राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश में आम आदमी पार्टी ने कसी कमर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी भी आने वाले विधान सभा में ताकत झोंकने की तैयारी कर रही है। तिकुनिया कांड के बाद आम आदमी पार्टी ने भी कांग्रेस, सपा और बसपा की तरह जिले में दौरा कर सक्रियता दिखाई। संजय सिंह, राघव चड्ढा जैसे बड़े नेता भी कई दिन लखीमपुर खीरी में डेरा डाले रहे। आम आदमी पार्टी का संगठन जिले में पिछले लोकसभा चुनाव से काफी सक्रिय हुआ है। माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी जिले की आठों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है। बरेली में आप के जिलाध्यक्ष वलीम खां का कहना है आप अपने बलबूते जिले की सभी सीटों पर ताल ठोकने को तैयार है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक तीन सीटों पर तो उम्मीदवारों का चयन लगभग पूरा हो चुका है। इन दावेदारों ने अपने क्षेत्रों में भ्रमण और जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। आठ विधानसभा क्षेत्रों के लिए अभी तक कुल 29 आवेदन आए हैं। अभी तक जिन दावेदारों के नाम सामने आए हैं उनमें निघासन से अजय सिंह, मोहम्मदी से रवि तिवारी और गोला से राम निवास वर्मा और पलिया से ललित वर्मा के नाम शामिल हैं। इनमें निघासन से अपना दावा पेश करने वाले अजय सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पूर्व विधायक दिवंगत करन सिंह के पौत्र हैं। आम आदमी पार्टी से ही उन्होंने अपनी सक्रिय राजनीति की शुरुआत की है। इनका कहना है कि दिल्ली में आप सरकार की लोकप्रियता का फायदा उत्तर प्रदेश में भी पार्टी को मिलेगा। उनका यह भी कहना है कि आम जनता को बिजली मुफ्त देने की केजरीवाल की घोषणा भी आम आदमी पार्टी को फायदा पहुंचाएगी।
जिलाध्यक्ष वलीम खां ने बताया कि कई ऐसे लोगों ने भी आवेदन किए हैं जो फिलहाल अभी दूसरी पार्टियों में हैं। यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वे आप में शामिल होंगे। ऐसे लोगों के बारे में समीक्षा की जा रही है। पार्टी साफ सुथरी छवि वाले और आम जनता की सेवा करने का भाव रखने वाले मजबूती से चुनाव लड़ सकने वाले कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाने के पक्ष में है।