अनुवादक होना हो सकता है खतरनाक: राहुल
मजाकिया अंदाज में साझा किए अनुभव, चुनावी रैली के दौरान भाषण के गलत अनुवाद पर कांग्रेस सांसद ने दी प्रतिक्रिया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोझिकोड। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां आईयूएमएल सांसद अब्दुस्समद समदानी उनके भाषण का अनुवाद करने के लिए मौजूद थे। इस दौरान सांसद ने समदानी से मजाकिया लहजे में कहा कि अनुवादक होना एक खतरनाक काम हो सकता है। तेलंगाना विधानसभा चुनावों के लिए हर किसी ने जोर-शोर से प्रचार किया। इसी क्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी पार्टी के लिए वोट जुटाने के लिए पूरी ताकत लगा दी।
हालांकि, चुनावी अभियानों के दौरान आने वाली चुनौतियों को लेकर उन्होंने एक मजाकिया वाक्या साझा किया। केरल में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल ने बताया कि कैसे एक रैली के दौरान उनके एक भाषण के अनुवादक को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान वायनाड के सांसद ने समदानी से मजाकिया लहजे में कहा कि उनका अनुवादक होना एक खतरनाक काम हो सकता है। उन्होंने बताया कि किस तरह तेलंगाना में एक चुनावी रैली के दौरान अनुवादक बहुत परेशानी में पड़ गया। राहुल ने कहा, मैं कुछ कह रहा था और वह (अनुवादक) कुछ और बोल रहे थे। फिर कुछ समय बाद, मैंने अपने शब्दों को गिनना शुरू कर दिया। जैसा आप जानते हैं कि वह तेलुगु में बोल रहे थे। इसलिए, मैंने सोचा कि अगर मैं हिंदी में पांच शब्द कहूंगा तो तेलुगु में पांच या सात शब्द लगेंगे। लेकिन वह 20, 25, 30 शब्द बोल रहे थे। उन्होंने कहा, जब मैं कुछ उदास भरी बात कहता तो भीड़ उत्साहित हो जाती थी। फिर मैं कुछ दिलचस्प बात कहता तो भीड़ चुप हो जाती। मुझे समझ आ गया था कि जो मैं बोल रहा हूं, वो नहीं बताया जा रहा है, लेकिन मैं गुस्सा नहीं कर सकता था। इसलिए मुझे मुस्कराते रहना पड़ा। कांग्रेस नेता ने कहा, हालांकि मुझे यकीन है कि मेरे सहयोगी समदानी को पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मेरे भाषण का अनुवाद करते समय ऐसी कोई समस्या नहीं होगी।
पूर्व उपाध्यक्ष अजायब सिंह भट्टी कांग्रेस में लौटे
अजायब सिंह भट्टी को सिंह के वफादार के तौर पर देखा जाता है। भट्टी और उनकी बेटी के अलावा पूर्व पुलिस अधिकारी राजिंदर सिंह और दो अन्य नेता कांग्रेस में शामिल हुए। इससे पहले पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका, बलबीर सिद्धू और गुरप्रीत सिंह कंग भाजपा छोडक़र कांग्रेस में लौट चुके हैं। पंजाब विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष अजायब सिंह भट्टी अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और प्रताप सिंह बाजवा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए। तीन बार विधायक रहे भट्टी सितंबर 2022 में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। भट्टी को सिंह के वफादार के तौर पर देखा जाता है। भट्टी और उनकी बेटी के अलावा पूर्व पुलिस अधिकारी राजिंदर सिंह और दो अन्य नेता कांग्रेस में शामिल हुए। इससे पहले पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका, बलबीर सिद्धू और गुरप्रीत सिंह कंग भाजपा छोडक़र कांग्रेस में लौट चुके हैं।