ईवीएम को हैक करके चुनाव जीतती है भाजपा: सामना

शिवसेना के मुखपत्र में बीजेपी पर चुनाव में धांधली के लगे आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने अपने मुखपत्र सामना में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला है। सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि भाजपा ईवीएम हैक करके चुनाव जीतती है। इसके साथ ही चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया है और कहा कि चुनाव आयोग से अब कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती। सत्ता पक्ष ने ईवीएम के साथ ही चुनाव आयोग को भी हैक कर रखा है।
संपादकीय में आगे लिखा गया है कि सत्य को कितना भी दबाने की कोशिश करें, वो लावे की तरह बाहर आ ही जाता है। भाजपा सांसद डी अरविंद ने कहा है कि मतदाताओं तुम कोई भी बटन दबाओ, वोट बीजेपी को ही जाएगा। इसका सीधा अर्थ यह है कि भाजपा ईवीएम हैक करके चुनाव जीतती है।

कई देशों ने ईवीएम का इस्तेमाल किया बंद

सामना ने लिखा कि अमेरिका, यूरोप, जापान, जर्मनी, बांग्लादेश, फ्रांस जैसे देशों ने ईवीएम को हटा दिया, लेकिन जनता का विश्वास खो चुकी मोदी सरकार ने अविश्वसनीय ईवीएम का इस्तेमाल जारी रखा। दावा किया कि बीजेपी ईवीएम का इस्तेमाल केवल लोकसभा चुनाव में करती है। अखबार लिखता है कि मोदी-शाह को राज्यों की सत्ता में इंटरेस्ट नहीं है। ईवीएम घोटाला सिर्फ लोकसभा चुनाव जीतने के लिए ही एकमात्र सूत्र बनाया गया है। इसमें कहा गया है कि ईवीएम में दिए गए वोट पर मतदाताओं का संदेह लोकतंत्र की हार है। हमने जिसे वोट दिया और वह प्रत्याशी को मिला या नहीं, इस संदेह का निराकरण चुनाव आयोग नहीं कर सकता है, तो इन भाजपाई बड़बोली कठपुतलियों का कोई उपयोग नहीं। चुनाव आयोग को बीजेपी कार्यालय में रूपांतरित करना ही सही होगा।

चुनाव आयोग अब निष्पक्ष नहीं रहा

सामना में चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए लिखा गया कि चुनाव आयोग अब निष्पक्ष नहीं रहा। बीजेपी की केंद्र सरकार का काम करनेवाला ही बन चुका है। चुनाव आयोग में ‘गुजरात मॉडल’ के अधिकारियों को लाकर उनसे मनचाहे अच्छे-बुरे काम करवाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में जिस तरह से शिवसेना व धनुष-बाण चिह्न शिंदे गुट के हाथ में दिए गए, इस मनमानी पर मुहर लग चुकी है। सामना आगे लिखता है कि आज भाजपा ईवीएम प्रेम दिखा रही है, लेकिन ईवीएम में गोलमाल किया जा सकता है कि इसका सबूत बीजेपी ने दिया था। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी तो ईवीएम घोटाले पर ग्रंथ लिखकर इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक गए थे।

ट्रेन के प्राइवेट कोच में लगी आग, 10 लोगों की मौत

तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास हुआ हादसा
तीर्थ यात्रा के लिए 17 अगस्त को लखनऊ से चला था कोच, मरने वाले सभी यात्री उत्तर प्रदेश के

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास भयावह हादसा हुआ है। रेलवे स्टेशन के पास खड़ी एक ट्रेन के डिब्बे में आग लग गई, जिसमें 10 यात्रियों की मौत हो गई है। वहीं, 20 यात्री घायल हुए हैं। इस दर्दनाक घटना के सामने आने के बाद दक्षिण रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा भी कर दी है। दक्षिणी रेलवे ने अवैध रूप से ले जाए गए गैस सिलेंडर को हादसे की वजह बताया है। मरने वाले सभी यात्री उत्तर प्रदेश के हैं, जो धार्मिक यात्रा पर निकले थे। जानकारी के अनुसार, जिस कोच में आग लगी वो एक ‘प्राइवेट पार्टी कोच’ था, जो 17 अगस्त को उत्तर प्रदेश के लखनऊ से चला था।
दक्षिण रेलवे के बयान के अनुसार, 17 अगस्त को लखनऊ से चले एक प्राइवेट पार्टी कोच को 25 अगस्त को नागरकोली जंक्शन पर पुनलूर-मदुरै एक्सप्रेस में जोड़ा गया था और आज 26 अगस्त सुबह मदुरै स्टेशन पर पहुंचा। पार्टी कोच को ट्रेन से अलग करके मदुरै स्टैबलिंग लाइन पर खड़ा किया गया था, जहां सुबह 5.15 बजे इसमें आग लग गई।

बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने जताया दुख

पार्टी कोच को रविवार को चेन्नई लौटना था, जहां से इसे वापस लखनऊ जाना था। रेलवे के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति आईआरसीटीसी पोर्टल का इस्तेमाल करके पार्टी कोच बुक कर सकता है। इसका इस्तेमाल केवल यात्रा के लिए किया जा सकता है और इसमें आग लगने वाले सामान लेकर चलने की मनाही होती है। हादसे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी ने एक्स पर लिखा कि रेलवे में एक और भयावह घटना, इस बार मदुरै (तमिलनाडु) में हुई, जिसमें एक ट्रेन में भीषण आग लग गई और कम से कम 9 आश्चर्यजनक और दुखद मौतें हुईं और कम से कम 20 गंभीर रूप से घायल हुए! मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के लिए प्रार्थना करती हूं। ममता बनर्जी ने आगे लिखा, उम्मीद करती हूं कि जांच कर जल्द ही जिम्मेदारियां तय की जाएंगी। क्या मैं रेलवे अधिकारियों से सुरक्षा और मानव जीवन के प्रति अधिक सतर्क और कम संवेदनहीन होने का आग्रह कर सकती हूं?

