नौ सदस्यीय समिति बनाएगी भाजपा का घोषणा पत्र
घोषणा-पत्र बनाने की कसरत शुरू
लखनऊ। विपक्षी दल विधान सभा चुनाव के लिए वादों की झड़ी लगाए हैं, वहीं भाजपा ने भी घोषणा-पत्र बनाने की कसरत शुरू कर दी है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार के अनुभवी संसदीय कार्य, वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में समिति गठित की है। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति का संदेश देते हुए सभी जाति-वर्ग के नेताओं को समिति में रखा गया है।
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए भाजपा ने पूरी तरह ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य वरिष्ठ नेता प्रदेश के दौरे, परियोजनाओं को लोकार्पण-शिलान्यास कर रहे हैं। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने घोषणा पत्र तैयार करने के लिए नौ सदस्यीय समिति गठित कर दी। समिति का अध्यक्ष सुरेश खन्ना को बनाया गया है।
घोषणा पत्र तैयार करने के लिए बनी समिति में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सांसद ब्रज लाल और राजेश वर्मा संभालेंगे, जबकि सांसद विजय पाल तोमर, रीता बहुगुणा जोशी, कांता कर्दम और सीमा द्विवेदी के अलावा प्रदेश के राज्यमंत्री अतुल गर्ग व पार्टी के नीति व शोध विषयक प्रकोष्ठ के संयोजक पुष्कर मिश्रा को सदस्य बनाया गया है। समिति बनाने में इस बात का ख्याल रखा गया है कि सभी जाति-वर्गों का प्रतिनिधित्व इसमें हो। वह सभी के मुद्दे और अपेक्षाएं घोषणा पत्र में शामिल करा सकें।
भाजपा की श्रमिक चौपाल व सहभोज शुरू
भाजपा चुनाव में सभी वर्गों को अपने साथ जोड़े रखना चाहती है। इसके लिए संगठन ने पूरी रणनीति तैयार की है। इसी के तहत पार्टी श्रमिक चौपाल और सहभोज शुरू कर रही है। इसका जिम्मा श्रम प्रकोष्ठ को सौंपा गया है। प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक भूपेश अवस्थी ने बताया कि तीस नवंबर तक चलने वाले इस अभियान में कुल एक हजार चौपाल और एक हजार सहभोज का लक्ष्य है। 25 नवंबर तक प्रत्येक जिले में लगभग पंद्रह-पंद्रह श्रमिक चौपाल और 26 से तीस नवंबर तक पंद्रह-पंद्रह सहभोज आयोजित किए जाने हैं।