खड़गे जीते तो कांग्रेस में युवाओं को मिलेंगे आधे से ज्यादा पद!
- 50 साल से कम उम्र के लोगों को मिलेगी संगठन में तरजीह
- समर्पित कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण पदों पर दी जाएगी वरीयता
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल करने के लिए उदयपुर संकल्प की कई अहम घोषणाओं को लागू कर कांग्रेस में बदलाव लाने का वादा किया है। इस क्रम में कांग्रेस को युवाओं की पार्टी बनाने के लिए उन्होंने संगठन के सभी स्तरों पर 50 फीसदी पद 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों को देने की प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही पार्टी में कुछ ही लोगों के लगातार पद पर काबिज रहने की परंपरा खत्म करने का भी वादा किया है और इसके तहत एक व्यक्ति को एक पद पर पांच साल से अधिक रहने का मौका नहीं दिया जाएगा। खड़गे ने संगठन के शीर्ष नेतृत्व और कार्यकर्ताओं के बीच सीधे संवाद की प्रक्रिया को भी शुरू करने की बात कही है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में खड़गे के मुकाबले उतरे शशि थरूर ने अपना चुनाव अभियान शुरू करते ही अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया था ओर वे इसी पर फोकस रखते हुए धुआंधार तरीके से अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। खड़गे ने भी अपने अभियान को गति देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में वोट डालने वाले प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए दो पन्नों का एक पत्र जारी किया। इसमें अपनी राजनीतिक यात्रा, चुनाव से लेकर कांग्रेस की चुनौतियों से जुड़ी बातों का उल्लेख करते हुए खड़गे ने मुख्य रूप से सात चुनावी वादे किए हैं। इसमें संगठन में 50 अंडर 50 का फार्मूला लागू करने के साथ ही एक पद पर पांच साल से अधिक नहीं रहने का वादा पहले नंबर पर है।
सभी स्तरों पर पार्टी की मशीनरी को मजबूत करना और संगठन में लंबित नियुक्तियों को तुरंत भरना दूसरी प्राथमिकता होगी। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच संवादहीनता की शिकायतों को खत्म करने की अहमियत खड़गे के पहले तीन वादों का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष चुने जाने पर वे सभी स्तरों पर कार्यकर्ताओं से संवाद शुरू करेंगे। महत्वपूर्ण नियुक्तियों में भी कार्यकर्ताओं की भूमिका होगी और समर्पित कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति में वरीयता दी जाएगी। किसानों, असंगठित श्रमिकों, युवाओं, महिलाओं, पिछड़े, छोटे व्यवसायी आदि से संबंधित राजनीतिक, आर्थिक, और सामाजिक मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए प्रदेश व जिला इकाइयां साल में दो बार सत्र बुलाने का कैलेंडर तैयार करेंगी।
डेंगू मरीजों को सीएचसी व पीएचसी पर ही मिले बेहतर इलाज : पाठक
लखनऊ। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि संचारी रोगों से ग्रस्त मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) स्तर पर ही इलाज की बेहतर सुविधा दी जाए। डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया आदि रोगों से ग्रस्त मरीजों को अत्यंत आवश्यक होने पर ही उन्हें जिला अस्पताल और फिर मेडिकल कालेज रिफर किया जाए। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों से निपटने के लिए विशेष अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा। पाठक ने सभी मंडलीय चिकित्सा अधिकारियों, सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। राजधानी स्थित योजना भवन के कान्फ्रेंस हाल से वह वीसी के जरिए अधिकारियों से जुड़े। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि बदले मौसम व बारिश को देखते हुए अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में पीएचसी स्तर तक उपचार के बेहतर इंतजाम किए जाएं। स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों में 10-10 बेड के विशेष वार्ड बनाए जाएं। स्वाइन फ्लू मरीजों के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड बनाया जाए। इस कार्य के लिए स्थानीय प्रशासन व स्वयंसेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जाए। एंबुलेंस सेवा की एंबुलेंस मरीजों के लिए तत्काल उपलब्ध हों।
अखिलेश हुबहू नेताजी जैसा दिख रहे!
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक और मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर दिन सोमवार को निधन हो गया था, जिसके बाद से नेताजी के पैतृक गांव सैफई में लोगों का आना-जाना लगा है। वीवीआईपी से लेकर आमजन तक सैफई पहुंच रहे है। सपा संरक्षक के अंतिम संस्कार के बाद भी यह सिलसिला जारी है। इसी बीच सैफई से निकलकर एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अपने चाचा रामगोपाल के साथ बैठे नजर आ रहे हैं। इस फोटो को देखकर लोग प्रतिक्रिया स्वरूप कह रहे हैं कि ऐसा लग रहा है कि नेताजी खुद बैठे हैं। सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने भी ट्विटर पर फोटो साझा की है। जिस पर यूजर्स तरह-तरह के कॉमेंट कर रहे हैं। इनमें से एक ने लिखा पहली नजर में देखने पर कोई भी भ्रमित हो सकता है। अखिलेश यादव हुबहू, नेता जी मुलायम सिंह यादव की प्रतिमूर्ति की तरह लग रहे हैं। वहीं एक यूजर ने लिखा, कल जो थे मुलायम, वही आज अखिलेश हैं।
पुजारी की पत्नी की पीट-पीटकर हत्या
लखनऊ। अयोध्या के पूराकलंदर के नंदीग्राम भरतकुंड स्थित प्राचीन भरत मंदिर के पुजारी की पत्नी की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी। आरोपी ने हत्या कर कर शव को ताले के अंदर बंद कर दिया था। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को संरक्षण में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सूचना मिलने पर मंदिर पहुंचे एसपी सिटी मधुबन सिंह ने पुजारी को आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन देते हुए घटनास्थल की पड़ताल की। पुलिस के अनुसार भरतकुंड स्थित मंदिर के पुजारी हनुमान दास की 64 वर्षीय पत्नी यशोदा से कल्याण भदरसा बररोइया निवासी पवन पांडेय की पत्नी करवा चौथ के लिए कुछ सामग्री मांगने गयी थी, लेकिन यशोदा के पूजा पाठ में व्यस्त होने की वजह से सामान नही दे सकी। पूजा करने के बाद यशोदा सामग्री लेकर पवन के घर पहुंची तो किसी बात को लेकर नाराज पवन ने दरवाजा बंद कर लोहे की राड से यशोदा के सिर पर ताबड़तोड़ कई प्रहार कर दिये, जिससे सिर के चिथड़े उड़ गए और मौके पर ही महिला की मौत हो गयी।