दिया गया है। अफसरों का दावा है कि इससे परिवहन निगम प्रशासन पर टोल का बोझ कम पड़ेगा।
रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने जानकारी देते हुए बताया की टोल में बढ़ी हुई दरों की समीक्षा करने के बाद निगम ने बसों को किराया बढ़ाए जाने का फैसला किया है। बढ़ा हुआ किराया तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है। फिलहाल अभी यह किराया मैनुअल टिकट के रूप में लिया जा रहा है। बसों में एटीएम मशीनों के जरिए फीडिंग हो जाने के बाद यात्रियों को मशीन से मिलने वाले टिकट को भी बढ़े हुए किराए के साथ दिया जाएगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पहले लखनऊ से अयोध्या तक का साधारण बस का किराया 184 रुपये था जिसकी जगह 187 रुपये यात्रियों को देने होंगे। इसी तरह लखनऊ से हरदोई लखनऊ से रायबरेली, कानपुर और सीतापुर जाने वाले यात्रियों को भी 2 से 3 रुपया किराया बढ़ा कर देना होगा।