हार मिलते ही कांग्रेस को सहयोगियों ने घेरा

राउत बोले- राजनीतिक गुटों के बीच एकता और विनम्रता के महत्व पर जोर हो, आप- टीएमसी व सपा ने भी दी नसीहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद से इंडिया गठबंधन में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। यूबीटी शिवसेना, टीएमसी, आप, सपा से लेकर लगभग सभी सहयोगी कांग्रेस को नसीहत देने में जुट गए हैं। इसी क्रम में महाराष्ट्र में उसके गठबंधन सहयोगी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) ने अकेले चुनाव लडऩे के कांग्रेस के फैसले पर असंतोष जताया है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने हालिया चुनावी नतीजों पर अपने विचार साझा किए और कांग्रेस की हार से सीखे जा सकने वाले सबक पर जोर दिया।
राउत ने जोर देकर कहा कि हरियाणा के नतीजों का आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने राजनीतिक गुटों के बीच एकता और विनम्रता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि किसी को भी खुद को किसी और का बड़ा भाई नहीं समझना चाहिए। राउत ने हरियाणा में भारतीय गठबंधन की विफलता को भी संबोधित किया और सुझाव दिया कि संयुक्त मोर्चा चुनाव परिणाम बदल सकता था। उन्होंने यह विश्वास करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की कि वह अकेले जीत हासिल कर सकती है, उन्होंने कहा कि सत्ता साझा करने की उनकी अनिच्छा अंतत: उनके पतन का कारण बनी। अगर भारत गठबंधन बना होता, तो हमें अलग परिणाम देखने को मिलते।

भाजपा ने हारी हुई लड़ाई जीती

संजय राउत ने कहा कि दोनों राज्यों (हरियाणा और जम्मू कश्मीर) की अपनी अहमियत है, लेकिन जम्मू कश्मीर भाजपा के लिए ज्यादा अहम था। वे उस जगह से हार गए, जहां उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाया था। विपक्षी गठबंधन हरियाणा में नहीं जीत पाया क्योंकि कांग्रेस को लगा कि वह अपने दम पर जीत सकते हैं और उन्हें सत्ता में किसी सहयोगी की जरूरत नहीं है। कांग्रेस नेता हुड्डा जी को लगा कि वे जीत जाएंगे। अगर उन्होंने समाजवादी पार्टी, आप या अन्य छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन किया होता तो नतीजा कुछ और होता। भाजपा ने जिस तह से चुनाव लड़ा, वह काबिले तारीफ है। भाजपा ने हारी हुई लड़ाई जीती है।

क्षेत्रीय दलों को नीची निगाह से देखना आपदा का कारण : साकेत

 

हरियाणा में हार के बाद विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी टीएमसी ने कांग्रेस की आलोचना की है। टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने कांग्रेस का नाम लिए बिना आलोचना करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि यह रवैया चुनाव में हार का कारण बना कि अगर हमें लगता है कि हम जीत रहे हैं तो हम किसी क्षेत्रीय पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन जिन राज्यों में हम पिछड़ रहे हैं, वहां क्षेत्रीय पार्टियों को हमें जगह देनी चाहिए। गोखले ने लिखा कि अहंकार और क्षेत्रीय दलों को नीची निगाह से देखना आपदा का कारण बनता है। टीएमसी सांसद की इस टिप्पणी को सीधे तौर पर कांग्रेस के साथ जोडक़र देखा जा रहा है। गौरतलब है कि विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी आम आदमी पार्टी और सीपीआई भी कांग्रेस के हरियाणा में अकेले चुनाव लडऩे की रणनीति की आलोचना कर चुके हैं।

अति आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए : केजरीवाल

हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की इच्छुक आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हाल के चुनावों से सबसे बड़ी सीख यह मिली है कि किसी को अति आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। भाकपा महासचिव डी राजा ने भी कहा कि कांग्रेस को हरियाणा के चुनाव परिणामों पर आत्मचिंतन करने की जरूरत है और उसे महाराष्ट्र तथा झारखंड में आगामी चुनावों में सभी भारतीय ब्लॉक सहयोगियों को साथ लेकर चलना चाहिए।

पूर्व आईएएस अधिकारियों पर ईडी का शिकंजा

यूपी स्मारक घोटाले में पूछताछ के लिए तलब

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2007 से 2012 की बीएसपी सरकार में हुए कथित स्मारक घोटाले को लेकर ईडी ने पूर्व आईएएस ऑफिसर मोहिंदर सिंह और रामबोध मौर्य को पूछताछ के लिए तलब किया है। ईडी ने 14 अरब रुपये के स्मारक घोटाले के लिए इन दोनों के अलावा उत्तर प्रदेश राज्य की निर्माण निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक सीपी सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया है।
इसी क्रम में प्रवर्तन निदेशालय ने इन स्मारकों के लिए पत्थरों की आपूर्ति करने वाले मार्बल कारोबारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने मार्बल कारोबारी आदित्य अग्रवाल को 15 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है, जबकि अगले दिन यानी 16 अक्तूबर को पूर्व आईएएस ऑफिसर मोहिंदर सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने सीपी सिंह को 17 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है और रामबोध मौर्य को 18 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। इस प्रकरण में ईडी अब घोटाले के आरोपियों में शामिल पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा पर भी शिकंजा कस सकती है। साल 2007 से 2012 में स्मारकों के निर्माण के दौरान मोहिंदर सिंह प्रमुख सचिव आवास के पद पर तैनात थे। सीपी सिंह निर्माण निगम के एमडी थे और रामबोध मौर्य भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के निदेशक थे। इसमें मोहिंदर सिंह की अध्यक्षता में स्मारकों के पत्थरों के दाम तय करने वाली समिति बनी थी।

