ब्राह्मणों की हत्या को लेकर सरकार को कटघरे में खड़े करने वाले लंभुआ विधायक देवमणि का बीजेपी ने काट दिया टिकट
- विधानसभा में मुख्यमंत्री से पूछा था सवाल कि ब्राह्मणों पर इतना अत्याचार क्यों
सुल्तानपुर। विधानसभा में ब्राह्मïणों की हत्या को लेकर योगी सरकार को कटघरे में खड़े करने वाले लंभुआ विधायक देवमणि का बीजेपी ने टिकट काट दिया है। जबकि पिछली बार वह रिकॉर्ड मतों से जीते थे। भाजपा ने कल देर रात 45 सीटों पर टिकट फाइनल किए और इस सूची में सुल्तानपुर से दो विधायकों का टिकट काट दिया गया। उसमें एक नाम सुल्तानपुर के विधायक सूर्यभान सिंह तो दूसरा नाम लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी का है। ऐसे में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि डेढ़ साल पहले विधायक ने अपनी ही सरकार से सदन में सवाल कर लिया था कि तीन साल में कितने ब्राह्मïणों की हत्या हुई? कहीं यह तो नहीं टिकट कटने का मूल कारण बन गया। बता दें कि 16 अगस्त 2020 को विधायक देवमणि द्विवेदी ने विधानसभा के सत्र से पहले प्रदेश ब्राह्मणों के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर योगी सरकार से सवाल किया था।
देवमणि द्विवेदी ने इसे लेकर विधानसभा सचिवालय को नोटिस दिया था और आगामी सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सदन में इस पर जवाब देने की मांग की थी। विधानसभा सचिवालय को भेजे गए अल्पकालिक सवाल की सूची में देवमणि द्विवेदी ने सरकार के गृह विभाग से सवाल पूछा था कि प्रदेश में बीते तीन सालों में कितने ब्राह्मïणों की हत्या हुई है। ब्राह्मïणों की सुरक्षा के लिए पुलिस की नीति क्या है। सरकार के पास कितने ब्राह्मïण लोगों ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया और कितने ब्राह्मणों को शस्त्र लाइसेंस जारी किया गया है, इसके आंकड़े भी मांगे गए थे। इसके अलावा उन्होंने यह भी पूछा कि तीन साल की अवधि में कितने अपराधी गिरफ्तार हुए हैं और कितने अपराधियों को पुलिस सजा दिलाने में सफल हुई है। यह भी बता दें कि इस बार बीजेपी ने देवमणि के स्थान पर सदर विधायक सीताराम वर्मा को टिकट दिया है उनके सामने सपा के टिकट पर पूर्व विधायक संतोष पांडे हैं।
2017 में रिकॉर्ड मतों से जीते थे
आजादी के बाद 2017 में पहला मौका था जब इस सीट पर किसी प्रत्याशी को 78,627 वोट मिला था। वर्ष 1996 में भाजपा प्रत्याशी अरुण प्रताप सिंह ने 45421 मत पाकर जीत हासिल की। उसके बाद से भाजपा की हालत यहां दिन प्रतिदिन खराब होती गयी। स्थिति यह हुई कि वर्ष 2002, 2007 और 2012 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को दूसरा स्थान भी नसीब नहीं हुआ पर 2017 में भाजपा ने इस सीट से रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल की। वर्ष 2012 में सपा प्रत्याशी संतोष पांडेय को 74,352 मत मिले थे।
टिकट कटा तो क्या हुआ, लडूंगा चुनाव
देर रात भाजपा की ओर से टिकट के निर्णय के बाद बलिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता दो फाड़ हो गए हैं। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बैरिया में सीटिंग विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट काट दिया है। यहां से मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल को टिकट दिया है। इधर विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। 2017 के चुनाव में भाजपा के सुरेंद्र सिंह को 64868 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर सपा के जयप्रकाश अंचल को 47791 और बसपा के जवाहर को 27974 वोट मिले थे।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर तीन की जिंदा जलकर मौत
- शादी में शामिल होने जा रहे थे तीनों
लखनऊ के अलीगंज निवासी थे मृतक
लखनऊ। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर गोसाईगंज थाना अंतर्गत अरवल कीरी गांव स्थित एयर स्ट्रिप पर कल देर शाम हुए सड़क हादसे में कार सवार तीन लोग जिंदा जलकर राख हो गए। मरने वाले तीनों लोग लखनऊ के रहने वाले हैं। कार का नंबर यूपी 32 केबी 7401 है। 16 नवम्बर 2021 को पीएम मोदी के लोकार्पण समारोह के बाद अब तक 85 बड़े हादसे इस एक्सप्रेस वे पर हो चुके हैं, जिसमें 13 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि लखनऊ के कपूरथला के एक बुक सेलर अपने स्टॉफ के घर आयोजित शादी समारोह में शामिल होने सुल्तानपुर आ रहे थे। उनके साथ उनकी शॉप के दो स्टॉफ भी कार पर सवार थे। मृतक बुक सेलर की शिनाख्त लखनऊ के जानकीपुरम स्थित 25/303 मलहार सहारा स्टेट क्षेत्र के निवासी आदित्य कोठारी के रुप में हुई है।
मृतक के भाई अनिल प्रकाश कोठारी ने बताया कि भाई की कपूरथला में मॉर्डन बुक सेंटर के नाम से शॉप थी। उनका एक पुराना स्टॉफ सुल्तानपुर में रहता था। रविवार रात वो उसी के घर शादी समारोह में जा रहे थे। अनिल ने बताया कि स्टॉफ में एक विक्रम और दूसरा पंकज कश्यप कार पर भाई के साथ सवार थे। सभी की जलकर मौत हुई है। अनिल ने बताया कि भाई के पीछे पत्नी प्रतिभा कोठारी और एक 19 साल की बेटी है। मृतक चार भाइयो में तीसरे नंबर पर था।