जिन फिल्मों को प्रोड्यूस नहीं करता उन्हें मैं कंट्रोल नहीं करता : अनुभव सिन्हा

जाने-माने निर्देशक अनुभव सिन्हा हाल ही में फिल्मों की ओटीटी रिलीज पर बात करते नजर आए। बीते वर्ष अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी फिल्म भीड़ रिलीज हुई। बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने खास प्रदर्शन नहीं किया। अनुभव सिन्हा को उम्मीद थी कि ये फिल्म ओटीटी पर बढिय़ा प्रदर्शन करेगी। निर्देशक का कहना है कि ऐसी तमाम फिल्में हैं, जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छी नहीं चलीं, लेकिन ओटीटी पर खूब चलीं। अनुभव सिन्हा का कहना है कि बॉक्स ऑफिस पर हर किस्म की फिल्मों को प्रतिक्रिया नहीं मिलती है। अनुभव सिन्हा से हाल ही में एक बातचीत के दौरान जब पूछा गया कि ऐसे समय में जब अब तमाशा सिनेमा थिएटर्स में दर्शकों को काफी आकर्षित कर रहा है, क्या रा.वन और दस जैसी कमर्शियल फिल्में बनाने वाले अनुभव सिन्हा आगामी फिल्मों की प्लानिंग में फिर ऐसे सिनेमा में वापसी करेंगे? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि, हां, लेकिन सिर्फ उन फिल्मों के लिए जिन्हें मैं निर्देशित कर रहा हूं। अनुभव सिन्हा ने आगे कहा, जिन फिल्मों को मैं प्रोड्यूस या डायरेक्ट नहीं करता, उन्हें मैं कंट्रोल नहीं करता। आप आगे चलकर मेरे द्वारा निर्देशित फिल्मों में अंतर देखेंगे। यह दर्शकों को क्या चाहिए पर आधारित नहीं होगा, बल्कि मैंने क्या गलत किया? इस पर आधारित है। निर्देशक का कहना है, देखिए, दर्शकों को क्या चाहिए, ये किसी को कभी पता नहीं चलेगा। जो कहते हैं कि उन्हें समझ आ गया, वे झूठ बोल रहे हैं। अनुभव सिन्हा का कहना है, लोगों ने ऊंचाई और मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे को थिएटर्स में क्यों देखा? लेकिन, जयेशभाई जोरदार को नहीं देखा, जो कि सामाजिक मसले पर एक एंटरटेनिंग फिल्म थी।

ओटीटी पर दी ये प्रतिक्रिया

अनुभव सिन्हा ने कहा, ये सभी खोखले सिद्धांत हैं। आप दर्शकों का अनुमान नहीं लगा सकते हैं। अनुभव सिन्हा का कहना है कि फिल्म के संदेश से समझौता किए बिना एक शानदार फिल्म बनाना ही महत्वपूर्ण है। और अगर कोई फिल्म थिएटर में बेहतर प्रदर्शन नहीं करती है तो वह ओटीटी पर अच्छी चलेगी। मेरा मानना है कि इस समय दर्शकों ने थिएटर में नहीं, बल्कि ओटीटी पर फिल्म देखना पसंद किया है। हालांकि, ऐसा कोई नियम नहीं बना है। इस तरह का कोई नियम नहीं है। न ही कोई ऐसा नियम बनेगा।

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