कर्नाटक में थमा चुनावी प्रचार, अब फैसला, होगी जीत या हार

भाजपा को बजरंग बली का सहारा

  • कांग्रेस को कन्नड़ अस्मिता की ओट
  • जेडीएस भी उम्मीदों से भरी
  • 10 को मतदान व 13 को आएंगे नतीजे
  • सोनिया के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंचे भाजपाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बंगलुरू। बोम्मई सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन की सरकार और  भ्रष्टाचार  के मामले उठाकर कर्नाटक विधान सभा चुनाव में बढ़त की ओर बढ़ रहीं कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने का मुद्दा उठाकर बैकफु ट पर चल रही बीजेपी को फ्रंट पर खेलने का मौका दे दिया। इस मुद़दे को बजरंग बली के अपमान से जोडक़र भाजपा ने पूरे कर्नाटक में कांग्रेस के खिलाफ हल्लाबोल कर अपने को मुकाबले में ला दिया। हालांकि 13 को पता चलेगा कि सता पर भाजपा की वापसी होती है या कांग्रेस को कर्नाटक की कुर्सी मिलती है। कर्नाटक में 10 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए जोरशोर से जारी प्रचार अभियान समाप्त हो गया। हालांकि, इससे पहले राज्य के तीन प्रमुख राजनीतिक दल, भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस ने मतदाताओं को रिझाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आखिरी दिन तीनों ही पार्टियों के कई नेताओं ने चुनावी रैलियों को संबोधित किया।
सोनिया गांधी के हुबली में दिए एक भाषण में संप्रभुता शब्द का इस्तेमाल करने पर बवाल मच गया है। भाजपा सांसदों ने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की है। इस मामले को लेकर दिल्ली में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिले है। इस बीच केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि सोनिया गांधी ने जानबूझकर संप्रभुता शब्द का इस्तेमाल किया। कांग्रेस का घोषणापत्र टुकड़े-टुकड़े गैंग का एजेंडा है और इसलिए वे इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग इस राट्र विरोधी कृत्य के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने भी सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग को शिकायत दी है। भाजपा सांसद ने सोनिया गांधी पर आरोप लगाया है कि हुबली में दिए एक भाषण में सोनिया गांधी ने कर्नाटक की संप्रभुता के बारे में बात की थी। जबकि संप्रभुता शब्द केवल देश के लिए उपयोग किया जाता हैं। उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने कहा, आज हमने चुनाव आयोग को सोनिया गांधी के खिलाफ शिकायत दी है। उन्होंने हुबली में एक भाषण दिया जिसमें उन्होंने कर्नाटक की संप्रभुता के बारे में बात की। हम देश के लिए संप्रभुता का उपयोग करते हैं। वह टुकड़े-टुकड गैंग की मुखिया है। हमने मांग की कि उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।

धार्मिक नारे लगा रहे हैं मोदी : पवार

कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। पवार ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान धार्मिक नारे लगाए हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सभी पार्टियां जमकर बयानबाजी कर रही है। हमने धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा को स्वीकार कर लिया है। जब आप चुनाव में किसी धर्म या धार्मिक मुद्दे को उठाते हैं तो इससे एक अलग तरह का माहौल बनता है और यह अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव लडऩे के समय हम लोकतांत्रिक मूल्यों और धर्मनिरपेक्षता की शपथ लेते हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव पर भविष्यवाणी करते हुए पवार ने कहा कि यहां कांग्रेस ही सत्ता में आएगी। बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 10 मई को होंगे और वोटों की गिनती 13 मई को होगी। पवार ने हाल ही में एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं के कई बार आग्रह करने के बाद वह फिर से पद पर बने रहने के लिए सहमत हुए। महाराष्ट्रके रत्नागिरी जिले के बारसु गांव में चल रहे आंदोलन के बारे में पूछे जाने पर, एनसीपी नेता ने कहा कि वह उस जगह का दौरा करने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि मैंने बारसू ग्रामीणों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। मैं विशेषज्ञों के साथ एक और बैठक करूंगा। मुझे लगता है कि ग्रामीणों को भरोसे में लेकर इस मुद्दे को आगे बढ़ाया जाना चाहिए

कांग्रेस ने आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया

दूसरी ओर कांग्रेस ने कर्नाटक की भाजपा सरकार के खिलाफ दिए गए ‘रेट कार्ड’ संबंधी विज्ञापन पर निर्वाचन आयोग द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया तथा जवाब देने के लिए और समय की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं की ओर से आचार संहिता का ‘बार-बार और सरेआम’ उल्लंघन किए जाने के बावजूद निर्वाचन आयोग ने उन्हें न तो नोटिस जारी किया और न ही उनकी निंदा की। आयोग की ओर से दिए गए नोटिस के ‘आरंभिक जवाब’ में पार्टी के नेता और अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यह भी कहा कि आयोग की ओर से जवाब के लिए प्रदान किया गया 24 घंटे का समय पर्याप्त नहीं है क्योंकि कर्नाटक विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान अपने आखिरी दौर में है।

सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण के भीतर जो आरक्षण हैं, वो नहीं हटेगा : शाह

कर्नाटक में आरक्षण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने दिया बयान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कहा कि चार फीसदी मुसलिम आरक्षण हमारी पार्टी ने ही खत्म किया है क्योंकि वो गैर-संवैधानिक था। हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है। कांग्रेस ने तुष्टीकरण की नीति के तहत ये मुस्लिम आरक्षण किया था, जिसको हमने हटा दिया है। उन्होंने कहा कि आरक्षण के भीतर आरक्षण हमने बहुत सोच समझकर किया है… हमने अनुसूचित जनजाति के आरक्षण के भीतर आरक्षण में हमने कुछ लिमिट तय किए हैं। इसे कांग्रेस हटाना चाहती है मगर मैं ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण के भीतर जो आरक्षण हैं, वो नहीं हटेगा।

मुद्दों से भटका देते हैं मोदी : प्रियंका

प्रियंका गांधी ने बेंगलुरु के विजयनगर में रैली के बाद कहा कि कर्नाटक चुनाव को लेकर हम बहुत आश्वस्त हैं। मैं केवल उस प्रतिक्रिया को देख सकती हूं जो हमें जनता से मिली है। कर्नाटक के लोग भ्रष्टाचार का अंत चाहते हैं। उन्होंने कहा मोदी जी हर बार अपने बारे में ही बात करते हैं जबकि देश में कई समस्याएं हैं जिन पर वह ध्यान नही देते हैं।

कांग्रेस ने मुसलमानों को केवल इस्तेमाल किया : कुमारस्वामी

जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मुस्लिम समुदाय को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया और उनके कल्याण के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया। पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार शाम कृष्णापुरा में अपनी पार्टी के मेंगलुरु उत्तर के उम्मीदवार मोहिउद्दीन बावा के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा के दौरान यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस कट्टर हिंदू नेताओं का पार्टी में स्वागत कर रही है जबकि जद (एस) पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ साठगांठ का आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि दोनों राष्ट्रीय दल अपने राजनीतिक लाभ के लिए युवाओं का फायदा उठा रहे हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनावों के मद्देनजर बिल्लवा समुदाय के वोटों को ध्यान में रखते हुए ‘बिल्लवा विकास निगम’ गठित करने की घोषणा की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग, जनता दल (सेक्युलर) में विश्वास जताएंगे। जनसभा के दौरान पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बी एम फारूक, बी ए मोहिउद्दीन बावा, अक्षित सुवर्णा और एम बी सदाशिव भी मौजूद थे।

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