अवैध रूप से कोच में ले गये थे गैस सिलेंडर

दक्षिण रेलवे के मुताबिक, कोच के अंदर अवैध रूप से गैस सिलिंडर रखा हुआ था, जिसकी वजह से आग लगी। मदुरै की जिला कलेक्टर संगीता ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार सुबह मदुरै स्टेशन पर खड़े एक कोच में आग लग गई। कोच में उत्तर प्रदेश के श्रद्धालु यात्रा कर रहे थे। जिला कलेक्टर ने आगे कहा कि शनिवार सुबह जब उन्होंने कॉफी बनाने के लिए गैस जलाई, उसी समय सिलिंडर में ब्लास्ट हो गया और आग लग गई। 55 लोगों को कोच से निकाला गया। अभी तक 9 शव बरामद किए गए हैं। दक्षिण रेलवे के आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्राइवेट पार्टी कोच में सवार यात्रियों ने अवैध रूप से सिलिंडर रखा था, जो आग लगने की वजह बना। कई यात्री आग लगने का पता चलते ही ट्रेन से नीचे उतर गए थे। बयान में कहा गया है कि किसी अन्य कोच को नुकसान नहीं पहुंचा है।

पंजाब में कानून-व्यवस्था नियंत्रण में: मान

सीएम भगवंत का गवर्नर पर पलटवार भाजपा का पक्ष लेने का लगाया आरोप
राज्यपाल से कहा- राजस्थान जाकर बन जाएं बीजेपी के सीएम फेस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब में मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। आज सीएम भगवंत मान ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित पर पलटवार करते हुए कहा कि यह कोई नई बात नहीं है कि राज्यपाल मुझे पत्र लिखें और ऐसी भाषा का प्रयोग करें। हम इसे देखते रहे हैं। लेकिन कल गवर्नर ने पंजाबियों को क्या धमकी दी? उस वर्तमान नियम की अनुशंसा अनुच्छेद 356 के अंतर्गत की जायेगी। मैं उस पर जवाब देना चाहता हूं।
सीएम ने कहा कि आपने दो चीजों के बारे में बात की है। पहला कानून व्यवस्था, मैं बताना चाहता हूं कि जब से हमारी सरकार ने 23,518 ड्रग तस्करों को, 1,627 किलोग्राम से अधिक हेरोइन पकड़ी है। इसके साथ ही 13।29 करोड़ ड्रग मनी और 66 ड्रग तस्करों की संपत्तियां कुर्क की गई हैं। अभी 23 अगस्त को ही 41 किलो हेरोइन पकड़ी गई है। आपको बता दूं कि पंजाब में कानून- व्यवस्था नियंत्रण में है। मैं राज्यपाल को याद दिलाना चाहता हूं कि क्या हरियाणा के राज्यपाल ने नूंह को लेकर हरियाणा के सीएम को कोई नोटिस दिया है। सिर्फ इसलिए क्योंकि हरियाणा केंद्र की तरह बीजेपी की सरकार है।

पंजाबियों की परीक्षा न लें गवर्नर

भगवंत मान ने कहा कि आप सिर्फ यूटी यानी बीजेपी का पक्ष ले रहे हैं। मैं गवर्नर साहब से कहना चाहता हूं कि राजस्थान जाएं और बीजेपी के लिए सीएम चेहरा बनें और जो शक्ति आप चाहते हैं वह हासिल करें। सीएम ने आगे कि गवर्नर साहब पंजाबियों की भावनाओं की परीक्षा न लें। मैं आपको बताना चाहता हूं कि आप हमें धमकी दे रहे हैं कि अगर हमने पत्रों का जवाब नहीं दिया तो आप हमारी सरकार को भंग कर देंगे। कहां से ऑर्डर ले रहे हैं। गवर्नर साहब हमारे धैर्य की परीक्षा न लें। आपके पत्रों में सत्ता की भूख होने का संकेत मिलता है। यह सिर्फ बीजेपी का एजेंडा है। जब बात पंजाब की आएगी तो मैं कोई समझौता नहीं करूंगा।

पंजाब के हितों की बात नहीं करते राज्यपाल

क्या आपने मणिपुर के संबंध में कोई बयान दिया है? क्या मणिपुर में संविधान लागू नहीं होता है? यूपी में क्या हो रहा है। क्या यूपी के राज्यपाल सीएम को पत्र लिखने की तारीख दे सकते हैं? सीएम मान ने कहा कि राज्यपाल ने 16 पत्र लिखे हैं और हमने 9 पत्रों का जवाब दिया है। मैं राज्यपाल से पूछना चाहता हूं कि आपके यहां पिछले डेढ़ साल से कुल छह विधेयक लंबित हैं आपने अभी तक उन पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। हम एक चुनी हुई सरकार हैं, लोगों ने हमें वोट दिया है। आप हमारे बिल रोक रहे हैं। मैं राज्यपाल से पूछना चाहता हूं कि क्या आपने कभी केंद्र के पास लंबित किसानों के मुद्दों के बारे में लिखा है? आप मुझे ऐसे मुद्दों पर कभी नहीं लिखते हैं। क्योंकि पंजाब के राज्यपाल पंजाब के हितों की बात नहीं करते हैं।

 

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