गुजरात में भाजपा 130 से ऊपर गयी तो गडकरी और राजनाथ सिंह के भविष्य पर खड़े होंगे सवाल
गुजरात का चुनाव तय करेगा भाजपा के दिग्गजों का भविष्य
- भाजपा 100 के आसपास रही तो मुश्किलें खड़ी होंगी मोदी और शाह के लिए
- भाजपा 130 से आगे गई तो मोदी के विरोधियों के भविष्य पर खड़ा होगा संकट
संजय शर्मा
नई दिल्ली। गुजरात का चुनाव सिर्फ विपक्ष के लिए ही नहीं बल्कि भाजपा की अंदरूनी राजनीति के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता जा रहा है। अगर भाजपा 130 से आगे निकलती है तो यह माना जाएगा कि मोदी और शाह का जादू अभी भी बरकरार है और उनको चुनौती देने वाला कोई नहीं है। वहीं अगर भाजपा 100 के नीचे रहती है तो फिर भाजपा में मोदी विरोधी खेमा सक्रिय होगा और 2024 में मोदी और शाह के लिए संकट खड़ा हो सकता है। यही कारण है कि गुजरात चुनाव जीतने के लिए मोदी और शाह ने दिन-रात एक कर दिया है।
यह बात सभी जानते हैं कि 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के सामने बोलने की हिम्मत किसी भाजपा नेता की नहीं है। दूसरे शब्दों में यह भी कहा जा सकता है कि मोदी एक तानाशाह की तरह भाजपा संगठन और सरकार दोनों चला रहे हैं जहां पर मोदी के खिलाफ कुछ बोलना मतलब पार्टी के अंदर अपनी हैसियत खत्म करना है। नितिन गडकरी ने कई बार सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने शुरू किये तो उन्हें भाजपा की संसदीय बोर्ड से ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। राजनाथ सिंह मौके की नजाकत को समझते हैं लिहाजा वे संतुलन बना कर राजनीति करते रहे हैं। मगर पिछले दिनों जिस तरह राजनाथ सिंह ने नेहरू की तारीफ की उसमेें मोदी कैम्प नाराज हुआ है। 4पीएम के यूट््यूब चैनल के संग बातचीत करते हुए देश के चर्चित पत्रकार अशोक वानखेड़े ने कहा कि अगर भाजपा 135 सीटों से आगे निकलेगी तो गडकरी और राजनाथ सिंह का टिकट ही कट जाएगा। जाहिर है अशोक वानखेड़े की बात भाजपा की राजनीति पर कई मायनों में सही साबित होती है। ऐसे में गुजरात का चुनाव मोदी और गडकरी कैम्प के लिए बहुत चौंकाने वाले परिणाम लेकर आने वाला है।
संघ क्या करेगा इस पर टिकी है सभी की निगाहें
गुजरात चुनाव में संघ की भूमिका पर भी सबकी निगाहें टिकी है। पिछले दिनों लगातार यह चर्चा हुई कि संघ इस बात से बहुत बेचैन है कि आम जनता में यह मैसेज जा रहा है कि मोदी संघ से बड़े हो गये है। संघ हमेशा कहता रहा है कि व्यक्ति से संगठन बड़ा होता हैं। ऐसे में सभी की निगाह इस बात पर टिकी है कि कहीं संघ गुजरात में खेला न कर दे।
मोदी को रावण कहकर फंसी कांग्रेस, भाजपा ने कहा यह पूरे गुजरात का अपमान
- भाजपा इंतजार कर रही थी मोदी के उपर ऐसे कमेंट का
- मणिशंकर अय्यर के एक बयान ने बदल दी थी गुजरात चुनाव की तस्वीर
- मधुसूदन मिस्त्री के मोदी को औकात दिखाने के बयान से हुआ था भाजपा को फायदा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज प्रचार का आखिरी दिन है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए बयान से घमासान मच गया है।
दरअसल गुजरात में एक रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने पीएम मोदी के चेहरे पर भाजपा के वोट मांगने को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि मोदी हर चुनाव में दिख जाते हैं, क्या उनके रावण की तरह 100 सिर हैं? खरगे के इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। खरगे के बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, पीएम मोदी को रावण कहना घोर अपमान है। मल्लिकार्जुन खरगे ने पूरे गुजरात का अपमान किया है। भाजपा को इस बयान से फायदा मिलता नजर आ रहा है। पिछले चुनाव में मणिशंकर अय्यर, मधुसूदन मिस्त्री के बयान कांग्रेस के लिए घाटे का सौदा साबित हुए थे।
गैंगेस्टरों पर एनआईए ने कसा शिकंजा
- कई राज्यों में छापेमारी के दौरान एक अधिवक्ता और हरियाणा के एक गैंगस्टर को किया गिरफ्तार
- अधिवक्ता के घर से चार हथियार, पिस्तौल, गोला-बारूद बरामद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के चलते गैंगस्टरों के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार सुबह बड़ी कार्रवाई की है। यूपी, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में एनआईए ने बड़े पैमाने पर छापेमारी की। बड़े तलाशी अभियान के बाद यहां एक वकील और हरियाणा के एक गैंगस्टर को गिरफ्तार किया।
भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच उभरती सांठगांठ को खत्म करने के उद्देश्य से इन चार राज्यों और दिल्ली में छह से अधिक जिलों में गैंगस्टरों से जुड़े आवासीय और अन्य परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं। यह छापेमारी लारेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, टिल्लूू ताजपुरिया और गोल्डी बराड़ से जुड़े गिरोह के गठजोड़ पर केंद्रित हैं।
गैंगस्टर नेक्सस जेल के अंदर और बाहर काम करता है: एजेंसी
एजेंसी ने कहा कि गैंगस्टर नेक्सस जेल के अंदर और बाहर काम करता है और गिरोह के सदस्य विभिन्न प्रकार की आपराधिक और अवैध गतिविधियों को अंजाम देने में गैंगस्टरों और अपराधियों की सक्रिय रूप से सहायता करते हैं। सितंबर में एनआईए ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 52 स्थानों पर तलाशी ली।