पेगासस स्पाइवेयर का मुद्दा एक बार फिर संसद में गूंजा, शाह और गोगोई में जुबानी जंग

नई दिल्ली। महीनों से शांत पड़े पेगासस स्पाइवेयर का मुद्दा एक बार फिर संसद में गूंजा है. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में पेगासस स्पाइवेयर का मुद्दा उठाया तो इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भडक़ गए. गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि सरकार ने हमारे और कई पत्रकारों के मोबाइल फोन्स में पेगासस डाला है. इस पर अमित शाह ने कांग्रेस सांसद को दो टूक कहा कि अगर ऐसा है तो आप सबूत दें और अपना मोबाइल दिखाएं. ये सदन ऐसे निराधार आरोपों के लिए नहीं है.
गौरव गोगोई ने सरकार से सवाल किया कि निगरानी तकनीक का उपयोग करके सरकार ने कितने नारकोटिक्स माफिया को पकड़ा है. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने हमारे और पत्रकारों के मोबाइल में पेगासस इंस्टॉल कराया है.
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बहुत ही गंभीर आरोप लगाया था कि उनके मोबाइल में पेगासस का इस्तेमाल होता था. अमित शाह ने कहा, अब या तो वह इसका सबूत दें या फिर इस बयान को सदन से हटा दिया जाना चाहिए. यह सदन निराधार आरोपों के लिए नहीं है. वह हमें अपने मोबाइल में पेगासस होने का सबूत दें.
गौरव गोगोई ने लोकसभा में सरकार से पूछा था कि मुझे बताओ कि सरकार निगरानी तकनीक का उपयोग कैसे कर रही है? हर बार आप हम पर और पत्रकारों पर पेगासस डालते हैं. मुझे पेगासस का उपयोग करके बताएं कि आपने कितने नारकोटिक ड्रग माफियाओं को पकड़ा है?
बता दें कि इस साल अगस्त में पेगासस स्पाईवेयर को लेकर बहुत हंगामा हुआ था. इस मामले की गूंज संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सुनाई दी. विपक्ष ने सरकार पर पेगासस के जरिए जासूसी कराने का आरोप लगाया था. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. तब कोर्ट ने एक तकनीकी समिति नियुक्त कर इसपर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा.
बाद में समिति ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जांच किए गए 29 मोबाइल फोन में विवादास्पद इजरायली स्पाईवेयर पेगासस की मौजूदगी का पता नहीं चल पाया है. पैनल ने कहा कि भारत सरकार ने जांच में सहयोग नहीं किया है. समिति ने कहा कि 29 में से 5 मोबाइल फोन में मैलवेयर मिला, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह पेगासस ही है.

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