गजब सरकार! यूपी की सरकारी शराब की दुकानों से जहरीली शराब बेच रहा शराब माफिया

  • अलीगढ़ में सरकारी ठेके की शराब पीकर मर गए 36 लोग, जारी है मौतों का सिलसिला
  • पूर्व में भी सरकारी दुकानों से बिकती रही है जहरीली शराब और मरते रहे हैं लोग
  • कई लोगों की हालत गंभीर, अभी तक शराब माफिया को नहीं पकड़ सकी पुलिस
  • यूपी देश का ऐसा प्रदेश जहां सरकारी ठेके की शराब से हो रही हैं मौतें
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी में शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। पिछले कुछ वर्षों से यहां जहरीली शराब पीने से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। ताजा मामला अलीगढ़ का है। यहां शराब माफिया सरकारी शराब की दुकानों से जहरीली शराब बेच रहे हैं। जहरीली शराब ने यहां के सात गांवों में मौत का तांडव मचा रखा है। अभी तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई की हालत गंभीर है। पुलिस अभी तक शराब माफिया को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। सरकारी ठेके की शराब से हो रही मौतों को लेकर विपक्ष ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है। अलीगढ़ के लोधा, खैर व जवां क्षेत्र के लोगों ने गुरुवार शाम अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी। लोधा के गांव करसुआ के सुनील और महेश समेत पांच की मौत हो गई। गांव रायट, अंडला, जवां हैबतपुर, फतेह नगरिया, सूजापुर, नंदपुर पला में भी कई मौतें हुईं। आज फिर अलग-अलग जगहों से 11 मौतें हुई हैं। शुक्रवार रात से लेकर आज सुबह तक 25 शवों के पोस्टमार्टम हो चुके हैं जबकि 11 शवों का पोस्टमार्टम होना है। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि मरने वालों ने गुड इवनिंग ब्रांड की शराब पी थी। मुख्य आरोपी अनिल चौधरी सहित पांच को हिरासत में लिया गया है। ऋषि शर्मा व विपिन यादव की तलाश की जा रही है। इन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित हुआ है। आरोपी गिरोह चलाकर मिलावटी शराब बेच रहे थे।
शराबकांड के आरोपी ऋषि का भाजपा कनेक्शन : मंत्रियों के साथ फोटो वायरल
अलीगढ़ में जहरीली शराब से हुई मौतों का आरोपी और 50 हजार के इनामी ऋषि शर्मा का भाजपा कनेक्शन भी उजागर हुआ है। वह पंचायत चुनाव में जवां के गांव पला कस्तली से निर्विरोध बीडीसी भी चुना जा चुका है। सोशल मीडिया एकाउंट में राज्यमंत्री संदीप सिंह सहित कई भाजपा नेताओं के साथ फोटो बयां कर रहे हैं कि किस तरह से राजनीतिक संरक्षण में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा था। अब यह फोटो खूब वायरल हो रहे हैं।
जब्त होगी माफिया की संपत्ति: आबकारी मंत्री
प्रदेश के आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने विभागीय अधिकारियों के निलंबन के बाद थानाध्यक्ष, सीओ और एसडीएम के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को संस्तुति की है। उन्होंने कहा कि घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट मांगी गई है। अन्य जिलों में भी अवैध शराब कारोबार और तस्करी रोकने के लिए कार्रवाई की जा रही है। सभी जगह कानूनी कार्रवाई के साथ शराब माफियाओं के संपत्ति जब्तीकरण के निर्देश दिए गए हैं।

क्या आदित्यनाथ जी के राज में इंसान की जिंदगी की कोई कीमत नही? 12 मई को जहरीली शराब से 24 लोगों की मौत हुई। अब जहरीली शराब से अलीगढ़ में तीन दर्जन लोगों की मौत हो गई। योगीराज में सैकड़ों लोगों की मौत अवैध शराब से हो चुकी है, लेकिन दोषी कोई नहीं।
संजय सिंह, सांसद, आप
नकली शराब पीने से 36 लोगों ने दम तोड़ दिया। गवर्नेंस बिलकुल दम तोड़ चुकी है उत्तरप्रदेश में। मुख्यमंत्री जी, विज्ञापन बनवाना छोड़िए और तत्काल सभी जिलों से धड़ल्ले से बिक रही शराबों के सैंपल मंगवाइए। क्या अब तक एक भी ‘जिम्मेदारÓ सस्पेंड हुआ? सरकार डरती है क्या?
सूर्य प्रताप सिंह, पूर्व आईएएस
भाजपा राज में शराब माफियाओं का बोलबाला है। जहरीली शराब पीने से लोगों की मौतें हो रही हैं और सरकार चुप बैठी है। स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन की शह पर गांवों में शराब का धंधा चल रहा है। यह सरकार पूरी तरह फेल है। मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।
अजय कुमार लल्लू, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
योगीराज में सैकड़ों लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है। पुलिस एवं प्रशासन की संलिप्तता व राजनैतिक आकाओं के संरक्षण के बिना अवैध शराब का धंधा नहीं चल सकता हैं। सरकार को मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए और इस सहायता राशि का भुगतान दोषी अधिकारियों के वेतन से काटकर किया जाना चाहिए। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
अनुपम मिश्रा, राष्टï्रीय प्रवक्ता, आरएलडी
शराब माफिया भाजपा से जुड़े हुए हैं। जनता मर रही है लेकिन सरकार दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसी सरकार का प्रदेश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। यह सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है।
उदयवीर सिंह, एमएलसी, सपा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button