सरकार बनने पर 15 दिन में गन्ने का भुगतान देंगे : अखिलेश यादव
- मुजफ्फरनगर में जयंत के साथ सपा प्रमुख ने दिखाई ताकत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां पूरा दमखम दिखाने में जुटी हुई है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में किये वादे पूरे नहीं किए। उन्होंने कहा कि 2022 में अच्छी सरकार होगी। अखिलेश ने यहां चौधरी चरण सिंह के किसानों को लेकर उज्जवल सपने की बात करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने चौधरी साहब के सपने को तोड़ा है। वहीं अखिलेश ने आगे कहा कि मैं और जयंत चौधरी हम दोनों किसानों के बेटे हैं और किसानों के हकों के लिए आखिरी तक लड़ेंगे। अखिलेश ने कहा कि हमारी सरकार आती है तो यूपी में कोई भी काला कानून लागू नहीं हो सकेगा।
वहीं एमएसपी पर सरकारी खरीद का इंतजाम होगा। सपा मुखिया ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि अगर हम सरकार में आते हैं तो 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे, सिंचाई के लिए बिजली माफ होगी। किसानों के लिए एमएसपी पर खरीद के लिए इंतजाम किए जाएंगे। गन्ने के भुगतान के लिए उन्हें इंतजार न करना पड़े, इसके लिए फार्मर कॉरपस फंड और फॉर्म रिवाल्विंग फंड बनाएंगे। सपा सरकार में किसानों को गन्ने के भुगतान के लिए 15 दिन से ज्यादा का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
हेलिकॉप्टर को रोककर रखने का आरोप
अखिलेश ने केंद्र सरकार पर उनके हेलिकॉप्टर को रोककर रखने का आरोप लगाया। कल मुजफ्फरनगर में उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस थी, लेकिन वह करीब ढाई बजे तक दिल्ली में ही थे। हालांकि कुछ समय बाद उन्होंने मुजफ्फरनगर के लिए उड़ान भरी। यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल के साथ मिलकर चुनावी मैदान में है।
जयंत और अखिलेश ने अन्न संकल्प लिया
वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि वह अपनी जेब में दो वस्तु रखते हैं, जिसमें एक लाल टोपी और दूसरी लाल पोटली। इस पोटली में अन्न के दाने वह रखते हैं। अन्नदाता किसानों पर अन्याय और अत्याचार करने वाली सरकार को हटाने के लिए उन्होंने जयंत चौधरी के साथ अन्न संकल्प लिया है। अखिलेश यादव द्वारा हाथ में रखी पोटली के नीचे जयंत चौधरी ने भी अपना हाथ लगाया और संयुक्त संकल्प को दोहराया। उन्होंने अपने टवीटर पर इसका फोटो भी पोस्ट किया और लिखा कि किसानों का इंकलाब होगा और बाइस में बदलाव होगा।