खरमास खत्म होते ही इस दिन से शुरू हो जायेंगे मांगलिक कार्य
4PM न्यूज़ नेटवर्क: सनातन धर्म के अनुसार खरमास का विशेष महत्व माना जाता है। खरमास के दौरान शादी-ब्याह और अन्य मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। लेकिन अब खरमास समाप्त होने वाला है। सूर्य देव 14 जनवरी को धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे खरमास समाप्त हो जाएगा। जनवरी 2025 में खरमास 14 जनवरी को समाप्त होगा। इस दिन मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जाएगा। 14 जनवरी को तड़के 3:19 बजे खरमास का अंत होगा और पुनर्वास नक्षत्र 10:27 बजे सुबह मकर संक्रांति के अवसर पर खिचड़ी का भोग लगाने के बाद सूर्य उत्तरायण हो जाएगा। खरमास के खत्म होते ही फिर से शादी-विवाह और अन्य मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य के लिए सूर्य का तेज होना बहुत ही अच्छा माना जता है। इसी वजह से खरमास के दौरान विवाह और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, खरमास का महीना पूरे एक माह तक रहता है। खरमास के प्रारंभ होते हैं शादी-विवाह पर रोक लग जाती है। इस दौरान कई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। दरअसल, जब सूर्य बृहस्पति की राशि में धनु और मीन राशि में प्रवेश करता है, तब खरमास की अवधि प्रारंभ होती है जिससे वर्ष का पहला खरमास आरंभ होता है।