धामी के हार जाने के बाद अब दिल्ली में तय होगा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का नाम
- सीएम पुष्कर धामी की हार से प्रदेश नेतृत्व पर उठे सवाल
लखनऊ। उत्तराखंड में बीजेपी पश्चिम बंगाल मोमेंट का शिकार हो गई। भारतीय जनता पार्टी ने एंटी इंकमबेंसी फैक्टर को धता बताते हुए इस राज्य में शानदार वापसी की है, लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी अपना चुनाव हार गए। ठीक ऐसा ही 2021 में बंगाल में हुआ था जब ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी बंगाल में शानदार विजय हासिल की थी, लेकिन नंदीग्राम से ममता बनर्जी चुनाव हार गई थीं। अब उत्तराखंड में बीजेपी के साथ यही कहानी रिपीट हो गई कि बीजेपी राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता में आई लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी उस मिथक को तोड़ने में नाकामयाब रहे, जिसके लिए उत्तराखंड जाना जाता है। पहले भुवन चंद्र खंडूरी, फिर हरीश रावत और अब पुष्कर सिंह धामी भी मुख्यमंत्री रहते चुनाव हार गए। सीएम पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड की खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं, उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी ने लगभग 6000 वोटों से हराया है। 70 सीटों वाली उत्तराखंड विधानसभा में बीजेपी ने 47 सीटें जीती हैं और स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। अब सवाल है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
अभी तक मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस्तीफा नहीं दिया है। इस बीच राज्य में सीएम पद के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही है। राज्य के बीजेपी नेता कह रहे हैं कि सीएम पद का फैसला आलाकमान करेगा।खबर यह भी है कि बीजेपी विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाएगी। सूत्रों के अनुसार धन सिंह रावत और सतपाल महाराज इस बार भी सीएम रेस में आगे चल रहे हैं। धन सिंह रावत ने कांटे के मुकाबले में कांग्रेस के गणेश गोडियाल को हराया है। धन सिंह रावत को 29618 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के गणेश गोडियाल को 29031 वोट मिले। वहीं सीएम की रेस में सतपाल महाराज भी चल रहे हैं। सतपाल महाराज चौबट्टाखाल सीट से बीजेपी के टिकट पर जीते हैं। उन्होंने लगभग 10 हजार वोटों से कांग्रेस के केसर सिंह को हराया है।