एनडीए व इंडिया गठबंधन गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक: मायावती
- लोस और विस चुनाव अकेले लड़ेगी बसपा, किसी से नहीं होगा गठबंधन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि वह एनडीए या फिर विपक्षी गठबंधन इंडिया किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगी। आने वाले विधानसभा चुनाव में व लोकसभा चुनाव 2024 में अकेले चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लडऩे का सवाल ही पैदा नहीं होता।
अत: मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़। बीएसपी, विरोधियों के जुगाड, जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे-बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोडक़र उनके गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लड़ेगी। मीडिया बार-बार भ्रान्तियां न फैलाए। उन्होंने कहा कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी। इसके अलावा, बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?
लोगों से सलाह कर लूंगा निर्णय : इमरान मसूद
लखनऊ। कांग्रेस का हाथ छोडक़र साइकिल की सवारी करते हुए हाथी पर सवार इमरान मसूद के एक बार फिर कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें शुरू हो गई हैं। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की तारीफ के बाद बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दमदार मुस्लिम नेताओं में गिने जाने वाले सहारनपुर निवासी इमरान मसूद विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जनवरी 2022 में सपा में शामिल हो गए। उन्हें उम्मीद थी कि समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बनाएगी और वह अपने कुछ खास लोगों को भी पार्टी से टिकट दिलाने में सफल हो जाएंगे, लेकिन निराशा हाथ लगी। सपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। विधानसभा चुनाव परिणाम आया और भाजपा फिर सत्ता में आ गई। ऐसे में इमरान मसूद ने सपा अध्यक्ष पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने यहां तक कहा कि सपा मुखिया ने उन्हें बुलाकर अपमानित किया। अक्तूबर 2022 में वह बसपा में शामिल हो गए। बसपा में पारिवारिक सदस्य को बसपा के टिकट पर सहारनपुर मेयर का चुनाव लड़ाया, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।