खतरनाक एडिनोवायरस का कहर, दो और बच्चों की मौत के बाद आंकड़ा पहुंचा 18 पार

 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एडिनोवायरस का कहर जारी है। राज्य में एडिनोवायरस के डर के बीच मेडिकल कॉलेजों में दो और बच्चों की मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज सूत्रों के अनुसार मंगलवार को उनमें से एक एडिनोवायरस से संक्रमित था। हालांकि, अस्पताल के अधिकारी इस बात की पुष्टि नहीं कर सके कि उनकी मौत एडिनोवायरस संक्रमण के कारण हुई है या नहीं। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक बच्चे का इलाज दिल की बीमारी के लिए किया जा रहा था। हालांकि, बच्चा बहुत बीमार हो गया और उसे इलाज के लिए हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) में भर्ती कराया गया। कार्डियक अरेस्ट के बाद अन्य अंग फेल होने के कारण मंगलवार सुबह बच्चे की मौत हो गई।
बता दें कि कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में सांस की तकलीफ के बाद बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। अभी तक 18 बच्चों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर चिंतित है।
कोलकाता के अस्पतालों में शनिवार रात से मंगलवार सुबह तक पांच बच्चों की मौत हो गई। बुखार और सांस लेने में तकलीफ से बच्चों की मौत से प्रदेश में धीरे-धीरे दहशत फैल रही है। पिछले तीन दिनों में मरने वाले सभी पांच बच्चे दो साल से कम उम्र के थे। मंगलवार सुबह मेडिकल कॉलेज में जिस बच्चे की मौत हुई वह 6 माह का था। नाम आदित्य दास है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक बच्चे को जन्म से ही दिल की समस्या थी। दिल में छेद का इलाज चल रहा था। वह 5 फरवरी से अस्पताल में भर्ती है। उसे 23 फरवरी को मेडिकल कॉलेज लाया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि आदित्य के शरीर में एडिनोवायरस इंफेक्शन पाया गया था। उसे सर्दी-जुकाम भी था।
सोमवार की रात मेडिकल कॉलेज में एक और बच्चे की मौत हो गई थी। हालांकि, डॉक्टरों ने कहा कि उनके शरीर में एडेनोवायरस नहीं पाया गया। हालांकि सर्दी, बुखार, ठंड से पीडि़त था। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि बच्चा एडेनोवायरस से संक्रमित था या नहीं। प्रशासन ने राज्य में बुखार और सांस की समस्या से बच्चों की मौत को लेकर पहले ही आगाह कर दिया है। लेकिन साथ ही राज्य के लोगों को दहशत से बचाते हुए स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि राज्य में सभी बच्चों की मौत एडेनोवायरस से नहीं हुई है। बल्कि इनमें से ज्यादातर की मौत निमोनिया से हुई। राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक देबाशीष भट्टाचार्य ने सोमवार को बिधान चंद्र रॉय चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि राज्य बच्चों के लिए चिकित्सा सेवाओं के प्रति अधिक जागरूक हो रहा है।

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