सीएम योगी के गढ़ में तेज हुई हाथी की चाल!
बसपा ने तय की विधान सभावार रैलियों की रणनीति
लखनऊ। गोरखपुर बेल्ट में नामांकन पत्रों की जांच के बाद बसपा के सभी प्रत्याशियों के पर्चे वैध पाए गए हैं। नामांकन पत्रों की जांच का इंतजार कर रहे पार्टी पदाधिकारियों ने सभी प्रत्याशियों के वैध मिलने पर राहत की सांस ली है। लोगों का समर्थन जुटाने के लिए हाथी यानी बसपा ने अपनी चाल तेज कर दी है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैलियों एवं बैठकों की रणनीति बना ली गई है। स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं। बसपा का संगठन एवं प्रत्याशियों का पूरा फोकस इस बात पर था कि पर्चा किसी भी सूरत में खारिज न हो। लेकिन कुछ विधानसभा क्षेत्रों में कुछ सेट पर्चे अवैध पाए गए। एक से अधिक सेट में पर्चा दाखिल करने की रणनीति ने उन्हें चुनाव मैदान में बनाए रखा है। बसपा प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए राष्टï्रीय अध्यक्ष मायावती गोरखपुर आ रही हैं। जिला से लेकर मंडल पदाधिकारी इस रैली को सफल बनाने में जुट गए हैं।
मायावती के जाने के बाद सतीश मिश्र अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के प्रचार की कमान संभालेंगे। नामांकन के अंतिम समय तक प्रत्याशियों में बदलाव करने वाली बसपा सुप्रीमो हर हाल में मजबूत प्रत्याशी की तलाश में थीं। कई विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी बदलने से लड़ाई रोचक भी हो गई है। बसपा के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि विधानसभा क्षेत्रों में तेजी से प्रचार शुरू कर दिया गया है। बड़े नेताओं के आने से पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनेगा।
स्टार प्रचारक को मिली जिम्मेदारी
अब पार्टी अपने मूल मतदाताओं को जोड़े रहने के साथ ही अन्य वर्ग के मतदाताओं को भी लुभाने में जुटी है। यही कारण है कि समाज के विभिन्न वर्गों से आने वाले नेताओं को स्टार प्रचारक के रूप में प्रचार का जिम्मा दिया गया है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैली कराने के लिए मैदान बुक कराए जा रहे हैं। साथ ही बैठकों को लेकर भी अनुमति ली जा रही है। पुराने पदाधिकारियों को भी अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है। बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए लगाया गया है।