सरकारी कार्यालय के इस्तेमाल पर भड़के बीजेपी पार्षद दल के नेता

- नगर आयुक्त को पत्र लिखकर की कार्रवाई की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। रामकी कंपनी को सफाई का काम देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ जहां त्रिवेणी नगर वार्ड से पार्षद मुन्ना मिश्रा की अगुआई में 56 पार्षदों को लामबंद कर विरोध का दावा किया जा रहा है। तो दूसरी तरफ बीजेपी पार्षद दल के नेता सुशील तिवारी पम्मी ने बैठक पर ही सवाल उठा दिया है। वहीं रामकी कंपनी को सफाई का काम देने के विरोध में हुई बैठक को सुशील तिवारी ने अवैध घोषित कर दिया है।
कहा कि बैठक बगैर उनकी सूचना के बुलाना पूरी तरह असंवैधानिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम मुख्यालय के कमेटी हॉल में हुई बैठक में पार्षद से ज्यादा उनके रिश्तेदार शामिल थे। ऐसे में यह पूरी तरह से शासन के उस पत्र का उल्लंघन है। जिसमें कहा गया है कि नगर निकाय कार्यालयों में किसी भी तरह किसी बैठक में पार्षद पति, पार्षद पुत्र, पार्षद देवर और पार्षद का कोई रिश्तेदार शामिल नहीं हो सकता है। ऐसा करते पाए जाने पर नगर आयुक्त उस संबंधित पार्षद को अनुशासनहीनता के आरोप में सदन से निलंबित करने की रिपोर्ट मेयर और शासन को भेज सकते हैं। सुशील तिवारी ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर इस पूरे प्रकरण की जांच कराकर बैठक में बाहरी व्यक्तियों के शामिल होने पर कार्रवाई की मांग की है।