’चुनाव परिणाम से कांग्रेस ही नहीं, भाजपा भी अचंभित‘

भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले- सरकारी तंत्र की भूमिका की जांच होनी चाहिए

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रोहतक। हरियाणा के रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डïा का कहना है कि विधानसभा चुनाव परिणाम से कांग्रेस ही नहीं, भाजपा भी अचंभित है। प्रदेश के अंदर जो माहौल था, उसके विपरित परिणाम आए हैं। केंद्रीय कांग्रेस कमेटी चुनाव आयोग से मिलकर अपनी बात रखेगी।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा, मीडिया ही नहीं, एक्सपर्ट को भी उम्मीद थी कि कांग्रेस की बहुमत से सरकार बनेगी। वे भी पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार में गए। कांग्रेस के पक्ष में माहौल था, लेकिन लोकतंत्र में वे परिणाम को स्वीकार करते हैं। फिर भी सरकारी तंत्र की भूमिका की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई जगह ईवीएम की बैटरी लो होने तो कई जगह से चुनाव परिणाम देरी से अपलोड करने की शिकायत आई हैं।

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में युवा, गरीब, महिला व किसान वर्ग की बदोलत ही प्रदेश में फिर से भाजपा सरकार आई है। ऐसे में यह जीत भी इन वर्गों की ही है, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व डबल इंजन सरकार की नीतियों में भरोसा जताते हुए कमल खिलाया है। यह कहना है हॉट सीट लाडवा से विजयी रहे एवं कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी का। वे लाडवा विधानसभा क्षेत्र में हुई अपनी जीत की घोषणा के बाद प्रमाण पत्र लेकर श्री कृष्ण स्थली ज्योतिसर तीर्थ पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने पत्नी सुमन सैनी के साथ पूजा अर्चना भी की।

जिम्मेदारी तो तय करनी ही होगी : सैलजा

सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने प्रदेश नेतृत्व पर निशाना साधा है। सैलजा ने कहा है कि प्रदेश नेतृत्व की जिम्मेदारी पर चर्चा करनी होगी। कहां पर किसकी कमी रही, यह हाईकमान देखेगा। अपनी कमियों के बारे में सोचना होगा। कुमारी सैलजा ने कहा कि हमें 60 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन परिणाम इसके उलट आए हैं। हम सभी को मंथन की जरूरत है।

दिन पर दिन खुल रही स्मार्ट सिटी की पोल!

नहीं थम रहा राजधानी लखनऊ के मार्गों पर गड्ढे होने का सिलसिला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ स्मार्ट सिटी परियोजना के बावजूद शहर की सडक़ों और बुनियादी सुविधाओं में कई समस्याएं हैं। जैसे कि सीवर लीकेज और घटिया गुणवत्ता वाले निर्माण कार्य के कारण लखनऊ की जनता सुरक्षा और सुविधा के लिए चिंता का विषय है । पिछले कई वर्षो में सकरी गलियां के साथ साथ विकास नगर, लखनऊ विश्वविद्यालय जैसे मुख्य मार्गों पर लखनऊ की जनता ने गड्डे देखे है ये ऐसे गड्डे मुख्य मार्गों पर हुए थे जिससे जनता के चपेट में आने से जान से हाथ भी धोना पड़ सकता था।
ताजा मामला गोला गंज के अन्तर्गत गुलाब हाल के पास का है। जहा जनता का आवागमन निरंतर बना हुआ है पर वहां बड़ा गड्ढा हो गया है। लेकिन स्थानीय निवासी कादिर द्वारा जानकारी दी गई है कि बीते वर्ष ही नगर निगम द्वारा ही रोड का निर्माण किया है। नई बनाई गई रोड पर इतना गहरा गड्ढा होना भ्रष्टाचार को दर्शाता है।

विभागों द्वारा एक दूसरे पर लगाये जाते हैं आरोप

विभागों द्वारा एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाने का सिलसिला जारी रहता है। गड्ढïे की जानकारी प्रभारी नगर अभियंता किशोरी लाल को दी गई। जिस पर अभियंत्रण विभाग द्वारा मलबा डलवाने का कार्य किया गया। उसके बाद जब कोई शिकायत की जाती है जो विभाग दूसरे विभाग की बात कहकर पल्ला झाड़ लेता है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button