हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए इन्हें डाइट में करें शामिल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, विटामिन और दूसरे आवश्यक पोषक तत्वों का होना जरूरी है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण कई तरह की समस्याएं पैदा होती हैं। हीमोग्लोबिन में कमी आना उन्हीं में से एक है। हीमोग्लोबिन एक प्रकार का प्रोटीन है जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है। हीमोग्लोबिन में कमी होने के कारण एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है। कुछ मामलों में एनीमिया जानलेवा भी साबित हो सकता है। अगर परीक्षण के दौरान पुरुषों में हीमोग्लोबिन की मात्रा 13.5 ग्राम / डीएल और महिलाओं में 12 ग्राम / डीएल से कम आता है तो इस स्थिति को मेडिकल भाषा में एनीमिया कहते हैं। गर्भवती महिलाओं और बूढ़े लोगों में हीमोग्लोबिन की कमी होने का खतरा अधिक होता है। हेल्दी डाइट का सेवन कर हीमोग्लोबिन की कमी के खतरे को दूर किया जा सकता है। डाइट में इन फलों को शामिल करने से हीमोग्लोबिन की मात्रा ठीक रहती है।

चुकन्दर

चुकन्दर से प्राप्त उच्च गुणवत्ता का लोह तत्व रक्त में हीमोग्लोबिन का निर्माण व लाल रक्तकणों की सक्रियता के लिए बेहद प्रभावशाली है। खून की कमी यानी एनीमिया की शिकार महिलाओं के लिए चुकंदर रामबाण के समान है। चुकन्दर के अलावा चुकन्दर की हरी पत्तियों का सेवन भी बेहद लाभदायी है। इन पत्तियों में तीन गुना लौह तत्व अधिक होता है। जब हम चुकंदर के रस के उपयोग के बारे में बात करते हैं, तो हम त्वचा पर होने वाले लाभों को छोड़ नहीं सकते हैं। चुकंदर का जूस पीना सभी प्रकार की त्वचा पर अद्भुत काम कर सकता है और मुंहासों और पिंपल्स से लडऩे में मदद करता है। चुकंदर का जूस पीने से विटामिन सी, पोटेशियम, फोलेट और मैंगनीज जैसे आवश्यक विटामिन प्रदान करके आपके शरीर को फिर से भर दिया जाएगा, जो मनुष्य के संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने के लिए आवश्यक हैं। और सुपरफ़ूड पर छोड़ दें।

अमरूद

अमरूद जितना ज्यादा पका हुआ होगा, उतना ही पौष्टिक होगा। पके अमरूद को खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती। इसलिए महिलाओं के लिए यह और भी लाभदायक हो जाता है। अमरूद का औषधीय गुण प्यास को शांत करता है, हृदय को बल देता है, कृमियों का नाश करता है, उल्टी रोकता है, पेट साफ करता है औऱ कफ निकालता है। मुंह में छाले होने पर, मस्तिष्क एवं किडनी के संक्रमण, बुखार, मानसिक रोगों तथा मिर्गी आदि में इनका सेवन लाभप्रद होता है। प्रात: अमरूद को नाश्ते में काली मिर्च, काला नमक तथा अदरख के साथ खाने से बदहजमी, खट्टी डकारें, पेट फूलना तथा कब्ज का निवारण होकर भूख बढऩे लगेगी। दोपहर खाने के समय अमरूद को खाने से आंत के दर्द तथा अतिसार में लाभ होता है। अमरूद के गुण का लाभ मिलने के लिए सही मात्रा में सेवन करना ज़रूरी होता है।

आम

आम खाने से हमारे शरीर में रक्ति अधिक मात्रा में बनता है, एनीमिया में यह लाभकारी होता है। आम में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है. इसमें मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट बॉडी की रोग प्रतिरक्षा तंत्र को स्ट्रांग करते हैं जिससे कि सर्दी, जुकाम, बुखार से बचत रहती है। आम स्वस्थ पाचन में मदद कर सकता है। आम में ऐसे एंजाइम होते हैं जो प्रोटीन के टूटने और पाचन में मदद करते हैं और फाइबर भी होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनता है। आहार फाइबर हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह के रिस्क को कम करने में मदद करता है। हरे आम में पके आम की तुलना में अधिक पेक्टिन फाइबर होता है।

सेब

सेब स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। रोजाना एक सेब खाने से आप डॉक्टर से दूर रहेंगे। यानि कई तरह की बीमारियों से दूर हो सकते हैं। सेब में कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो आपको कई तरह की बीमारियों को दूर करने में मददगार हो सकते हैं। रोजाना सेब खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जो आपके शरीर को बीमारियों से लडऩे में मदद कर सकती है। सेब एनीमिया जैसी बीमारी में लाभकारी होता है। सेब खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन बनता है।

अंगूर

अंगूर में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन बनाता है, और हीमोग्लोबिन की कमी संबंधी बीमारियों को ठीक करने में सहायक होता है।

नारियल

नारियल शरीर में उत्तकों, मांसपेशियों और रक्त जैसे महत्वपूर्ण द्रव्यों का निर्माण करता है, यह संक्रमण का सामना करने के लिए इन्जाइम और रोग प्रतिकारक तत्वों के विकास में सहायक होता है।

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