रोजाना 10 मिनट करें ये योगासन

तनाव कम और दिमाग रहेगा शांत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सामाजिक दबाव, व्यस्त जीवन शैली और परिवार की मांगों की पूर्ति के प्रयास के परिणामस्वरूप अधिकतर लोगों को मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद महसूस होने लगता है। इसके अलावा अकेलापन और उदासी भी मूड स्विंग का कारण बन सकता है। अनियमित खानपान, नियमित व्यायाम की कमी, अनिद्रा की समस्या के कारण मस्तिष्क थकान महसूस करने लगता है। इस कारण तनाव व चिंता बढ़ जाती हैं और अवसाद की समस्या हो सकती है। स्ट्रेस कम करने के लिए कुछ उपायों को अपना सकते हैं। नियमित व्यायाम, स्वस्थ खान-पान और पर्याप्त आराम मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रखने के लिए कुछ कारगर उपायों में से एक योगाभ्यास है। नियमित योगासनों के अभ्यास मन और मस्तिष्क शांत रहता है। कुछ योग हैं, जिनका अभ्यास रोजाना 10 मिनट करने से मानसिक विकार, तनाव, चिंता और मूड स्विंग को ठीक किया जा सकता है।

बालासन

स्ट्रेस को कम करने के लिए बालासन योग का अभ्यास कर सकते हैं। बालासन न सिर्फ मानसिक तनाव को कम करता है, साथ ही शारीरिक तनाव को भी कम कर सकता है। बालासन के अभ्यास से शरीर की स्ट्रेचिंग होती है और मूड बेहतर होता है। साथ ही स्ट्रेस लेवल कम हो सकता है। बालासन करने से घुटनों का दर्द दूर रहता है, साथ ही थकान से भी राहत मिलती है। बालासन करने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, इसलिए अगर सीने में दर्द हो रहा हो और गर्दन में भी दर्द रहता हो तो इन परेशानियों से भी बालासन राहत दिलाता है। नियमित रूप से बालासन करने पर पीठ दर्द और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों में होने वाला दर्द यानी कूल्हों के दर्द से भी राहत मिलती है। लंबे समय तक लोग कुर्सियों में एक ही मुद्रा में बैठे रहते हैं, ऐसी दिनचर्या वालों को बालासन करने के फायदे हैं।

मार्जरी आसन

मार्जरी आसन का नाम मार्जार शब्द पर रखा गया है। मार्जार का मतलब होता है बिल्ली। इस आसन में आप एक बिल्ली की तरह अपनी पीठ में खिचाव लाते हैं, और इस लिए इसे मार्जरी आसन नाम दिया गया है। तनाव को कम करने के लिए मार्जरी योग का अभ्यास कर सकते हैं। इस मुद्रा से सांस नियंत्रित होती है, जिससे दिमाग को शांति मिलती है। मार्जरी आसन के नियमित 10 मिनट अभ्यास से योगी तनाव मुक्त महसूस करते हैं। मार्जरी आसन रीढ़ की हड्डी और पेट के अंगों को एक सौम्य मालिश प्रदान करता है। मार्जरी आसन पीठ दर्द के लिए चिकित्सिए है। पीठ और गर्दन में खिचाव लाता है मार्जरी आसन। दमा के लिए चिकित्सिए है।

सुखासन

तनाव को कम करने के लिए सुखासन का अभ्यास कर सकते हैं। करीब 10 मिनट सुखासन का अभ्यास कर सकते हैं। यह योग दिमाग को शांत कर सकता है, जिससे तनाव कम करने में मदद मिलती है। सुखासन के अभ्यास से ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा हो सकता है। सुखासन करने से डिप्रेशन और चिंता भी दूर होती है। सुखासन में हम अपने शरीर को बिना हिलाए डुलाए एक स्थिति में बैठते हैं। साथ ही साथ हमारे दोनों हाथ ज्ञान मुद्रा में होते हैं, हमारे विचारों को कंट्रोल करने में मदद करता है। सुखासन में हम लंबे समय तक बैठते हैं, इससे हमारे शरीर पर कंट्रोल मिलता है। यदि हमारा शरीर शांत होता है धीरे-धीरे इसका प्रभाव हमारे दिमाग पर पड़ता है।

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