जनता की फरियाद सुन अफसरों की कुंडली बनाएंगे सीएम योगी
लखनऊ। नौकरशाही पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई का चाबुक हाथ में उठा चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएम आवास के दरवाजे एक बार फिर जनता के लिए खोल दिए हैं। विधानसभा चुनाव की वजह से बंद हुए जनता दर्शन की शुरुआत सोमवार से हो गई। हर शिकायत को पोर्टल पर दर्ज कर अधिकतम एक माह में निस्तारण की व्यवस्था तय कर दी गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ यह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जिन जिलों और विभागों से संबंधित शिकायतें ज्यादा आएंगी, वहां के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इसी तरह कुंडली बनाकर अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन सुबह अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन आयोजित करते थे। तब उन्होंने कई बार इस बात पर जोर दिया कि अधिकांश आवेदन ऐसे आते हैं, जिनका निस्तारण तहसील, थाना या जिला स्तर पर हो सकता है। इसके बाद शिकायतों के आधार अधिकारियों और विभागों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा। इसी बीच विधानसभा चुनाव आने की वजह से यह क्र्रम टूट गया। अब नई सरकार में शुरुआत से ही तीखे तेवर अपना चुके सीएम योगी ने फिर से जनता दर्शन कार्यक्रम शुरू कर दिया है। पहले दिन 450 फरियादी पहुंचे। उनकी शिकायत राज्य मंत्री अजीत पाल ने सुनी और समयबद्ध ढंग से निस्तारण का भरोसा दिलाया। साथ ही जमीनी विवाद और पुलिस से संबंधित शिकायतों को स्थानीय स्तर पर सुलझाए जाने पर बल दिया। राज्यमंत्री ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि सभी शिकायतें पोर्टल पर अपलोड की जाएंगी। उन पर एक सप्ताह के अंदर संबंधित जिलों से रिपोर्ट तलब की जाएगी और अधिकतम एक माह में शिकायत का निस्तारण कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जनता शिकायतों को लेकर गंभीरता बरतने का निर्देश अधिकारियों को दे चुके सीएम योगी दूसरे कार्यकाल में लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले में दो जिलाधिकारी, एक एसएसपी और एक एसडीएम को निलंबित कर चुके हैं।
किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार पहले दिन जनता दर्शन में गेहूं खरीद और निशुल्क खाद्यान्न वितरण को लेकर एक भी शिकायत नहीं आई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे साबित होता है कि प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं ठीक ढंग से चल रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जनता की समस्या को गंभीरतापूर्वक सुनकर समाधान कराएं। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
रोस्टर के अनुसार लगेगी मंत्रियों की ड्यूटी
जनता दर्शन में यूं तो मुख्यमंत्री स्वयं ही उपस्थित रहेंगे, लेकिन उनकी व्यस्तता या गैर मौजूदगी में अन्य मंत्री जनता की शिकायतें सुनेंगे। इसके लिए रोस्टर बनाया जा रहा है। फिलहाल तय हुआ है कि सोमवार को राज्यमंत्री अजीत पाल और मंगलवार को राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख फरियाद सुनेंगे। शेष दिन अन्य मंत्री की ड्यूटी रहेगी। वह सीएम के सहयोग के लिए भी जनता दर्शन में उपस्थित रह सकते हैं। बताया गया है कि अभी यह फौरी तौर पर रोस्टर बना है। जल्द ही अन्य मंत्रियों के दिन भी निर्धारित कर दिए जाएंगे।