विदेशी छात्रों की वापसी का सरकार सकुशल इंतजाम करें : प्रियंका गांधी

  • लखनऊ की छात्रा का वीडियो ट्वीट कर लगाई मदद की गुहार

लखनऊ। रूस और यूक्रेन के बीच कई दिनों से चल रहे युद्ध के बीच कांग्रेस की महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारतीय छात्रों को यूके्रन से निकालने के लिए सरकार से अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार इनकी सकुशल वापसी करवाने का प्रयास करे। इस बीच यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्रों में डर का माहौल बना हुआ है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूक्रेन में फंसी लखनऊ की एक छात्रा का वीडियो ट्वीट कर सरकार से इन छात्रों की मदद के लिए गुहार लगाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से अपील करते हुए कहा कि यूक्रेन से आ रहे भारतीय छात्र-छात्राओं के वीडियो मन को बहुत ही ज्यादा व्यथित करने वाले हैं। इन बच्चों को भारत वापस लाने के लिए जो कुछ भी बन पड़ता है, भगवान के लिए, वह करिए।

उन्होंने कहा कि पूरा देश इन छात्र-छात्राओं और इनके परिवारों के साथ है। आपसे आग्रह है कि कैसे भी, सरकार इनकी सकुशल वापसी करवाने का प्रयास करे। बता दें कि यूक्रेन में फंसी उत्तर प्रदेश के लखनऊ की छात्रा गरिमा मिश्रा का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। गरिमा मिश्रा ने वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद मांगी है। वीडियो रिकार्ड करते वक्त उन्होंने बताया कि वह कीव में फंसी हुई हैं। यहा भी कह रही हैं कि भारतीय दूतावास की तरफ से मदद नहीं मिल रही है। वह कह रही हैं कि बात करने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है।

धर्म-जाति की नहीं, विकास की राजनीति करती है कांग्रेस

इससे पहले प्रियंका गांधी ने यूपी चुनाव को लेकर कहा धर्म, जाति की राजनीति नहीं कांग्रेस विकास की राजनीति करती है। बेरोगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने कुछ काम नहीं किया। यूपी का किसान बदहाल है। छुट्टा पशु फसलों को बर्बाद कर दे रहे हैं, लेकिन सरकार के पास इसका कोई समाधान नहीं है। कांग्रेस की सरकार बनी, तो छुट्टा पशुओं की देखभाल करने वाले को प्रोत्साहन राशि मिलेगी। भाजपा सरकार ने रोजगार मिलने वाली संस्थाओं को बेच डाला गया। प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहा है। घोषणा पत्र में किए सारे वादे को कांग्रेस पूरा करेगी। समाज के हर वर्ग के हित के लिए कांग्रेस काम करेगी। नौजवानों के लिए रोजगार की व्यवस्था की जाएगी।

विवादित बयान देने पर चुनाव प्रचार पर रोक, राघवेंद्र की मुश्किलें बढ़ी

सिद्धार्थनगर। विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान डुमरियागंज सीट से चुनाव लड़ रहे प्रदेश के हियुवा प्रभारी व भाजपा प्रत्याशी राघवेंद्र प्रताप सिंह को बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने विवादित बयान के कारण 24 घंटे तक प्रचार करने पर रोक लगा दिया है। आज सुबह 6 बजे से मंगलवार की 6 बजे तक यह प्रचार नहीं कर पाएंगे। इंटरनेट पर वायरल वीडियो में वह पेड़ारी गांव में आयोजित कार्यक्रम में वह कह रहे थे कि जो हिंदू मुझे वोट नहीं देंगे, उनकी रगों में मुस्लिम खून है। मुझे अपमानित करोंगे तो भी मैं अपमान सह लूंगा, लेकिन हमारे हिंदू समाज को अपमानित करने का प्रयास करोंगे तो बर्बाद करके रख दूंगा। निर्वाचन आयोग की तरफ से सचिव आलोक कुमार ने राघवेंद्र को कारण बताओ नोटिस भी दी है। आयोग ने माना है कि विशेष वर्ग के लिए अपशब्द व अमर्यादित भाषा का इन्होंने प्रयोग किया है। इससे चुनाव व कानून व्यवस्था प्रभावित होने की स्थिति बन गई। इसके पहले भी राघवेंद्र का कुछ अन्य गांवों में विवादित बयान और मतदाताओं को घमकाने का ऑडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक, भाजपा प्रत्याशी पर यह बैन सोमवार सुबह छह बजे से 24 घंटे तक जारी रहेगा। इस दौरान राघवेंद्र प्रताप सिंह प्रचार नहीं कर सकेंगे। वहीं, जिला निर्वाचन अधिकारी-डीएम दीपक मीणा ने भी इसकी पुष्टि की है।

चुनावी राज्यों में हजार करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त

नई दिल्ली। चुनाव आयोग की सख्ती से विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी, ड्रग, शराब और अन्य वस्तुओं की बरामदगी हुई है। साल 2017 के चुनावों की तुलना में इस बार अब तक के हुए चुनाव के चरणों में नकदी की बरामदगी तीन गुना से ज्यादा है। चुनाव आयोग के मुताबिक पंजाब, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा में इस बार 1,018 करोड़ रुपये की कुल जब्ती हुई है। 2017 में 299.84 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी। आयोग ने बताया कि धनबल से चुनावों को प्रभावित करने वालों पर सख्त निगरानी की जा रही है। इसके लिए चौतरफा रणनीति पर काम किया गया है। इसमें अनुभवी अधिकारियों की नियुक्ति के साथ-साथ प्रवर्तन एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल को बढ़ावा देने जैसे कदम शामिल हैं। आयोग ने बताया कि इस तरह के प्रयासों पर रोक के लिए 228 एक्पेंडिचर आब्जर्वर तैनात किए गए हैं, जो खर्चों पर नजर रख रहे हैं। इनके अलावा बेहतर निगरानी के लिए इस मामले में विशेषज्ञता रखने वाले स्पेशल एक्पेंडिचर आब्जर्वर भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। विधानसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं। पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान हुआ था। सात मार्च को आखिरी चरण का मतदान होगा और 10 मार्च को सभी राज्यों के चुनाव परिणाम आएंगे।

यूपी दूसरे नंबर पर
पंजाब : 510.91 करोड़ रुपये
उत्तर प्रदेश : 307.92 करोड़ रुपये
मणिपुर : 167.83 करोड़ रुपये
उत्तराखंड : 18.81 करोड़ रुपये
गोवा : 12.73 करोड़ रुपये

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